औरंगाबाद इब्राहिमपुर गांव के जीर्ण-शीर्ण तालाब का जल जीवन हरियाली योजना के तहत जीर्णोद्धार करने को लेकर ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से किया मांग


 विश्वनाथ आनंद
 औरंगाबाद-  जिला मुख्यालय के फेसर थानांतर्गत इब्राहिमपुर गांव के तालाब को  जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण करने को लेकर गांव के ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त औरंगाबाद से जल जीवन हरियाली योजना के तहत कार्य करवाने की मांग किया है l इस संबंध में उक्त गांव  के निवासी अखिलेश मिश्रा की बात सच मानी जाए तो कहना है कि इब्राहिमपुर गांव की तालाब प्राचीन काल में जल ही जीवन है वाली कहावत चरितार्थ करता था l आज तालाब की हालत दयनीय हो चुका है l जबकि उक्त तालाब कई एक्रो में फैला है l इसी तालाब में गांव एवं इर्द-गिर्द के लोग सूर्य भास्कर की पूजा अर्चना करने हेतु तालाब पर आते थे lसरकारी रखरखाव के अभाव में उक्त तालाब अपने दम तोड़ते जा रहा है l जबकि उक्त तालाब का सौंदर्यीकरण कर दिया जाए तो आने वाले दिनों में सरकारी राजस्व की प्राप्ति भी होगी एवं तालाब का कायाकल्प भी बदल जाएगा l ऐसे तो बिहार सरकार तालाबों को सौंदर्यीकरण करने के लिए लाखों रुपए पानी की तरह बहा आ रहा है l ऐसी स्थिति में उक्त गांव का तालाब का सौंदर्यीकरण जल जीवन हरियाली योजना के तहत कर दी जाती है तो गांव की तस्वीर एवं सरकार की योजना भी कारगर साबित होगी l श्री मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि तालाब का सौंदर्यीकरण होने से जीव जंतुओं एवं मवेशियों का पेयजल सुविधा मुहैया होगी l साथ ही साथ मछली पालन के माध्यम से राजस्व की प्राप्ति के अलावे प्राचीन काल के तरह तालाबों के प्रति लोग जागरूक हो सकेंगे l तालाब  मे पानी रहने से पेयजल स्तर की गहराई की समस्या से निजात मिल पाएगा l गर्मी के दिनों में ग्रामीण काफी राहत महसूस करेंगे l श्री मिश्रा ने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा है कि उक्त समस्या को लेकर जिला प्रशासन से कई बार  ग्रामीणों द्वारा गुहार लगाया गया परंतु अभी तक तालाब का सौंदर्यीकरण नहीं किया गया है l ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त औरंगाबाद से आग्रह करते हुए मांग करता है कि तालाब का सौंदर्यीकरण की जाए ताकि छठ व्रती तालाब में स्नान कर सूर्य की पूजा-अर्चना कर सकें l ऐसे तो मिश्रा बताते हैं कि इस तालाब में प्राचीन समय में सूर्य की पूजा करने हेतु इर्द-गिर्द के गांव के लोग आते थे l आज तालाब का व्यवस्था सुनिश्चित नहीं होने के कारण अपना पहचान खो चुका है l वही तालाब में गंदे पानी का जमाव होने से कई बीमारी फैलने की संभावना बनी रहती है l