जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह द्वारा आज गया जिला अंतर्गत शहरी क्षेत्र का भ्रमण

 
रिपोर्टः
दिनेश कुमार पंडित
गयाबिहार
जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह द्वारा आज गया जिला अंतर्गत शहरी क्षेत्र का भ्रमण किया गया। भ्रमण के क्रम में गया शहर में क्रियान्वित योजनाओं यथा नाला उड़ाही, रबड़ डैम परियोजना, गंगा उदवह परियोजना, एडीबी द्वारा क्रियान्वित पेयजल योजना, नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे पार्क का निर्माण, बॉटम नाला के सफाई कार्य एवं अन्य सौन्दर्यकरण के कार्यों का स्थल निरीक्षण किया गया। 
                       सर्वप्रथम उन्होंने मनसरवा नाला का स्थल निरीक्षण किया।निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त, गया नगर निगम श्री सावन कुमार से मनसरवा नाला के गहराई की जानकारी प्राप्त किया। उपस्थित अभियंता द्वारा बताया गया कि अभी तक 3.50 फीट गहराई कर नाला से मलवा को निकाला गया है। जिला पदाधिकारी ने नाला को और गहराई में उड़ाही करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में जेसीबी मशीन एवं मैनपावर लगाकर मॉनसून के पहले बड़े-बड़े सभी नालों का उड़ाही करवाना सुनिश्चित करें, ताकि गया शहर में मानसून समयावधि में कहीं जलजमाव की समस्या न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि नदी की ओर जाने वाले मनसरवा नाला को और चौड़ाई के साथ गहराई भी करें। 
                       इसके उपरांत उन्होंने ब्रह्मजोनी पहाड़ पर निर्माण किये जा रहे जी०एल०एस०आर० (ग्राउंड लेवल स्टोरेज रिजर्वॉयर) जल मीनार का अवलोकन किया। कार्यपालक अभियंता, वुडको द्वारा बताया गया कि यह एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा गया जिला अंतर्गत संपोषित योजना है। गया जिला में जलापूर्ति योजना फेज वन की अंतिम निर्माण की तिथि 25.09.2021 है, परंतु पिछले 2 सालों से लगातार कोरोना वैश्विक महामारी के कारण कार्य में प्रगति धीमी रही, जिसके कारण अंतिम निर्माण पूर्ण होने की तिथि मार्च, 2022 निर्धारित की गई है। ब्रह्मयोनि पहाड़ पर जी०एल०एस०आर० (ग्राउंड लेवल स्टोरेज रिजर्वॉयर) का चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण में जिला पदाधिकारी द्वारा कार्य मे तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया। निरीक्षण में जिला पदाधिकारी को बताया गया कि इस ग्राउंड लेवल स्टोरेज रिजर्वॉयर इस पहाड़ पर 2 स्ट्रक्चर निर्माण किया जाना है, प्रत्येक स्ट्रक्चर में पानी संग्रहण की क्षमता 4.5 मिलियन लीटर है। इसी प्रकार दो स्ट्रक्चर निर्माण होने से कुल 90 लाख लीटर पानी को स्टोर किया जाएगा। कार्यपालक अभियंता, बुडको ने बताया कि इस स्कीम में 5 नए ओवरहेड रिजर्वायर्स भी बनाए जाने हैं, जिनमें बुढ़वा महादेव, भुसुंडा मेला, मस्तलीपुर, डेल्हा एवं जोड़ा मस्जिद शामिल हैं। 
तीन नए ग्राउंड रिजर्वायर निर्माण में दो ब्रह्मयोनि पहाड़ तथा एक रामशिला पहाड़ पर निर्माण किया जा रहा है। रामशिला पहाड़ पर फाउंडेशन का कार्य चल रहा है तथा ब्रह्मयोनि में एक का कार्य फाउंडेशन लेवल पर है तथा दूसरा का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस योजना के तहत निर्माण किए जा रहे पानी टैंक से घरों तक पाइप लाइन बिछाने के संबंध में बताया गया कि कुल 511 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाया जाना है, जिनमें से 282 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाया जा चुका है। 
                    पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे जा रहे गड्ढो को और अधिक जेसीबी मशीन तथा मैनपावर लगाकर पाइप बिछाने का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण करें। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, बुडको को निर्देश दिया कि समय-समय पर पानी की गुणवत्ता की जांच करते रहेंगे। *जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी, नगर एवं अंचलाधिकारी, नगर को निर्देश दिया कि इस पहाड़ी के समीप अनाधिकृत कोई भी व्यक्ति का बसेरा ना बसे, इसे ध्यान रखें और अग्रसर कार्रवाई करते रहें।* जिला पदाधिकारी ने कार्यकारिणी एजेंसी को निर्देश दिया कि इस पहाड़ पर निर्माण कार्य के समीप मजबूती से बैरिकेडिंग कराएं तथा सुरक्षा गार्ड को निर्देशित करें कि अनाधिकृत व्यक्ति इस क्षेत्र में प्रवेश न करें।
                    इसके उपरांत उन्होंने फल्गु नदी में निर्माण किए जा रहे रबड़ डैम का स्थल निरीक्षण किया। रबड़ डैम के वरीय अभियंताओं द्वारा रबड़ डैम के प्रोजेक्ट का मानचित्र के माध्यम से जिला पदाधिकारी को एक-एक बिंदु से अवगत कराया। जिला पदाधिकारी ने अप स्ट्रीम, डाउन स्ट्रीम, पानी की फ्लो स्पीड इत्यादि की विस्तार से जानकारी प्राप्त किया। रबर डैम के अभियंता द्वारा बताया गया कि सीट फाइल वर्क लगभग 45.3% तथा डी वॉल वर्क लगभग 52% कार्य पूर्ण हो चुका है। अभियंता द्वारा यह भी बताया गया कि कार्य पूर्ण होने के समय पानी को स्टोर करने के लिए वाटरप्रूफ गुब्बारा द्वारा पानी को फल्गु नदी में रोका जाएगा। यह गुब्बारा कई विशिष्ट प्रकार के रबड़ द्वारा निर्मित रहेगा, अर्थात पूर्ण रूप से बुलेट प्रूफ रहेगा।
                    जिला पदाधिकारी ने कहा कि गया जिला में बहुप्रतीक्षित और माननीय मुख्यमंत्री जी बिहार का दिशा निर्देश था कि पूरे सालो भर पानी फल्गु नदी में रहे। इसी परिप्रेक्ष्य में बिहार के लिए काफी अच्छी प्रोजेक्ट लाई गई, जो फल्गु नदी रबड़ डैम की योजना है। उन्होंने कहा कि साल भर पानी रोकने के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र को सौंदर्यकरण का कार्य तथा रबड़ डैम के ऊपर सीताकुंड तक ब्रिज का निर्माण किया जाना है, जिससे लोग सीता कुंड से डैम तक आ-जा सकेंगे। यह एक अगले कई वर्षों तक अर्थात 50-100 सालो के लिए काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि गया जिला में जो भी पिंडदानी/श्रद्धालु आते हैं, उन को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो पूर्व में केवल सितंबर माह में बारिश का समय में लोग तर्पण कर पाते थे, रबड़ डैम बन जाने से सालों भर तर्पण कर सकते हैं। इसी के साथ प्रशासन की तरफ से भी सभी तरह का सहयोग सुनिश्चित कराया जा रहा है ताकि कार्य निर्बाध रूप से चल सके और उन्होंने आशा जताई कि यह पूरे भारतवर्ष में एक यह यूनिक प्रोजेक्ट हो रहा है। शायद इसका अन्य कोई उदाहरण नहीं है। यह एक गया के लिए पर्यटन के क्षेत्र में, धार्मिक पर्यटक के क्षेत्र में और एक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नया मिसाल कायम करेगा तथा देश में और पूरे विश्व में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने गया जिलावासियों से अपील किया है कि रबड़ डैम बनने के बाद इसे साफ सुथरा रखें, सुरक्षित रखें और जिस उद्देश्य के लिए बनाया गया है, उसे हम लोग अच्छे से उपयोग करे।
                    इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा *अबगिला, मानपुर अवस्थित गंगा उदवह योजना* का निरीक्षण किया गया। जिला पदाधिकारी ने गंगा उदवह प्रोजेक्ट का घूम घूम कर स्थल निरीक्षण किया एवं अभियंताओं को कई आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अंचलाधिकारी, मानपुर को निर्देश दिया कि वैसे व्यक्ति जिनको अब तक पर्चा नहीं मिला है, उन्हें अतिशीघ्र पर्चा देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने अंचलाधिकारी को यह भी सख्त निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में कोई भी निजी निर्माण कार्य नहीं होगा, पूर्ण रूप से इसे प्रतिबंध रखा जाए।
                    इसके उपरांत जिलाधिकारी ने पंचायती अखाड़ा अवस्थित नगर निगम द्वारा निर्माण किए जा रहे *चिल्ड्रन पार्क* का निरीक्षण किया। उन्होंने अच्छी गुणवत्ता वाले पेड़ पौधे इत्यादि को लगाने का निर्देश दिया तथा आधुनिक आकर्षक लाइट लगवाने का भी निर्देश दिए हैं। 
                    निरीक्षण के दौरान जीबी रोड, जफर बुक डिपो के समीप बॉटम नाला की हो रही सफाई का अवलोकन किया। नाले की अच्छी तरह सफाई को देखकर जिला पदाधिकारी ने खुशी जाहिर की। जिला पदाधिकारी ने उपस्थित अभियंता से जानकारी प्राप्त किया कि गया नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कितने मेन हॉल नाले हैं। उपस्थित अभियंता द्वारा बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र में कुल 152 मेन हॉल नाले हैं, उन सभी में सफाई का कार्य चल रहा है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि हर दिन कम से कम 2 मेन हॉल नाले की सफाई करें, ताकि मानसून आने के पहले सभी मेन हॉल की सफाई गुणवत्ता पूर्ण हो सके तथा गया जिला को जलजमाव मुक्त बनाया जा सके।
                    निरीक्षण के क्रम में नगर आयुक्त, गया नगर निगम श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता डॉ० अनुपमा सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, प्रखंड विकास पदाधिकारी, नगर/मानपुर, अंचलाधिकारी सदर/ मानपुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।