उप स्वास्थ्य बाचरौन पर मनाया गया विश्व तंबाकू निषेध दिवस


 पिछोर :- 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस उप स्वास्थ्य केंद्र बाचरौन पर मनाया गया   जिस में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सी.एच.ओ.)रिंका लोधी ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस  प्रतिवर्ष 31 मई को संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है साथ ही यह भी बताया कि तंबाकू के सेवन से होने वाले शारीरिक एवं मानसिक दुष्प्रभाव के प्रति आमजन को जागरूक करते हुये  तंबाकू सेवन से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं इनसे संबंधित जानकारियां 
  सामुदायिक स्वास्थ अधिकारी रिंका लोधी ने निम्न बाते बताई -
1.तंबाकू के उपयोग से लोगों के फेफड़े प्रभावित होते हैं एवं अन्य बीमारियां भी होती हैं जैसे - फेफड़ों का कैंसर ,स्वसन तंत्र की बीमारी, गर्भावस्था में समय धूम्रपान करना तथा तमाकू के सेवन से शिशु को होने वाले दुष्प्रभाव निमोनिया, बार-बार स्वसन तंत्र का संक्रमण  होना आदि
2. इसके सेवन से हृदय और रक्त संबंधी बीमारियों पुरुषों में नपुंसकता एवं महिलाओं में प्रजनन क्षमता में कमी आना ,बांझपन जैसी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं बीमारियों की रोकथाम एवं इलाज में होने वाले खर्च से अधिकांश राशि तंबाकू सेवन के कारण होने वाली बीमारियों के इलाज में खर्च हो जाती है
3. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार धूम्रपान करने वालों को कोरोना से संक्रमित होने की अधिक संभावना है सिगरेट,, बीड़ी एवं अन्य तंबाकू उत्पादन का सेवन करने से कोरोना वायरस व्यक्ति के हाथ से मुंह तक एवं फिर शरीर में प्रवेश कर सकता है
4.  धूम्रपान करने वालों को पहले से ही फेफड़े की बीमारी हो सकती है या फ़ेफ़डो की क्षमता कम हो सकती है जिससे गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है इसके साथ ही धूम्रपान न करने वालों के मुकाबले धूम्रपान करने वालों को बीमारियों की चपेट में आने पर सघन चिकित्सा और वेन्टिलेटर की जरूरत कहीं अधिक होती है
 आज हम ऐसी परिस्थितियों में हैं जहां कोरोना संक्रमण के साथ तंबाकू उत्पादो का सेवन भी बढ़ता जा रहा है *
 *वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण के अनुसार**
 भारत में तंबाकू के उत्पादन से प्रतिवर्ष 1.3 मिलियन से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो रही है मध्य प्रदेश में कुल 50.2% पुरुष एवं 17.3% महिलाएं तंबाकू का सेवन करते हैं एवं 24.7% वयस्क सार्वजनिक जगहों पर अप्रत्यक्षित धूम्रपान के संपर्क में आते हैं **ग्लोबल यूथ सर्वे - 2009* *के अनुसार**
 55 हजार बच्चे हर वर्ष नियमित रूप से तमाकू सेवन करने वालों की सूची में जुड़ रहे हैं  

 *एमपीडब्ल्यू राहुल शर्मा ने बताया*
 की ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं और बच्चे धूम्रपान रहित तंबाकू सेवन से होने वाली हानियों की जानकारी के अभाव में मुंह साफ करने के लिए तंबाकू का सेवन करते हैं महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के समय पीड़ा कम करने के लिए तम्बाकू का उपयोग करती हैं इससे होने वाले शिशु पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं विभिन्न अध्ययनों से यह स्पष्ट है कि बच्चों के आसपास धूम्रपान के दुष्परिणाम से नवजात शिशु की अकस्मात मृत्यु का संकट ,निमोनिया ,काली खांसी ,एवं फेफड़ों से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होती हैं 
 *सामुदायिक अधिकारी रिंका लोधी ने तंबाकू छोड़ने के कुछ सुझाव बताएं*
# सप्ताह मै तम्बाकू रहित एक  दिन की शुरुआत करें और धीरे-धीरे छोड़ते रहे
# तंबाकू युक्त सारी वस्तुएं अपने पास से हटा दे 
# ऐसे लोगों से दोस्ती रखें जो आपकी आदत छुड़वाने में मदद करें
# अपने पास सौंफ ,मिश्री ,लोंग ,इलाइची रखे 
# *तलब लगने पर 4 बातें याद रखें* 
*   तंबाकू के उपयोग में देर करे 
*  लंबी सांस लें
*  धीरे-धीरे पानी पिए
* अपना ध्यान किसी दूसरी ओर लगाएं
# अपना इरादा पक्का रखें कि हम तम्बाकू नहीं खाएंगे
# खुद को व्यस्त रखें अकेलेपन से बचें परिजनों और दोस्तों से लगातार संपर्क में रहें
#   पोस्टिक भोजन करें और पूरी नीद ले 
तो आप तम्बाकू छोड़ने में  सफलता पा सकते हैं 
इस समय यहां पर उपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी(सी.एच.ओ.) रिंका लोधी ,एमपीडब्ल्यू राहुल शर्मा,  आशा रामदेवी लोधी तथा साथ ही ग्रामीण लोग उपस्थित रहे  *

 *उपस्थित सभी लोगों ने यह संकल्प लिया** 

 संकल्प लिया कि हम कभी भी किसी भी प्रकार की तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करेंगे ,अपने परिजनों को भी तंबाकू उत्पादन एवं किसी भी नशे का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे साथ ही सार्वजनिक स्थानों में नहीं थूकेंगे 
" *जिंदगी चुनो , तम्बाकू नहीं"*