वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया का बिहार और झारखंड के पत्रकारों के साथ संयुक्त मीटिंग संपन्न

झारखंड व बिहार के पत्रकारों का यूनियन डाटा बेस तैयार करके, उसे दोनों राज्य सरकारों को सौंपेगी ।


झारखंड, 2 जून / बिहार एवं झारखंड के पत्रकारों के साथ डब्ल्यू जे आई के अधिकारियों ने एक मीटिंग आहूत की जिसमें काफी संख्या में पत्रकार भी जुड़े मीटिंग किया जा सकता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र भंडारी ने बताया की पत्रकारों के साथ आ रही समस्याओं में सबसे बड़ी समस्या में कोरोना काल में हुई उनकी मौत है लेकिन लगातार डब्ल्यू जे आई के मांग को मानते हुए सरकार ने कहां है की ऑनलाइन फॉर्म भरकर ऐसे शहीद हुए पत्रकारों को ₹500000 दिया जाएगा वही भारतीय मजदूर संघ के संगठन मंत्री बृजेश कुमार ने बताया की डब्लू जी आई के द्वारा बिहार और झारखंड में पत्रकारों का एक रजिस्टर्ड तैयार किया जाएगा जिसको वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के द्वारा दोनों राज्यों बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों को सौंपा जाएगा और दबाव बनाया जाएगा कि हमारे रजिस्टर में अंकित पत्रकार को पत्रकार मानते हुए सारी सुविधाएं  दी जाए मीटिंग में जुड़े सभी पत्रकारों में एक ही तरह की समस्या को अंकित किया की मीडिया हाउस से तो हमें शोषित किया ही जाता है और सरकार के द्वारा भी  हमारे शोषण में कोई कमी नहीं है वरिष्ठ पत्रकार संजय उपाध्याय  ने पत्रकारों को निर्देशित करते हुए बताया की एक ही तरीका है सरकार तक अपनी बात को पहुंचाने का तरीका है संगठन के द्वारा आंदोलन करके सरकार को जगाया जाए इसके लिए रजिस्टर तैयार होना बहुत जरूरी है वहीं वरिष्ठ पत्रकार सरोज कुमार आचार्य ने कहा की एक दिहाड़ी मजदूर की भी मजदूरी तय होती है लेकिन पत्रकारों के दैनिक भत्ता कहीं नहीं है इस मीटिंग में बातें मजदूर संघ के झारखंड राज्य के अध्यक्ष एवम झारखंड महामंत्रीबृज शर्मा ,पटना से श्रवण राज,बेतिया से सरफराज अहमद,और बिहार से कई पत्रकार साथी जुड़े वंही झारखंड से लालबहादुर शास्त्री और बाहर से पत्रकार साथी जुड़े।