जीबीएम कॉलेज में 'मानव तंदुरुस्ती और कल्याण के लिए योग' विषय पर अॉनलाइन संगोष्ठी का आयोजन

 

(कोरोनाकाल में तन और मन की तंदुरुस्ती के लिए नियमित रूप से योग करेंः प्रो अशरफ)।


रिपोर्टः डीके पंडित
गयाबिहार

गौतम बुद्ध महिला कॉलेज, गया की एन एस एस ईकाई द्वारा प्रधानाचार्य प्रो(डॉ) जावेद अशरफ की अध्यक्षता तथा एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी के समन्वयन में वर्ष 2021 के लिए निर्देशित विषय 'मानव तंदुरुस्ती और कल्याण के लिए योग'  पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रो उषा राय, डॉ शगुफ्ता अंसारी, डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ जया चौधरी, डॉ अमृता घोष, प्रीति शेखर तथा डॉ रुखसाना परवीन ने जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो राय ने बेन जॉनसन की कॉमेडी अॉफ ह्यूमर्स का प्रसंग लाते हुए भावनाओं और विचारों में संतुलन बनाए रखने की बात कही।  डॉ रश्मि ने अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस तथा विश्व संगीत दिवस की बधाई देते हुए कहा कि संगीत आत्मा का परमात्मा से मिलन का एक प्रबल माध्यम है। संगीत भी एक योग ही है जो मस्तिष्क, हृदय तथा आत्मा के मध्य समन्वय स्थापित करने में पूर्णतया सक्षम है। डॉ रुखसाना परवीन ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न योगासनों की झांकी प्रस्तुत की। डॉ शगुफ्ता, डॉ जया तथा प्रीति शेखर ने भी योग के विभिन्न आयामों की सविस्तार व्याख्या की। प्रधानाचार्य प्रो अशरफ ने संगोष्ठी के प्रतिपाद्य पर प्रकाश डालते हुए छात्राओं को योग के माध्यम से मन को एकाग्र करने की युक्तियांँ बताईं। तन को स्वस्थ रखने हेतु नियमित रूप से व्यायाम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कार्यक्रम की समन्वयक डॉ प्रियंका और उनके एनएसएस ईकाई के प्रयासों की सराहना करते हुए संगोष्ठी की सफलता पर हार्दिक खुशी जताई। इस वेबिनार में छात्रा माही राज गुप्ता, अर्पणा, दिव्या मिश्रा, पूनम, अमीषा भारती, ममता, दीक्षा, सपना आदि ने भी जीवन में योग और व्यायाम के महत्व पर अपने विचार प्रकट किये।