बारादरी में लगा लोहा टुकड़ों में ले जा रहे हैं लोग प्रशासन बना मूक दर्शक

रजनी लिटोरिया दतिया :- पितांबरा पीठ के बाहर बनी बारादरी को धराशाई हुए एक माह होने को है, लेकिन ना तो अभी तक वहां से मलवा उठ पाया है, ना ही जांच अधिकारियों किसी नतीजे पर पहुंचे है ऐसे में वहां से निकलने वाले लोग टुकड़ों टुकड़ों में बारादरी में लगे लोहे की सामग्री को धीरे धीरे अपने कंधों पर उठाकर ले जा रहे हैं, अगर लगातार इसी तरह लोग लोहे की मजबूत चीजें उठाकर ले जाते रहेंगे तो फिर प्रशासनिक अधिकारी किस चीज की जांच करेंगे, अभी तक पीतांबरा पीठ मंदिर के बाहर से मलवा उठाया क्यों नहीं गया, जब भी प्रशासनिक अधिकारियों से बात की गई तो यह सुनने में आया है कि बाहर से जांच करने के लिए टीम आ रही है जो जांच करेगी तब इसका निराकरण होगा, लेकिन कब टीम आएगी कब जांच होगी और कब सफाई होगी क्योंकि कुछ ही दिनों में मां पीतांबरा पीठ के कपाट खुलने जा रहे, जिससे वहां पर आने वाले दर्शनार्थियों को वहां पड़े मलबे से चोटिल होने की पूरी संभावना है इसका उत्तरदाई कौन होगा तथा दूसरी बारादरी का आज तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया कि वह बनी रहेगी या तोड़ी जाएगी दतिया की जनता जब भी दूसरी बारादरी के नीचे से निकलती तो अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं कोई कहने वाला नहीं प्रशासनिक अधिकारी केवल खानापूर्ति कर निकल जाते है, कृपया कर दतिया कि जनता की भलाई के लिए वहां से मलवा जल्द से जल्द उठाया जाए और दूसरी बारादरी का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।