आजाद पार्क में ओजस्विनी' ने किया पौधरोपण  प्रकृति संरक्षण हेतु महिलाओं को आगे आना होगा: डॉ प्रियदर्शनी


रिपोर्टःडीके पंडित
गयाबिहार 
गया। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की सहयोगी संस्था 'ओजस्विनी' द्वारा इस वर्ष मनाए जा रहे परिषद के चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह के मद्देनजर संगठन की जिलाध्यक्षा डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में शहर के ऐतिहासिक आजाद पार्क में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पार्क परिसर में आम, अमरूद, जामुन, लीची, पीपल, बरगद, एलोवेरा, नीम आदि के उपयोगी पौधे लगाए गये। ओजस्विनी अध्यक्षा के संग जिला महामंत्री शिल्पा साहनी, वर्षा रानी, कृति प्रकाश, रिया कुमारी तथा अहिप के सभी सदस्यों ने मिलजुल कर कोरोना गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए पौधरोपण किया। गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन परिसर में भी पौधे लगाए गये।  इस कार्यक्रम में श्रीराम बारीक, जिला मंत्री, अहिप, सुरेन्द्र सिंह सुरेन्द्र, सभापति, गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन, मुकेश शर्मा, कार्याध्यक्ष, अहिप, विश्वजीत चक्रवर्ती, जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय बजरंग दल,  रतन गायब, जिलामंत्री, राष्ट्रीय बजरंग दल, शशिकांत मिश्र, विभाग अध्यक्ष, राष्ट्रीय बजरंग दल, गया, अश्विनी कुमार, रौशन कुमार, अंकित कुमार तथा वैभव सोनी आदि की सक्रिय भागीदारी रही।

पौधरोपण के दरम्यान उपस्थित सभी सदस्यों को डॉ प्रियदर्शनी ने संबोधित करते हुए कहा कि पेड़-पौधे ही तो हमारी धरती की शोभा हैं। प्रकृति संरक्षण की दिशा में पौधरोपण सबसे सरल, प्रभावी और कारगर कदम है और इस दिशा में महिलाओं की भूमिका अति महत्वपूर्ण हैं। नारी और प्रकृति दोनों के मध्य बहुत सारी समानताएँ हैं, दोनों के मध्य अटूट रिश्ता है, अतः प्रकृति संरक्षण हेतु युवतियों और महिलाओं को आगे आना होगा। वृक्ष तो प्रकृति-प्रदत्त अॉक्सीजन सिलिंडर्स हैं, जो प्रकाश-संश्लेषण प्रक्रिया के दरम्यान वातावरण से कॉर्बन डॉइअॉक्साइड अवशोषित करके भोजन निर्माण करते हैं, साथ ही अॉक्सीजन का उत्सर्जन कर वातावरण को प्राणवायु उपहार में देते हैं। वर्तमान समय में बिना सोचे-समझे पेड़ों का तीव्र गति से काटा जाना तथा अॉक्सीजन की आपूर्ति हेतु कारखानों का लगाया जाना अत्यंत हास्यास्पद है। इस दरम्यान सभी सदस्यों ने प्रकृति के संरक्षण हेतु संकल्प लिया।