भाकपा माले काराज्यस्तरीय जांच टीम मोराटाल गांव पहुंची।

भाकपा माले काराज्यस्तरीय जांच टीम मोराटाल गांव पहुंची।
 मोराटाल के महादलित परिवारों के बसने की जमीन दे सरकार, 
गांव में प्रयाप्त जमीन-माले महादलितों पर हमले के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग।
गरीबोंकोजमीन-आवास-
सुरक्षा मुहैया करेसरकार-प्रो•रामबली सिंह यादव।   
 रिपोर्टः डी के पंडित
गयाबिहार
बिहार के जिला गया में
बोधगया थाना के अन्तर्गत तीन किलोमीटर ग्राम मोराटाल के गरीब महादलित परिवारों को रहने की संकट के कारण नदी के किनारे का खाता संख्या 367 प्लौट नम्बर 09,18,361,892 एराजी का करीब 9 एकड़ खाली पड़ी जमीन पर जिसपर महादलितों ने पिछले 28 जून को झोपड़ी देकर रहने लगे। बिहार सरकार बसे महादलित परिवारों के टोले पर अचानक दिनांक 7 जुलाई को अहले सुबह 6 बजे हमला बोल दिया गया। हमलावर करीब 50की संख्या में हरवे-हथियार से लैस थे। गरीबों के द्वारा नदी किनारे लगाए गए झोपड़ी को तहस नहस कर खाने-पीने के समान को बर्बाद व लूट लिया गया। और गरीबों के झोपड़ी के जगह अब दबंगों ने अपना झोपड़ी लगाकर जानवर बांध- कर अपना नाद खुंटा गाड़ दिया है। महिलाओं को बर्बरता के साथ पिटाई  किया गया जो बेहद शर्मनाक है। झोपड़िययों में खाना बना रही महिलाओं तथा शौच क्रिया से लौट रही महिलाओं को बेर्शरमी और निर्मम ढ़ंग से अपराधियों ने पिटाई किया गया।कई महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा गया।घटना के बाद डर से गांव छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं। और महिलाएं करीब दर्जनों महिलाएं किसी तरह बोधगया थाना पहुंची और आवेदन दिया। लेकिन पुलिस की भूमिका निष्क्रिय है।13.7.2021को भाकपा-माले जांच टीम मोराटाल गांव पहुंचकर महादलितों मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त किया। महादलित परिवारों जिसमें, मांझी,पासी, पासवान, रविदास आदि जातियों ने गांव में रहने में दिक्कत के कारण खाली पड़ी नदी की सरकारी भूमि पर झोपड़ी लगाया था। जिससे स्थानीय एक जाति विशेष के दबंगों को नागवार गुजरा और संगठीत होकर हमला किया जिसमें कई महिलाएं घायल है ।हमले में स्थानीय एक सुखदेव यादव उर्फ भंते की भूमिका संदिग्ध है।असल में भंते की कोशिश है कि जमीन को बुद्ध भगवान के आड़ में हड़प लें। और गरीबों को बसने नही दें।
 जांच टीम में पार्टी राज्य कमिटी सदस्य सह घोसी विधायक प्रो•रामबली सिंह यादव, जिला सचिव निरंजन कुमार, ऐपवा जिला सचिव रीता बर्णवाल, आइसा नेता कुणाल किशोर,आमीर तुफैल,कसफवीन शमीम,तारीक अनवर,रवि कुमार बरती देवी ,पुलेन्द्र,अजय प्रसाद आदि नेता शामिल थे।
गांव से वापस आने के बाद बोधगया सक्सेना मोड़ स्थित महाप्रज्ञा गेस्ट हाउस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माले विधायक ने कहा कि सरकार गरीबों महादलितों का वोट लेकर गरीबों को धोखा देती है। नीतीश राज में भूमि सुधार के लिए डीबंधोपाध्य आयोग का गठन किया परंतु आयोग की रिपोर्ट को गतलखाने में डाल दिया है। और इसी का परिणाम है कि गरीबों को रहने तक की जमीन का संकट है। विधायक ने कहा कि मामले को विधानसभा में भी उठाया जायेगा।पार्टी जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि मोराटाल के महादलितों ने गया का एमपी विजय मांझी, और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने न्याय की गुहार लगाया लेकिन किसी ने पीड़ित परिवारों का सुध नही लिया। और न ही गांव पहुंचकर वस्तुस्थिति को जानने की कोई पहल नही किया। जांच टीम में शामिल नेताओं ने गरीबों को उक्त भूमि पर वास भूमि का पर्चा के साथ आवास ,
महादलित परिवारों को सुरक्षा देने तथा दोषियों को गिरफ्तार करने कि मांग किया है। घटना के सवाल पर महादलितों को इंसाफ के लिए एक पत्र एसएसपी- डीएम गया को प्रेषित किया गया है। घटना के विरोध में 15 जुलाई को बोधगया में प्रतिवाद मार्च और 19 जुलाई को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।