गोप गुट के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मियों का संयुक्त धरना संपन्न

*गोप गुट के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मियों का संयुक्त धरना संपन्न        

     अजय कुमार पाण्डेय*

 

 औरंगाबाद: ( बिहार )  *शुक्रवार। दिनांक - 16 जुलाई 2021 को समायोजन के लिए प्रतीक्षारत स्वास्थ्य - विभाग से हटाए गए कार्यपालक - सहायको एवं न्याय निर्णय के आलोक में  नियमितीकरण के लिए प्रतीक्षारत सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मियों का संयुक्त धरना महासंघ (गोप गुट) के नेतृत्व में जिला पदाधिकारी,औरंगाबाद के समक्ष संपन्न* हुआ! *धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार - राज्य - अराजपत्रित कर्मचारी, महासंघ ( गोप गुट) के जिला सचिव, सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि आज की तारीख में पूरे बिहार में सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारी तथा विभिन्न विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायक सर्वाधिक शोषित - उत्पीड़ित समुदाय* है! *जिनकी समस्याओं का हल निकालने के कार्य को महासंघ (गोप गुट) सर्वोच्च प्राथमिकता देता* है। *उन्होंने कहा कि जब तक इनकी समस्याएं हल नहीं हो जाती* है! *तब तक न तो हमारा संगठन चैन से बैठेगा और न हीं हम सरकार को चैन की नींद सोने* देंगे। *उन्होंने  कहा कि स्वास्थ्य विभाग में विगत 07- 08 वर्षों से कार्यपालक सहायक के रूप में पूरे राज्य में हजारों युवक - युवतियां कम्प्य़ूटर ऑपरेटर के रूप में कार्य कर रहे* थे। *यद्यपि की ये कार्यपालक सहायक मात्र 9 से 11 हजार रुपए के अत्यल्प मासिक मानदेय पर ही कार्य कर रहे* थे! *लेकिन मौजूदा सरकार ने इन नौजवानों को बिना किसी कारण के अचानक ही नौकरी से निष्कासित कर दिया* है। *इस तरह से इन पढ़े - लिखे युवक - युवतियों को एकबारगी ही सड़कों पर फेंक दिया गया* है! *जिसके कारण ये विगत करीब 06 माह से दर - दर की ठोकरें खा रहे* हैं! *इस धरना को संबोधित करते हुए जिला कार्यपालक सहायक संघर्ष मोर्चा के सह - संयोजक गणेश कुमार रौशन ने कहा कि इस औरंगाबाद जिले में 24 कार्यपालक सहायक शुरू में तो प्रतीक्षारत* थे, *कि नियमानुसार उन्हें जिला पदाधिकारी के द्वारा पंचायतीराज विभाग में नियोजित कर लिया* जाएगा। *जिला पदाधिकारी के द्वारा इन्हे उक्त आशय का आश्वासन भी दिया जाता* रहा! *लेकिन अब 06 माह के बाद उन्हें टका सा जवाब दे दिया गया* है! *जिसके कारण इन कार्यपालक सहायकों का भविष्य अब अंधेरे में डूबता दिखाई दे रहा* है! *चुकी इनकी सेवा को 60 साल की उम्र तक करने से संबंधित आदेश सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा निकाला जा चुका* था! *जिसके कारण इन्होंने एक लंबे समय से दूसरी किसी नौकरी के लिए प्रयास करना भी बंद कर दिया था और स्वयं को इसी कार्य के लिए व्यवस्थित और समर्पित कर दिया* था! *आज जबकि इन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया* है, *तो इनके भविष्य में अब सिर्फ अंधेरा हीं अंधेरा दिखाई दे रहा* है! *धरना को संबोधित करते हुए बिहार राज्य सिंचाई विभाग मौसमी कर्मचारी संघ के जिला सचिव अर्जुन प्रसाद सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारियों के साथ हुए अन्याय का आलम यह है कि  माननीय उच्च न्यायालय के अनुकूल न्याय निर्णय एवं दस - बीस वर्षों से लगातार कार्यरत रहने के बावजूद हमें एक लंबे समय से नियमित नहीं किया जा रहा* है! *जबकि इसी जिले में मात्र चार - पांच दिन दैनिक वेतनभोगी के रूप में कार्य करने वाले 215 दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को पिछले वर्ष - 2015 में इसी जिले में नियमित चतुर्थ वर्गीय कर्मी के रूप में नियुक्त कर लिया* गया! *उन्होंने कहा कि यह सरासर अन्याय* है! *जिसे बिहार का मौसमी कर्मचारी बर्दाश्त नहीं* करेगा। *धरना को संबोधित करते हुए सिंचाई विभाग मौसमी कर्मचारी संघ के नेता पुरुषोत्तम द्विवेदी ने कहा कि आज सिंचाई विभाग में हम मौसमी कर्मचारियों की भी विभाग में वही स्थिति* है! *जो समाज में सर्वाधिक दलित - उत्पीड़ित वर्गों की* है। *हम मौसमी कर्मियों को विगत 10 - 20 वर्षों से प्रतिदिन मात्र 273 रुपए की मजदूरी पर खटाया जा रहा* है। *पदाधिकारियों द्वारा हम से बेगारी भी करवाई जाती है तथा हमें सालों भर काम भी नहीं दिया जाता* है। *हमें अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए विभाग द्वारा साईकिल,मोबाइल, छाता,बरसाती,टॉर्च,वर्दी,सिटी एवं अन्य आवश्यक औजार भी उपलब्ध नहीं कराया जाता* है। *काफी जोखिम वाले क्षेत्रों में सभी तरह के मौसम में रात - दिन नहरों पर निर्जन स्थानों पर अपनी सेवा देने वाले इन मौसमी कर्मियों का जीवन बीमा भी सरकार नहीं* कराती! *यह हमारे साथ अन्याय* है! *जिसे हम अब और ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त* करेंगे । *इस धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिहार -  राज्य - अराजपत्रित - कर्मचारी महासंघ ( गोप गुट) के जिला अध्यक्ष राम ईशरेश सिंह ने कहा कि मौसमी कर्मचारी एवं कार्यपालक सहायक राज्य कर्मियों की जमात में सर्वाधिक शोषित - उत्पीड़ित श्रेणी में आते* हैं! *जिनके हितों के लिए होने वाले संघर्षों को हमारा महासंघ  सर्वोच्च प्राथमिकता देता* है! *लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बाकी राज्य कर्मियों के सारे संवर्गों के लोगों की कोई समस्या हीं नहीं* है। *उन्होंने कहा कि शिक्षकों के बकाया एरियर का भुगतान,स्नातक एवं प्रधानाध्यापक के पदों पर प्रोन्नति,बकाया एम0 ए0 सी0 पी0 (ए0सी0पी0 ) में प्रोन्नति,इत्यादि कुछ ऐसी ज्वलंत समस्याएं* हैं! *जिसका समाधान न हो पाने के कारण जिले के सारे शिक्षक और कर्मचारी हताश और निराश* हैं। *इस धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार -  राज्य - प्राथमिक - शिक्षक संघ ( गोप गुट)'मूल' के जिला सह - संयोजक संजय कुमार सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस जिले के 'जिला शिक्षा पदाधिकारी' के कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर* है! *जबकि शिक्षक हित के सारे कार्य वर्षों से लंबित* है। *राज्य - सरकार के स्पष्ट आदेश के बावजूद इस जिले में शिक्षकों का स्नातक ग्रेड और प्रधानाध्यापक के पदों पर प्रोन्नति पिछले करीब पांच वर्षों से लंबित* है। *यहां तक कि शिक्षकों का बकाया एरियर भी बिना पैसे लिए भुगतान नहीं हो पा रहा* है। *ए0सी0पी0 प्राप्त सैकड़ों शिक्षकों का एरियर भुगतान नहीं हो पा रहा* है! *जबकि कई शिक्षक रिटायर्ड होकर घर जा चुके* हैं। *धरना की अध्यक्षता महासंघ ( गोप गुट) के जिला अध्यक्ष राम इशरेश सिंह ने* की। *इसके अलावे इस धरना कार्यक्रम को मौसमी कर्मचारी संघ के दाऊदनगर प्रमंडलीय कमिटी के सचिव, अरविंद कुमार, अध्यक्ष, रविन्द्र कुमार @ बबन जी,,बिहार -  राज्य - प्राथमिक - शिक्षक संघ ( गोप गुट )'मूल अध्यक्ष, कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी, मौसमी कर्मचारी संघ के विजय कुमार सिंह, रविशंकर कुमार,अरविंद कुमार सिंह,रविन्द्र कुमार @बबन जी, कार्यपालक सहायक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष, कमल यादव, इत्यादि लोगों ने भी संबोधित* किया। *इस धरना में काफी संख्या में महिला एवं पुरुष कर्मी भी मौजूद* हुए। *अंत में महासंघ के नेतृत्व में शिक्षकों एवं कर्माचारी नेताओं का एक शिष्टमंडल जिला पदाधिकारी से मिलकर अपनी मांगों के संदर्भ में विंदु वार वार्ता* की, *तथा अंत में उन्हें अपनी मांग पात्र* सौंपी। *जिला पदाधिकारी  ने शिष्टमंडल को कर्मचारी शिक्षकों की समस्याओं के समाधान हेतु अपने स्तर से सर्वोत्तम प्रयास करने का आश्वासन* दिया। *जो मांगें राज्य -  सरकार से संबंधित* हैं! *उस पर उन्होंने सरकार को लिखने का आश्वासन* दिया। *जिसका महासंघ, गोप गुट के लोगों द्वारा प्रेस विज्ञप्ति भी जारी किया* गया!