एक, एक कर आंदोलनकारी किसान दम तोड़ चुके है। किसी को पेट या सीने में दर्द तो कोई हादसे में जान गवां दी

एक, एक कर आंदोलनकारी किसान दम तोड़ चुके है। किसी को पेट या सीने में दर्द तो कोई हादसे में जान गवां दी 
रिपोर्टः 
रिपोर्टः गया से बिहार 
विगत 18 दिनों से जारी किसान आंदोलन में टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर एक, एक कर आंदोलनकारी किसान दम तोड़ चुके है। किसी को पेट या सीने में दर्द तो कोई हादसे में जान गवां चुके है। सर्दी से आसमान तले बैठे किसान लगातार बीमार पड़ रहे है।
    आज कांग्रेस पार्टी के तत्वाधान में मृत किसानों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया एवम् ईश्वर से प्रार्थना की गई की इस दुख की घड़ी में इनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करे।
      अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, इंटक के प्रदेश सचिव अशोक सिंह, सेवादल के जिला मुख्य संगठक टिंकू गिरी, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, शिव कुमार चौरसिया, श्रीकांत शर्मा, विनोद बनारसी, लाडला आलम, अनस आलम, नाजिर खान, मनोज कुमार पान, राजीव कुमार तांती, नरेश पासवान आदि ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इस किसानों के जायज मांगो को मानने के बजाए उल्टे पूरी सरकार, सम्पूर्ण भाजपा, आर एस एस किसानों के आंदोलन को कुचलने , देश की जनता को भ्रमित करने, एवम् लड़ने की योजना बना कर देश के अन्न दाता किसान को डराना चाहती है।
      नेताओ ने कहा की आज भारत के किसानों का आंदोलन पूरे विश्व में फ़ैल गई है, जिससे मोदी सरकार विचलित हो कर अपने 800 फर्जी नेताओ को देश में किसानों के खिलाफ बोलने एवम् देश को भ्रमित करने का जिम्मा सौंपा है, जिसे किसान, मजदूर एवम् आमजन सफल नहीं होने देंगे।