डीएम ने जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक की आयोजित

         डीएम ने  जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक की  आयोजित 

      गयाःजिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित की गई।*
    बैठक में मुख्य रूप से टीकाकरण की समीक्षा, कोविड-19 सैंपल जांच की समीक्षा, वैक्सीन की बर्बादी रोकने हेतु दिए गए निर्देश, मगध मेडिकल में कार्य संस्कृति को और अधिक प्रभावी तरीके से बहाल करने हेतु जिलाधिकारी द्वारा अधीक्षक को आवश्यक निर्देश सहित दिव्यांगों बायोवृद्ध एवं गंभीर रोग से ग्रसित लोगों के लिए घर पर टीका की व्यवस्था सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा की गई।
   टीकाकरण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि गया नगर निगम क्षेत्र में 320617 के विरुद्ध 231356 टीका जो लगभग 72% है। बोधगया नगर परिषद में 41180 के विरुद्ध 41180 जो शत-प्रतिशत उपलब्धि, टिकारी नगर परिषद 23235 के विरुद्ध 23025 टीका जो लगभग 99% उपलब्धि, शेरघाटी नगर परिषद 26800 के विरुद्ध 25819 टीका जो लगभग 96% की उपलब्धि प्राप्त की गई है।
   जिला पदाधिकारी ने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण कार्य में तेजी लावे। *उन्होंने प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में कम से कम पांच- पांच अतिरिक्त सेशन साइट बढ़ाने का निर्देश दिया है।
    वैसे *दिव्यांग व्यक्ति, बायोवृद्ध व्यक्ति तथा गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति जो टीकाकरण सत्र स्थल पर जाने में असमर्थ हैं। उनके लिए उनके घर पर ही टीकाकरण की व्यवस्था जिला प्रशासन गया द्वारा की गई है। आवश्यकता होने पर ऐसे व्यक्ति जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी गया के मोबाइल संख्या 9470003268 अथवा स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार द्वारा जिला स्तर पर उपलब्ध मेडिकल हेल्पलाइन 18003456613 पर संपर्क कर सकते हैं ताकि वाहन के माध्यम से उनके घर पर टीकाकरण की व्यवस्था की जा सके।
    बैठक में *जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण की समीक्षा में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 98% टीका बच्चों में लगाया जा चुका है। 21 हजार में से 20 हजार बच्चो को जे० ई० का टीका लगाया जा चुका है। 
   कोविड-19 सैंपल जांच की समीक्षा के दौरान बताया गया कि गया जिले में आज कुल 4914 सैंपल जांच किए गए हैं, जिनमें गया रेलवे स्टेशन पर 1012 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 3837 सैंपल जांच शामिल है। जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन तथा डीपीएम स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि वे रेलवे स्टेशन, भीड़भाड़ वाले मार्केट क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सैंपल जांच में तेजी लाना सुनिश्चित करें।
    जिला पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारियों को कोरोना सैंपल जांच कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों को सैंपल जांच कराया जा सके।
  बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन तथा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य संबंधी स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे हर हाल में वैक्सीन की बर्बादी को रोकना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि इस कार्य हेतु राज्य स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
    *जिला पदाधिकारी ने बताया कि वैक्सीन की बर्बादी जानबूझकर करने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
  उन्होंने लोगों से अपील किया है कि वे टीकाकरण सत्र स्थल पर अधिक संख्या में आकर टीका ले, ताकि वैक्सीन की बर्बादी ना हो सके। उन्होंने कहा कि वैक्सीन किसी संक्रमित व्यक्ति की सुरक्षा कर सकता है। अतः  इसकी बर्बादी रोकना आवश्यक है।
   जिला पदाधिकारी द्वारा अधीक्षक, मगध मेडिकल को निर्देश दिया गया कि जो चिकित्सक, स्टाफ/ कर्मी सही ढंग से रोगी का इलाज नहीं कर रहे हैं। वैसे कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि रोगी को अस्पताल आने के बाद गोल्डन पीरियड में इलाज तथा दवा की सख्त आवश्यकता पड़ती है। अगर कोई चिकित्सक/ चिकित्सा कर्मी गोल्डन पीरियड में लापरवाही बरतते हैं तो उन पर अविलंब कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
   बैठक में सिविल सर्जन, अधीक्षक मगध मेडिकल, प्राचार्य मगध मेडिकल, डीपीएम स्वास्थ्य, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला आपदा पदाधिकारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्तागण सहित अन्य पदाधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।