*पुरे देश के अधिवक्ता समाज दो वर्षों से झेल रहे हैं बहुत बड़ी आर्थिक संकट -- स्नेही*

*पुरे देश के अधिवक्ता समाज दो वर्षों से झेल रहे हैं बहुत बड़ी आर्थिक संकट -- स्नेही*
( *कोरोनाकाल की बहुत बड़ी नुक़सान उठा रहे अधिवक्ता व  मुवकिलगण* ) 
*अजय कुमार पाण्डेय*  औरंगाबाद: ( बिहार )  *जिला -  विधिक  -  सेवा  - प्राधिकार, औरंगाबाद के पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात पहली बार न्यायापालिका के इतिहास में लगातार दो वर्षों से ब्लेक ईयर* रहा, *कोर्ट बन्दी, और वर्चुअल कोर्ट मोड़ की वजह से जिला न्यायालय में भी वादों का पहाड़ खड़ा कर दिया* है!
*व्यवहार -  न्यायालय, औरंगाबाद में पुरी तरह से वर्चुअल कोर्ट 09 अप्रेल से शुरू होने से अधिकांशतः केस फाइलिंग तथा जमानत याचिका कर सुनवाई हो रही* है! *मगर आत्म - समर्पण, गवाही, वारंट, अंन्य आवेदनों पर सुनवाई पूरी तरह से बन्द* है! *हजारों वादों में कोई न्यायिक कार्य न होने की वजह से सेकंडों अधिवक्ता के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई* है, *और मुवक्किलों में भी  न्याय के लिए भारी हताशा और निराशा हो गई* है!  *छोटे - छोटे अपराधिक मामलों में भी सुनवाई नहीं हो रही* है!  *नहीं कोई फैसला आ रही* है! *दीवानी मामलों के अधिवक्ताओं का भी यही हाल* है! *ऐसी परिस्थितियों में पटना हाईकोर्ट और जिला व्यवहार - न्यायालय, औरंगाबाद को स्वत संज्ञान लेते हुए शिघ्र ही फिजिकल कोर्ट शुरू करने की पहल करनी* चाहिए!  *ताकि अधिवक्ताओं का भी कल्याण* हो, *तथा पक्षकारों को भी न्याय मिलने में अत्यधिक विलम्ब न* हो!