आगामी राष्ट्रीय - लोक - अदालत की तैयारी हेतु बैंक पदाधिकारियों के साथ बैठक का किया गया आयोजन

*आगामी राष्ट्रीय - लोक - अदालत की तैयारी हेतु बैंक पदाधिकारियों के साथ बैठक का किया गया आयोजन* *अजय कुमार पाण्डेय* औरंगाबाद: ( बिहार )  *जिला -  विधिक -  सेवा - प्राधिकार, के सचिव, प्रणव शंकर द्वारा शुक्रवार को जिला - विधिक - - सेवा - प्राधिकार, के प्रकोष्ठ में अग्रणी बैंक प्रबन्धक, क्षेत्रीय प्रबन्धक, शाखा प्रबन्धक,के साथ बैठक का आयोजन किया* गया! *आगामी 11 सितम्बर 2021 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय - लोक - अदालत की तैयारियों के सिलसिले में उनके द्वारा बैंक ऋण से सम्बन्धित मामले को राष्ट्रीय -  लोक -  अदालत में निपटाने हेतु आवश्यक दिशा - निर्देश भी दिए* गए! *साथ ही बैंक से सम्बन्धित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कोरोनाकाल में लोगों की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई* है! *वैसी परिस्थिति में बैंक को भी लचिला रूप रखकर समझौता करने के लिए आगे आना* होगा। *सचिव द्वारा बताया गया कि बैंक के पदाधिकारियों द्वारा भी आशवासन दिया गया है कि वैसे मामलें जो पुरानें* हैं, *तथा सम्बन्धित पक्षकार, राष्ट्रीय -  लोक - अदालत के माध्यम से अपने बकाया ऋण को निपटाना चाहते* हैं!  *उन्हें अधिक से अधिक लाभ दिया* जाएगा। *सचिव द्वारा अधिक से अधिक लोगो को इसका लाभ देने हेतु बैक के पदाधिकारियों को निदेशित भी किया* गया! *साथ ही सचिव  द्वारा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि पिछले राष्ट्रीय -  लोक - अदालत की तुलना में इस बार दोगुना वादों का निष्पादन करने का भी लक्ष्य* है! *साथ ही 10 करोड़ रूपया  सेटलमेंट करने का लक्ष्य* है। *यह तभी प्राप्त* होगा *जब बैंक पदाधिकारी, लचिला एवं मानवीय पहलु को ध्यान में* रखेंगें। *पदाधिकारियों ने भी इस बात का आशवासन सचिव को दिया कि उनके द्वारा पुरी कोशिश की* जाएगी, *कि निर्देशित लक्ष्य प्राप्त* हो। *इस बैठक में अग्रणी बैंक प्रबन्धक, उपेन्द्र चतुर्वेदी, भारतीय स्टेट बैंक प्रबन्धक, अजय कुमार द्विवेदी, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक प्रबन्धक, सन्टु कूुमार, बैंक आफ बड़ौदा, प्रबन्धक,तथा अन्य बैंक के पदाधिकारी भी उपस्थित* हूए!   *सचिव द्वारा बैंक से सम्बन्धित पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि राष्ट्रीय -  लोक -  अदालत का आमलोग अधिक से अधिक लाभ* उठाएं! *इसका प्रचार -  प्रसार बैंक* करे! *साथ ही पक्षकार के साथ  प्री सेटिंग कर आने वाले ऋणियों के साथ मामलें का अधिक से अधिक निपटारा* करें।