बड़े उद्योग लगाने तथा गया जिला को विकसित जिला बनाने के उद्देश्य से जिले के उद्यमियों के साथ बैठकःशाहनवाज हुसैन।

बड़े उद्योग लगाने तथा गया जिला को विकसित जिला बनाने के उद्देश्य से जिले के उद्यमियों के साथ बैठकःशाहनवाज हुसैन।
गया, 07 जुलाई 2021, 
रिपोर्टःडीके पंडित
गयाबिहार
श्री सैयद शाहनवाज हुसैन, माननीय मंत्री उद्योग विभाग बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री गया जिला की अध्यक्षता में गया ज़िला में बड़े उद्योग लगाने तथा गया जिला को विकसित जिला बनाने के उद्देश्य से जिले के उद्यमियों के साथ बैठक करते हुए उनके सुझाव एवं उनकी समस्याओं से अवगत हुए। आज की बैठक में चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एरिया के पदाधिकारी, मानपुर पटवाटोली, पत्थर कटी, ग्राम निर्माण मंडल सहित अन्य महत्वपूर्ण उद्योगों से संबंधित व्यक्ति/ उद्योगपति उपस्थित थे।
   बैठक में माननीय प्रभारी मंत्री ने बताया कि बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा 400 से 600 करोड़ रुपए देने की बात कही है इसके लिए सभी जिलों में जमीन चिन्हित करते हुए जमीन क्रय करने का कार्य किया जा रहा है तथा जनवरी 2022 तक जमीन अधिग्रहण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इंडस्ट्री में निर्माण करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। टेक्सटाइल तथा उद्योग के क्षेत्र में गया जिला को हब के रूप में बनाया जाएगा।
   बैठक में बताया गया कि राइस मिल, दाल मिल तथा प्लास्टिक एवं टेक्सटाइल उत्पादित वस्तुएं के कारखाने गया जिला में चल रहे हैं।
   ग्राम निर्माण मंडल के उद्योगपति ने बताया कि उनके यहां 90 बुनकर जुड़े हुए हैं जो सिल्क एवं बूलेन कपड़े का कार्य, साबुन, अगरबत्ती निर्माण का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष  करोड़ों रुपए की लागत से खादी कपड़े का निर्माण किया जाता है। कपड़ा  निर्माण होने के बाद कपड़ों पर रंगाई का कार्य भी किया जाता है।
  पटवाटोली के अध्यक्ष/ उद्योगपति ने बताया कि पटवाटोली में पावर लूम का कार्य अपने अपने घरों में ही कारखाने लगाकर किया जा रहा है परंतु पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने इस कार्य हेतु जमीन चिन्हित करते हुए अलग स्थानों पर स्थानांतरित करने को कहा है, जिसके लिए मानपुर प्रखंड के शादीपुर पंचायत में उक्त कार्य हेतु जमीन चिन्हित किए गए हैं। लगभग 45 से 50 एकड़ की जमीन में यह कार्य किया जाना है। उन्होंने बताया कि 1100 इकाई में लगभग 4500 कामगार कार्य कर रहे हैं। बुनकर संघ ने माननीय प्रभारी मंत्री से अनुरोध किया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए लगभग सभी कारखाने बंद हैं इसलिए बिजली बिल के प्रति यूनिट की दर में कटौती कराने का अनुरोध किया।
   *बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री ब्रजेश मेहरोंत्रा ने बताया कि डोभी प्रखंड में अमृतसर कोलकाता कॉरिडोर बनाने की तैयारी चल रही है। इस कार्य हेतु 1600 एकड़ जमीन चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि गया इंडस्ट्रियल एरिया में 18 यूनिट चल रहे हैं। गया में प्लास्टिक उद्योग तथा फूड प्रोसेसिंग उद्योग काफी बड़े पैमाने पर चल रहे हैं। गया जिले में टेक्सटाइल इलेक्ट्रॉनिक इत्यादि से संबंधित इंडस्ट्रीज लगाने का प्रयास किया जा रहा है। भारत सरकार लगभग 500 करोड़ रूपया इस प्रोजेक्ट में लगाएगी। उन्होंने बताया कि बिहार के लिए यह सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया बनेगा*
   बैठक में उद्योग विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि गया में कुटीर उद्योग यथा तिलकुट, अगरबत्ती का व्यापक पैमाने पर निर्माण किया जाता है। उन्होंने बताया कि टेकुना फार्म इंडस्ट्री एरिया में 30 एकड़ की जमीन में 28 यूनिट कारखाने चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि फूड प्रोसेसिंग तथा प्लास्टिक के उपकरण निर्माण के लिए गया डोभी में कुछ स्थानों पर यूनिट कारखाने लगाए गए हैं।
   इस अवसर पर जिला पदाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि गुरारू प्रखंड अंतर्गत कई बड़े-बड़े लगभग 100 एकड़ का लैंड बैंक चिन्हित किया गया है तथा उन्होंने यह भी बताया कि हर विधानसभा क्षेत्रवार लगभग 50 एकड़ से ऊपर के जमीन को चिन्हित किया गया है ताकि भविष्य में उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि जया जिले में उद्योगों के लिए अपार संभावना है।