जिला पदाधिकारी ने टिकारी एवं बोधगया में वर्षा के पानी से प्रभावित खेतों का निरीक्षण किया*


*फसल क्षति का जायजा जिला पदाधिकारी द्वारा लिया गया*
*जिला पदाधिकारी ने टिकारी एवं बोधगया में वर्षा के पानी से प्रभावित खेतों का निरीक्षण किया*
*जिला पदाधिकारी ने कृषि पदाधिकारी को फसल क्षति का रिपोर्ट तैयार करने का दिया निर्देश*
गया, 11 अगस्त 2021,
रिपोर्टः डीके पंडित 
गयाबिहार 
 गया जिले में लगातार होने वाले वर्षा को ध्यान में रखते हुए जिला पदाधिकारी गया श्री अभिषेक सिंह द्वारा आज *गया जिला अंतर्गत टिकारी प्रखंड के रूपसपुर, केसपा एवं चैता पंचायत अंतर्गत  विभिन्न गांव के किसानों का फसल क्षति से संबंधित जायजा लिया गया।*
सर्वप्रथम उन्होंने रूपसपुर पंचायत के सदोपुर गांव का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस गांव में किसानों का लगभग 15 हेक्टेयर धान के फसल का क्षति हुआ है। उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि सदोपुर में मिट्टी का कटाव होने के कारण पानी खेतों में घुस रहा है। जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अविलंब आपदा विभाग एवं मनरेगा से सहयोग लेकर जिस स्थान से पानी खेतों में प्रवेश कर रहा है। वहां पर सेंड बैग रखवाया जाए साथ ही साथ यह भी कहा कि यदि खेतों में पानी ज्यादा दिन तक रह रहा है जिससे धान की फसल नष्ट हो रही है। उसे चिन्हित करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं।
  इसके उपरांत उन्होंने रूपसपुर पंचायत के बरसीमा गांव का निरीक्षण किया। जिला पदाधिकारी ने खेतों का घूम घूम कर जायजा लिया तथा कृषि पदाधिकारी से संबंधित फसल क्षति आकलन का जानकारी प्राप्त किया। केसपा पंचायत के निरीक्षण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि केसपा पंचायत अंतर्गत लगभग 20 हेक्टेयर फसल क्षति हुई है। चैता पंचायत के निरीक्षण के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि मिट्टी के कटाव होने के कारण फसल नष्ट हुए हैं।
   जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि फिलहाल खेतों में पानी अधिक है जैसे ही खेतों से पानी कम होंते है उसके उपरांत फसल क्षति का आकलन करवाएं ताकि संबंधित किसानों को सहयोग प्रदान किया जा सके। 
   जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी टिकारी तथा अनुमंडल पदाधिकारी टिकारी को निर्देश दिया कि लगातार वर्षा हो रही है। अपने-अपने क्षेत्रों में जर्जर मकान, जो ढह/ गिर गए हैं उन्हें चिन्हित करते हुए रिपोर्ट तैयार कर सहायता प्रदान करें।
    इसके उपरांत उन्होंने बोधगया प्रखंड अंतर्गत बकरौर पंचायत का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बकरौर से मोराटाल जाने वाली सड़क जो आरडब्ल्यूडी द्वारा बनवाया गया था, नदी में तेज धारा से मिट्टी कटाव होने पर सड़क का आवागमन प्रभावित है। जिला पदाधिकारी ने संबंधित सड़क की मरम्मति करवाने का निर्देश दिया। इसके उपरांत उन्होंने बकरौर पंचायत के विभिन्न खेतो का निरीक्षण किया। उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 8 हेक्टेयर सब्जी वाली खेत पूरी तरह नष्ट हो गई है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि नदी का पानी तेज बहाव रहने के कारण खेतों में घुस गया, जिसके कारण सभी फसल नष्ट हो गए। जिला पदाधिकारी ने बकरौर से मोराटाल की ओर जाने वाले पइन, जो लघु सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित है, उसे उड़ाही करवाने का निर्देश दिया। इस पइन से लगभग 100 गांव का पटवन होता है। जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बकरौर पंचायत के खेतों का विस्तृत रूप से फसल क्षति का आकलन करवाएं।
  बकरौर डैम के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा को डैम के समीप खाली पड़े जमीन पर पौधारोपण करवाने का निर्देश दिया। डैम के रास्ते में बिजली विभाग के पोल/ खंबा गिरे रहने पर उसे अविलंब ठीक करवाने का निर्देश दिया। डैम के पानी के प्रवाह के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया सुलुईस गेट (पानी रोकने वाला) को बनवाने का निर्देश दिया। साथ ही नदी के किनारे तटबंध के लंबाई को और अधिक बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि नदी के पानी खेतों में ना जा सके।
   जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी बोधगया को निर्देश दिया कि नदी में अचानक पानी आने के कारण नदी के समीप वैसे कच्चे घर, जो क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनका सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराये तथा उन्हें आपदा विभाग के तहत सहायता उपलब्ध कराये।