विभागों के पदाधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारी तथा मजदूरों दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में बैठक

 एलडीएम गया, स्टेशन मैनेजर गया रेलवे स्टेशन, सिविल सर्जन, उद्योग विभाग सहित बड़े विभागों के पदाधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारी तथा मजदूरों दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में बैठक 
गया, 13 अगस्त 2021,  
रिर्पोटः डीके पंडित
गयाबिहार
श्री बब्बन रावत, उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, भारत सरकार की अध्यक्षता में जिला अतिथि गृह सभागार में नगर निगम गया, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी बोधगया/ टिकारी/शेरघाटी, एलडीएम गया, स्टेशन मैनेजर गया रेलवे स्टेशन, सिविल सर्जन, उद्योग विभाग सहित बड़े विभागों के पदाधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारी तथा मजदूरों दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में बैठक की गई।
    राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने गया नगर निगम से सफाई कर्मचारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त किया। नगर आयुक्त गया नगर निगम श्री सावन कुमार द्वारा बताया गया कि गया नगर निगम में चार प्रकार के कर्मचारी कार्यरत हैं। श्रम विभाग बिहार सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुसार सभी सफाई कर्मियों को बैंक खातों में भुगतान किया जाता है। साथ ही सभी सफाई कर्मियों का ईपीएफ कटौती भी किया जा रहा है जिसमें, 13% निगम और 12% संबंधित सफाई कर्मचारियों के खाते से लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जुलाई माह तक सभी सफाई कर्मियों का वेतन भुगतान किया जा चुका है। 
   माननीय उपाध्यक्ष ने महापौर, उपमहापौर तथा नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सेवानिवृत्त सफाई कर्मियों के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया तथा सभी सफाई कर्मियों का मनोबल बढ़ाने पर बल दिया।
    उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार ने भी सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित किया है। उसी अनुरूप आप सभी सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल  में सफाई कर्मी द्वारा फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में कार्य किया गया हैं। सफाई कर्मियों के साथ कुशल व्यवहार करने से उनका मनोबल और बढ़ेगा।
   ग्वाल बीघा के समीप पेयजल की समस्या के संबंध में उपाध्यक्ष ने बुडको के कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया।
  उन्होंने नगर आयुक्त गया नगर निगम को ग्वाल बीघा अनुसूचित जनजाति वाले क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था कराने तथा शौचालय निर्माण कराने का निर्देश दिया साथ ही जहां पर कच्ची सड़कें हैं वहां पर पक्की सड़कें निर्माण कराने का निर्देश दिया।
     समाज के अंतिम पायदान वाले व्यक्तियों तथा सफाई कर्मियों के बीच जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करें साथ ही भारत सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों को दी जाने वाली सहायता के बारे में सभी को जागरूक करें। उन्होंने प्रत्येक तीन माह पर सफाई कर्मियों के लिए मेडिकल कैंप आयोजित कर उनके स्वास्थ्य जांच  कराने को कहा साथ ही वैसे व्यक्ति जो अब तक कोविड-19 से बचाव हेतु टीका नहीं लिए हैं उन्हें टीका लेने हेतु जागरूक कराते हुए टीका लगवाने को कहा।
   बैठक में सिविल सर्जन गया द्वारा बताया गया कि जिला स्तर पर दो बड़े अस्पताल है, जो जयप्रकाश नारायण अस्पताल तथा प्रभावती अस्पताल हैं। गया जिले में 16 सीएचसी, 8 पीएचसी तथा 8 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। सभी सफाई कर्मी आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे हैं। गया जिले में अस्पतालो में कुल 574 सफाई कर्मी कार्यरत हैं, जिन्हें आउटसोर्सिंग के माध्यम से भुगतान किया जाता है। 
   आयोग ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई कर्मियों को दिए जाने वाली मानदेय की जांच करें कि संबंधित सफाई कर्मी को तय किए गए मानदेय का भुगतान आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा किया जा रहा है या नहीं।
   गया रेलवे स्टेशन की समीक्षा के दौरान आयोग ने स्टेशन मैनेजर को निर्देश दिया कि ठेकेदारों द्वारा रेलवे स्टेशन पर कार्यरत मजदूरों को पारिश्रमिक भुगतान निर्धारित रूप से किया जा रहा है या नहीं इसकी समीक्षा ठेकेदारों के साथ समय समय पर अनिवार्य रूप से करें।
   बैठक में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारियों ने कहा कि नगर परिषद के क्षेत्रों में कार्य करने वाले सफाई कर्मियों को मानदेय का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में सीएफएमएस के माध्यम से किया जा रहा है।
   इसके उपरांत विभिन्न विभागों में कार्य करने वाले सफाई कर्मियों के संबंध में बारी-बारी से जानकारी प्राप्त किया तथा आयोग में किए गए शिकायतों के संबंध में विभागों द्वारा प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया।
   बैठक में महापौर गया नगर निगम, उप महापौर गया नगर निगम, नगर आयुक्त गया नगर निगम, उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, स्टेशन मैनेजर गया, एलडीएम गया, सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।