स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री मयंक वरवड़े द्वारा झंडोत्तोलन करते हुए जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकाम

स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री मयंक वरवड़े द्वारा झंडोत्तोलन करते हुए जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं 
गया, 15 अगस्त 2021, स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री मयंक वरवड़े द्वारा झंडोत्तोलन करते हुए जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दिया। 
                आयुक्त ने जिलावासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान, आध्यात्म एवं मोक्ष की पावन भूमि गया को नमन करते हुए 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आप सभी जिलावासियों को हादिर्क बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। देश के अमर शहीदों, देश के महापुरुषों, कणर्धारों एवं देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने वाले महापुरुषों को शत-शत नमन। स्वतंत्रता के पावन दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, पं० जवाहरलाल नेहरू, डॉ० भीमराव अंबेडकर, डॉ० राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, स्व० अनुग्रह नारायण सिंह, जगदेव प्रसाद, सुखदेव प्रसाद वमार्, सरदार मतुफुर रहमान, राय बागेश्वरी प्रसाद, भट्टू महतो, जिले के स्वतंत्रता सेनानियों विशेषकर इस जिले के महान विभूतियों तथा अपने प्राणों की आहुति देकर स्वतंत्रता दिलाने वाले अन्य सभी अमर शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अपिर्त करता हूँ। 
जिलावासियों, वर्ष 2021 में सम्पूर्ण विश्व सहित हमारा देश भी कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के कारण असह्य पीड़ा को झेलते हुए इस पर विजय प्राप्त करने की ओर हम लोग अग्रसर है। केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा हेतु अथक परिश्रम तथा अनुसंधान के बल पर आज हमारा देश कोविड-19 टीकाकरण के निमार्ण में सफलता प्राप्त किया है। पूरे देश में कोविड-19 का टीकाकरण अभियान का शुभांरभ 16 जनवरी, 2021 से किया गया है, जो अबतक सफलतापूवर्क चलाया जा रहा है। पूरे देश में लगभग 50 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चूका है, जिसके कारण हम आज कोरोना के दूसरे लहर पर लगभग सफलता प्राप्त कर चूके हैं। मैं उन कोरोना यौद्धाओं को नमन करता हूं, जिन्होेेंने अपनी जान तथा स्वास्थ्य की परवाह न करते हुए कोरोना संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों का ईलाज तथा देख-भाल एवं इससे संबंधित कायर् किए हैं। गया जिले में भी 16 जनवरी से अबतक कोविड-19 टीकाकरण अभियान सफलतापूवर्क बिना किसी समस्या के चलाए जा रहे हैं। इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, परिचारीकाएं एवं अन्य स्वास्थ्य कमिर्यों की सेवा उल्लेखनीय है। जिले में अबतक लगभग 11 लाख 50 हजार लोगों को कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं, जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाईन वकर्र तथा विभिन्न आयु वर्ग के आमजन शामिल हैं। साथ ही कोरोना जांच में निरंतर प्रगति हो रहा है। अबतक लगभग 19 लाख 50 हजार कोरोना जांच किए गए हैं। 
हमे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि हमारे गया जिले का विभिन्न क्षेत्रों में चतुदिर्क विकास हो रहा है तथा यह विकास के पथ पर हमेशा अग्रसर है। शिक्षा, विकास, स्वास्थ, कृषि, विद्युत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, जल-जीवन-हरियाली अभियान, सामाजिक सुरक्षा अंतगर्त विभिन्न पेंशन योजनाएं, मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, जन वितरण प्रणाली, पथ निमार्ण से संबंधित विभिन्न योजनाएं, सरकार के 7 निश्चय कायर्क्रम पार्ट-01 एवं पार्ट-02 हर खेत को पानी, विकास की विभिन्न योजनाएं यथा-मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, अनुसूचित जाति/जनजाति के कल्याणार्थ विभिन्न योजनाएं सहित जन सरोकार से जुड़ी योजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करते हुए देश एवं राज्य की प्रगति में कदम से कदम मिलाते हुए समग्र विकास की ओर अग्रसर है। 
जिलावासियों, बिहार में उद्योगों का तेजी से वातावरण बन रहा है। गया जिला अंतगर्त डोभी-चतरा रोड पर 1,617 एकड में इंडस्ट्रीयल पार्क बनेगा, जो व्यवसाय एवं उद्योग के क्षेत्र में गया की तकदीर बदल देगा। इस इंडस्ट्रीयल पार्क को विकसित करने हेतु जीटी रोड से चैडी सडके जुडेंगी, रेलवे कनेक्टीविटी तथा एयर कनेक्टीविटी भी होगी। अंतरार्ष्ट्रीय हवाईअड्डा, गया में एयर कागार्े टमिर्नल बनाया जा रहा है, जिससे उद्योगों को बढ़ने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा। साथ ही अप्रवासी श्रमिकों के लिए 3 करोड़ की लागत से रेडीमेड गारमेंट्स तथा फुड प्रोसेसिंग क्लस्टर का शिलान्यास किया गया है। इसके अतिरिक्त जिले में उद्योगों का नेटवर्क बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े-बड़े भूमि प्लाॅट का चयन किया जा रहा है। 
पिछले माह राज्य के युवाओं, महिलाओं एवं अनूसूचित जाति/जनजाति तथा पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्गो  के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का शुभारंभ किया गया है ताकि राज्य के लोग स्वरोजगार कर अपना जीवन स्तर को उंचा कर सकें तथा राज्य का विकास हो। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना के तहत् 275 लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप मे 2.5 लाख रूपये प्रत्येक उद्यमी को दिया गया है। द्वितीय किस्त के रूप में 198 लाभुकों को 05 लाख रूपये तथा तृतीय किस्त के रूप में 83 लाभुकों को 2.5 लाख रूपये दिए गए हैं। इस योजना अंतगर्त लाभुकों को 05 लाख रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। 
राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है। इसके अंतगर्त अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, छात्रावास खाद्यान्न आपूतिर् योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति उद्यमी योजना, सिविल सेवा योजना, महादलित सामुदायिक भवन का निमार्ण इत्यादि। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के अंतगर्त इस वर्ष में कुल 3,54,87,500 (तीन करोड़ चैवन लाख सतासी हजार पाॅच सौ) रूपये का वितरण कुल-537 पीड़ितों के बीच किया गया है। 
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कायर्क्रम के तहत् राज्य की जनता से सीधा संवाद स्थापित करने, उनकी समस्याओं से अवगत होने एवं उसके त्वरित निवारण हेतु प्रभावी व्यवस्था स्थापित करने के लिए जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कायर्क्रम दिनांक-12 जुलाई, 2021 से प्रारम्भ किया गया है, जिसके तहत् गया जिला से अबतक 20 आवेदकों द्वारा कायर्क्रम में भाग लिया गया है। 
लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत् 44,991 मामलों का निष्पादन किया गया है, जो 95.77 प्रतिशत है। 13,143 मामलों में परिवादी को वैकल्पिक सुझाव दिया गया है। साथ ही सुनवाई एवं मामलों के निष्पादन में गया जिला पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 
जिलावासियों, आत्मनिभर्र बिहार के सात निश्चय कायर्क्रम पार्ट-01 तथा पार्ट-02 से संबंधित योजनाएं जिले में क्रियान्वित की जा रही है। सुशासन के कायर्क्रम (2020-2025) के अंतगर्त आत्मनिभर्र बिहार के सात निश्चय पार्ट-02 कायर्क्रम के अंतगर्त -
हर खेत तक सिंचाई का पानी - इसके अंतगर्त हर खेत में पानी पहुँचाने के लिए प्लाॅटवार सवेर्क्षण के शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग एवं उजार् विभाग के द्वारा अब तकनीकी सवेर्क्षण से सभी राजस्व गांवों के ऐसे प्लाॅटों का सवेर्क्षण पूणर् कर लिया गया है, जहां पानी नहीं मिल पा रहा है। तकनीकी सवेर्क्षण के पश्चात् सिचांई विभाग द्वारा डीपीआर बनाकर विभाग को भेजने का कायर् किया जाएगा।
सबके लिये अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा - इसके अंतगर्त बेहतर पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाएं तथा गांव-गांव तक लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता इत्यादि कार्य किए जा रहे हैं। इसके अंतगर्त माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार द्वारा पूरे राज्य में 2705.35 करोड़ रूपये की लागत से 989 परियोजनाओं का उद्घाटन/शिलान्यास, कायार्रंभ/लोकापर्ण किया गया।  
इसके अंतगर्त गया जिले में 1.27 करोड़ की लागत से अतरी प्रखण्ड के ग्राम पियार में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। 1.17 करोड़ की बजट से अनुमण्डलीय अस्पताल, शेरघाटी में मदर न्यू बोेनर् केयर यूनिट का शिलान्यास किया गया। 26.49 करोड़ रूपये की लागत से अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में बीएससी नसिर्ंग काॅलेज सह छात्रावास का उद्घाटन किया गया। 1.28 करोड़-1.28 करोड़ रूपये की लागत से 07 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, खिजरसराय, मानपुर, आमस, इमामगंज, बाराचट्टी, वजीरगंज, बेलागंज में चिकित्सक एवं स्टाफ क्वाटर्र का उद्घाटन किया गया। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में 13.25 करोड़ रूपये की लागत से 100 बेडों का मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच) का उद्घाटन किया गया। साथ ही 6.30 करोड़ रूपये की लागत से शेरघाटी में एएनएम प्रशिक्षण संस्थान सह छात्रावास का उद्घाटन किया गया।
जिलावासियों, जल-जीवन-हरियाली अभियान राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अंतगर्त वृक्षारोपण, नए तालाबों, आहर, पईन, चेक डैम, कुआँ का निमार्ण एवं जीणोर्द्धार बडे़ पैमाने पर किये जा रहे हैं, साथ ही जिले में सोख्ता का निमार्ण, रेन वाटर हावेर्स्टिंग का निमार्ण भी बडी संख्या में कराये जा रहे हैं। जल संरक्षण की विभिन्न योजनाएं तेजी से क्रियान्वित की जा रही है। निजी घरों, खेतों, बगीचों, सड़कों के किनारे काफी संख्या में वृक्ष लगाए जा रहे हैं, जिससे जिले में भू-गभर् जल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वतर्मान में जिले में पीने के पानी की समस्या कहीं भी नहीं है। औसतन लगभग 21 फीट जल स्तर में वृद्धि हुई है। 
जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत इस वर्ष मनरेगा द्वारा लगभग 11 लाख सहित जिले में कुल 33 लाख पौधे वन विभाग/जीविका इत्यादि द्वारा लगाये गये हैं। जिलावासियों, गया जिले के लिए यह प्रसन्नता की बात है कि गया जिला जल-जीवन-हरियाली अभियान में कई बार राज्य में प्रथम जिला के रूप में गौरव प्राप्त कर चुका है।   
गया जिले में मनरेगा के तहत् शहरी क्षेत्रों में 67 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 1335 कुओं का जीणोर्द्धार किया गया है। 160 चेक डैम ग्रामीण विकास विभाग एवं 51 चेक डैम वन विभाग द्वारा निमार्ण कराया गया है। 2483 आहर, 1498 पईन का जीर्णोद्धार/निमार्ण किया गया है। लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 27 तालाब एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 267 तालाबों का जीर्णोद्धार/निमार्ण किया गया है। मनरेगा द्वारा 596, कृषि विभाग द्वारा 250, पशु एवं मतस्य विभाग द्वारा 45 नए जल श्रोतों का निमार्ण/जीर्णोद्धार किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा 905, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 एवं अन्य विभागों द्वारा 1045 भवनों में वषार् जल संचयन का निमार्ण कराया गया है।  
गया जिले के लोगों को सालों भर पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी परियोजना जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतगर्त गंगा उद्वह योजना के तहत् परियोजना कार्य का निमार्ण तेजी से कराए जा रहे हैं। इसके अंतगर्त जिले के मोहड़ा प्रखण्ड के तेतर पंचायत में गंगा जल लाने हेतु पाईप लाईन बिछाने का कायर् तेज गति से किए जा रहे हैं। साथ ही मानपुर प्रखण्ड अंतगर्त अबगिल्ला में जल शोधन संयंत्र का निमार्ण किया जा रहा है। उम्मीद है कि इस वषर् के अंत तक गंगा उद्वह परियोजना को पूणर् कर लिया जायेगा। इस परियोजना की समीक्षा माननीय मुख्यमंत्री द्वारा नियमित रूप से की जा रही है। 
जिलावासियों, हमे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि गया जिला को आकांक्षी जिला aspirants district घोषित किया गया है, जिसके अंतगर्त गया जिला में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, विद्युत सहित विभिन्न जनोंपयोगी योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु विशेष पहल की जा रही है। 
जिले में सात निश्चय योजना के तहत् नल-जल योजना के अंतगर्त पंचायत राज विभाग द्वारा 2,576 वार्ड में  क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति द्वारा कार्य पूर्ण कराया गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 466 वार्ड में नल-जल योजना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जो शत-प्रतिशत है। 
   पक्की गली-नाली योजना के तहत् 4,573 वार्ड में कार्य पुर्ण किया गया है, जो शत-प्रतिशत है। कुल-81 पंचायत सरकार भवन पूर्ण हो गए है तथा लगभग 50 से अधिक पंचायत सरकार भवन का निमार्ण कार्य प्रारम्भ है। 138 पंचायत सरकार भवनों में आरटीपीएस काउन्टर भी चल रहे हैं, जिसमें पूर्व के बने पंचायत सरकार भवन भी शामिल हैं। 
जिले में भूमि विवाद के निराकरण हेतु प्रत्येक शनिवार को अंचलाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष द्वारा जिले के थानों में संयुक्त बैठक कर भूमि विवाद का निराकरण किया जा रहा है। इस कार्य में अनुमण्डल पदाधिकारी तथा अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी द्वारा नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। अबतक जिले में 522 भूमि विवादों का निराकरण किया गया है। 
जिले में छात्र छात्राओं के पठन-पाठन तथा इनके सवार्गीण विकास एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु सतत् प्रयास किए जा रहे है। इसके अन्तगर्त उन्नयन बिहार कायर्क्रम के तहत् जिले के 385 उच्च विद्यालय तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्माटर् क्लास कायर्क्रम संचालित है। प्रत्येक कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 100 बालिकाओं को भोजन, छात्रवृत्ति, पोशाक तथा व्यवसाय हेतु आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2020-2021 में 05 नया विद्यालय भवन निमार्ण की स्वीकृति प्राप्त हुई है, जिसमें से 01 यूनिट का कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।
कृषि के क्षेत्र में गया जिला निरंतर प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत गया के 3 लाख चिहिन्त किसान के बैंक खाते में आठवीं किस्त की राशि रू॰ 2,000 प्रति किसान की दर से भेजी गई है। 
गया जिले में परम्परागत खेती के अतिरिक्त लेमनग्रास की खेती से किसानों को अच्छी आय प्राप्त होती है। जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में लेमनग्रास की खेती प्रारम्भ की गई है। जिले के 05 प्रखण्ड यथा बाराचट्टी, डोभी, बांकेबाजार, टिकारी एवं कोंच में 20-20 एकड़ के कलस्टर में लेमनग्रास की खेती की जा रही है। घरेलू एवं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लेमनग्रास के तेल की भारी मांग को देखते हुए जिले में लेमनग्रास की खेती हेतु किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस कार्य हेतु एक वृहत कायर्क्रम तैयार किया जा रहा है। साथ ही उन्नतशील किसानों को विशेष प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है। जिले के 12,000 से अधिक किसानों के मिट्टी नमूने लेकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के अंतगर्त गया जिला में कुल-145 लाभार्थी का चयन कर विभाग को भेजा गया है। मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि के तहत् इंटर में उतीर्ण अल्पसंख्यक छात्रा को रू॰ 15,000 प्रति छात्रा की दर से 1,501 छात्राओं को प्रोत्साहन राशि लाभार्थी के बैंक खाता में भेजा गया है। 
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत् 1,262 लोगों को लाभ दिया गया है, साथ ही प्रत्येक प्रखण्ड में 02-02 एम्बुलेंस की स्वीकृति भी दी गई है, जिसके अंतगर्त अबतक 06 एम्बुलेंस का क्रय लाभुक द्वारा किया गया है। 
राशन कार्ड - जिले में अबतक कुल - 2,31,505 आवेदनों के विरूद्ध 1,95,665 राशन कार्ड ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में वितरण किया गया है। 
जीविका के तहत् गया जिले के अनुमण्डल अस्पताल, शेरघाटी, टिकारी, सदर अस्पताल (जय प्रकाश नारायण अस्पताल) एवं प्रभावती अस्पताल में दीदी की रसोई प्रारम्भ किया गया है, जिसके अंतगर्त अस्पतालों में ईलाजरत मरीज तथा उनके परिजनों को शुद्ध, पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन निधार्रित दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कायर् से जीविका दीदियों में स्वालंबी तथा उद्यमी बनने की प्रेरणा मिल रही है। 
जिले में मनरेगा के तहत् इस वित्तीय वर्ष में अबतक 40 लाख 80 हजार 912 मानव दिवस सृजित किया गया है, जो लक्ष्य का 87.52 % है। इसके तहत् 99,715 योजनाओं को पूर्ण किया गया है। पूरे राज्य में गया जिला में श्रमिकों को सवार्धिक रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।   
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2019-20 में 75,927 आवास की स्वीकृृति दी गई है, जो प्राप्त लक्ष्य का 98.31% है। साथ ही 63,201 आवास को पूर्ण कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत् गया जिला में 1,983 इकाई की स्वीकृति दी गई है, जो प्राप्त लक्ष्य का 90.01 प्रतिशत है। साथ ही 1,273 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। 
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत जिले में कुल-4 लाख 23 हजार 492 परिवार के घरों में शौचालय का निमार्ण कराया गया है। जिनके पास शौचालय निमार्ण हेतु जमीन नहीं है, उनके लिए 1,487 सामुदायिक शौचालय स्वीकृृत किया गया है, जिसमें से 526 सामुदायिक शौचालय पूर्ण कराया गया है। 
प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतगर्त पहली बार गभर्धारण करने वाली महिलाओं को 3 किस्तों में 5,000 रूपये की राशि उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत् अबतक 96,282 लाभार्थी को लाभ दिया गया है।
सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तहत् मुख्यमंत्री सामार्थ्य योजना अंतगर्त 180 कृत्रिम अंग उपकरण यथा ट्राईसाईकिल, बैशाखी, कान का आला) का वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री निःशक्तजन स्वरोजगार ऋण योजना के अंतगर्त 13 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना में 63 लाभुकों को मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल का वितरण किया गया है। बाल सहायता योजना के अंतगर्त कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए 07 बच्चों को 1500 रूपए प्रतिमाह सहायता राशि दी जा रही है, जिन्हें 18 वषर् की उम्र तक यह लाभ दिया जाएगा।
जिला निबंधन एवं परामशर् केन्द्र के तहत् स्टूडेंट क्रेडिट काडर् योजना के अंतगर्त जरूरतमंद विद्याथिर्यों को 04 लाख रूपये तक की ऋण राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर दी जाती है। अबतक 5,700 से अधिक आवेदक योजना के लाभ से लाभान्वित हो चुके हैं।
कुशल युवा कायर्क्रम के अंतगर्त कौशल विकास हेतु बुनियादी कम्प्यूटर ज्ञान, भाषा, कौशल (हिन्दी/अंग्रेजी) एवं व्यवहार कौशल का निःशुल्क ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रखण्डों में अवस्थित कौशल विकास केन्द्रों पर दिया जाता है। जिले में अबतक 39,766 से अधिक युवाओं को इस कायर्क्रम का लाभ दिया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के अंतगर्त प्रत्येक चयनित आवेदक को प्रतिमाह 1,000 रूपये की राशि 02  वर्ष तक दी जाती है। जिले में अबतक लगभग 22,344 युवाओं को योजना का लाभ दिया गया है