डीएम ने आदर्श महिला स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के तत्वाधान में लगाए गए 20 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती का अवलोकन।

 डीएम ने आदर्श महिला स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के तत्वाधान में लगाए गए 20 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती का अवलोकन।
गया, 19 अगस्त 2021, 
रिर्पोटः डीके पंडित
गयाबिहार
 जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने *बांके बाजार प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र परसावां खुर्द पंचायत अंतर्गत बेला गांव में आयोजित आदर्श महिला स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के तत्वाधान में लगाए गए 20 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती का अवलोकन किया।* उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को लगाए गए लेमनग्रास को समय-समय पर देखभाल किसानों द्वारा करवाते रहने का निर्देश दिया ताकि सभी लेमनग्रास जीवित रह सके। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को यह भी कहा कि लेमन ग्रास लगाने के उपरांत कुछ महीनों तक इसे संरक्षित करना होगा इसके उपरांत यह अपने आप सालों भर उपजते रहेगा। औरो फसलों की अपेक्षा लेमन ग्रास में काफी कम पानी का इस्तेमाल होता है। परंतु कुछ महीनों तक समय-समय पर पानी का पटवन लेमन ग्रास को संरक्षित रखने हेतु अवश्य करें।
   इसके उपरांत उन्होंने आयोजित कार्यकम को संबोधित करते हुए कहा कि *आज इस युग में एक खेती परिवार चलाने के लिए की जाती है तथा एक खेती परिवार को बदलने के लिए की जाती है। नई तकनीकी से खेती कर आप सभी किसान अधिक आमदनी प्राप्त कर अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकते हैं।*  तथा अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। सुदूरवर्ती क्षेत्र में इस तरह की लेमन ग्रास खेती कर आप लोगो ने जो उत्साह का परिचय दिया है, जिससे देखकर हमारा भी उत्साह बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हम लोग पदाधिकारी हैं, हमारा काम ड्यूटी करना है परंतु आप सभी किसान के लिए खेती ही जिंदगी है, इसे कैसे सवारना है यह आप पर निर्भर करती है। कृषि का स्वरूप बदला है, किसान कृषि से भी अच्छी आमदनी प्राप्त कर बेहतर जिंदगी जी सकते हैं। आप सभी किसान अपने खेतों के मृदा, वातावरण तथा जलवायु के अनुसार फसल का चयन करें। केवल धान एवं गेहूं की फसल पर निर्भर ना रहें। मौसम बदल रहे हैं जलवायु परिवर्तन हो रहा है इसी के अनुकूल जाकर खेती करें।
     कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने लेमन ग्रास की खेती की उपयोगिता एवं उसके उत्पाद तथा उसके फायदे से संबंधित विस्तृत जानकारी लोगों को संबोधित करते हुए बताया। उन्होंने बताया कि इसकी खेती के लिए प्रति एकड़ पच्चास हजार रुपये का निवेश किया जाता है। तत्पश्चात पहले साल 25 हजार रुपये का आमद तथा दूसरे साल पच्चास हजार रुपये तक की आमदनी किसान को मिलती है। उन्होंने बताया कि लेमनग्रास से साबुन, हर्बल चाय, विटामिन ए, हैंड वॉश, फेशवॉश तथा रूम फ्रेशनर बनाया जाता है। इस अवसर पर  जिला उद्यान पदाधिकारी शशांक कुमार, आत्मा के रविंद्र प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी उपेंद्र पंडित, प्रखंड विकास पदाधिकारी अतुल प्रसाद, कृषि पदाधिकारी मनोहर लाल, महात्मा बुध एग्रीकल्चर क्लीनिक से राजेश सिंह, फेडरेशन अध्यक्ष द्रोपती देवी, सचिव प्रतिमा कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।