बैराड़ पुलिस प्रशासन की अनदेखी और भ्रष्टाचार पर रोकथाम को लेकर दिया ज्ञापन

बैराड़ पुलिस प्रशासन की अनदेखी और भ्रष्टाचार पर रोकथाम को लेकर दिया ज्ञापन 

बैराड़। बैराड़ थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन द्वारा तानाशाही की जा रही है जिसमें पुलिस द्वारा स्मैक एवं समस्त अवैध कारोबारों को खुलेआम चलाया जा रहा है जिनको लेकर बैराड़ के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न अनुशांगिक संगठनों ने तहसीलदार बैराड़ को एसपी महोदय के नाम ज्ञापन दिया है गुरूवार को बैराड़ के विभिन्न संगठनों द्वारा दोपहर 2.30 बजे नारेवाजी करते हुए प्रशासन की तानाशाही नही चलेगी, पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ना है चोरों से, भारत माता की जय, जय जय श्री राम, वंदेमातरम आदि नारों के साथ बैराड़ नगर की समस्याओं को लेकर 5 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन तहसीलदार बैराड़ द्वारा पुलिस अधीक्षक शिवपुरी के नाम सौंपा। 
जिनमें प्रमुख मांगो मे प्रथम मांग बैराड़ में प्रतिदिन चोरियां हो रही है जिन पर पुलिस की कोई रोकथाम नहीं है नांहि किसी प्रकार की कार्रवाई की जा रही है इन सब से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह सभी चोरियां पुलिस प्रशासन के संरक्षण में हो रही है बही दूसरे पॉइंट में बैराड़ क्षेत्र में स्मैक, सट्टा,जुआ,अवैध उत्खनन, कच्ची शराब आदि अवैध कार्य पुलिस प्रशासन की देखरेख में फल- फूल रहे हैं जिनकी वजह से बैराड़ के अनेक परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं इन पर भी पुलिस प्रशासन द्वारा कोई अंकुश नहीं लगाया गया है तीसरे पॉइंट में पुलिस प्रशासन बैराड़ द्वारा एक विशेष वर्ग के समुदाय को खुला संरक्षण दिया जा रहा है जिससे सभी हिंदूवादी संगठन एवं हिंदू समाज में विशेष आक्रोश व्याप्त है यहां ऐसा प्रतीत होता है कि बैराड़ पुलिस द्वारा दोहरी मानसिकता के साथ कार्य किया जा रहा है चौथे पॉइंट बैराड़ पुलिस प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर मोहर्रम पर हजारों की संख्या में डीजे, साऊंड और प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकाला गया। पांचवे पॉइंट बैराड़ थाना प्रभारी के कार्यकाल में अब तक लगभग 2 दर्जन से अधिक चोरी हो चुकी हैं जिसमें से अभी तक एक भी चोरी को उजागर नहीं किया जा सका है। आग्रह करते हुए कहा है कि  प्रस्तुत उक्त मांगों को ध्यान में रखते हुए इन सब अवैध कारोबार एवं चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने में सक्षम हो एवं बैराड़ थाना स्वच्छता पूर्वक ढंग से चल सके अन्यथा ऐसी स्थिति में सभी हिंदूवादी, धार्मिक, सामाजिक संगठनों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी स्वयं प्रशासन की होगी। इसमें विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के नेतृत्व में भारतीय किसान संघ बैराड़, खाटू श्याम मित्रमंडल, एबीवीपी एवं अन्य सामाजिक लोग उपस्थित रहे।