विकास से कोसो दूर है जयगीर पंचायत का तुरिया टोला नल जल भी है पूरी तरह फेल रिपोर्ट :विनोद विरोधी बाराचट्टी (गया)।सरकारी योजनाओं को लेकर जागरूकता हेतु करोड़ो रूपये खर्च किये जा रहे है, लेकिन इस

विकास से कोसो दूर है जयगीर पंचायत का तुरिया टोला

 नल जल भी है पूरी तरह फेल  

रिपोर्ट :विनोद विरोधी

 बाराचट्टी (गया)।सरकारी योजनाओं को लेकर जागरूकता हेतु करोड़ो रूपये  खर्च किये जा रहे है, लेकिन इसका फायदा आम जनता को कितना हो रहा है  इसका जीता जागता नमूना बाराचट्टी प्रखंड के जयगीर पंचायत का तुरिया टोला है। बिहार सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले सात  निश्चय योजना के तहत नल जल को लेकर बड़े बड़े वादे किए जाते रहे है।यहां तक कि पूरे भारत में नल जल की सूची में बिहार का भी नाम शामिल है ,लेकिन हकीकत है कि बिहार के गांव -गांव तक प्रत्येक घरों में आज भी नल का जल पहुँच पाया है यह संदेह के घेरे में है। कुछ इसी तरह का मामला बाराचट्टी प्रखंड के जयगीर पंचायत के ग्राम दोवाट की है ,जहां आज भी सरकारी योजना के नाम पर महज चंद दूरी तक एक पक्की सड़क व कुछ इंदिरा आवास योजना ही है. सात निश्चय के तहत नल जल का काम किया गया है जलमीनार की भी निर्माण की गई है लेकिन प्रत्येक घरों तक पानी नही पहुच पा रहा है दोवाट के पश्चिमी टोला जो कि तुरियाटोला के नाम से जाना जाता है। ग्रामीणों में लखन तुरी , धनी तुरी , देवंती तुरी बताते है कि हमलोग झारखंड से बांस ख़रीकर कर लाते है और उसको टोकरी बनाकर बेचते है ।यही हमलोग का प्रत्येक दिन का रोजगार है। हमलोग को सरकारी सहायता से मात्र एक कुआं का मरम्मत करवाया गया है, जिससे हमलोग पानी पीते है। उन्होंने यह भी बताया है कि  लगातार बारिश होने की वजह से घर गिर गया ।गनीमत ये रही कि उस समय घर मे किसी की हताहत की सूचना नही है ।इसकी सूचना  मुखिया कैलू मांझी को दिया लेकिन  कोई समाधान का रास्ता नही निकाला । हमलोगों के आने जाने में सड़क नही होने के वजह से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में सड़क नही होने के कारण बांस भी घर नही लाकर रख सकते है ,जिससे हमलोगों की रोजगार पर आफत की नौबत आ जाती है ।  जीटी रोड 71 माइल से झारखंड को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क जो कि दोवाट में बारिश होने की वजह से आफत बन गयी है ।इस सड़क से लगभग 20 गांवों के लोगो का आवागमन होता है। सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि पैदल चलना भी दूभर हो गया है। स्थानीय लोगो का कहना है कि हमलोगों को प्राथमिकता के तौर पर सड़क की निर्माण बहुत जरूरी है। इससे केवल दोवाट गांंव का ही भला नही होगी बल्कि इससे कई गांव के लोगो का आवागमन होता है. सड़क की पक्कीकरण कुछ दूरी तक हुआ है और कुछ बाकी रह गया, जिसके कारण पूरे गांव का खराब मैसेज दूसरे राज्यों तक जाता है । 
इधर मुखिया कैलू मांझी से उपरोक्त समस्या के बारे में बताते है कि हमने नल जल का काम वार्ड सदस्यों को सौप दिया है और जहां तक नल जल की समस्या है तो उसकी भी निराकरण किया जाएगा ।लखन तुरी के घर की मुआवजा की, तो उनको मैने सूचना दिया था कि आप एक आवेदन दें,जिसके आधार पर आपदा विभाग से मुवावजा राशि मिल जाएगा ।