भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न से सम्मानित सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के पूर्व संध्या पर प्रासंगिकता विषय पर किया गया जन गोष्टी कार्यक्रम का आयोजन

भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न से सम्मानित सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के पूर्व संध्या पर प्रासंगिकता विषय पर किया गया जन गोष्टी कार्यक्रम का आयोजन
विश्वनाथ आनंद 
गया( मगध बिहार ):- भारतरत्न से सम्मानित देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती की पूर्व संध्या पर स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण, कांग्रेस सेवादल बोर्ड कार्यालय में शिक्षक दिवस पर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रासंगिकता विषय पर जन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जन गोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भारतरत्न, देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती सम्पूर्ण भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू होने पर सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों को सर्वपल्ली राधाकृष्णन की फोटोयुक्त टिकट वितरण किया जाता था, जिसे छात्र बडे़ गर्व से अपने सीने पर लगाकर महामानव राधाकृष्णन के व्यक्तित्व एवम् कृतित्व पर प्रकाश डालते थे, परंतु विगत कई वर्षों से इस परम्परा के बंद होने से छात्र शिक्षा, शिक्षक,एवम् शिक्षक दिवस की चर्चा भी भूलते जा रहे हैं, जिसे केंद्र एवम् विभिन्न राज्य के सरकारों प्रारंभ करने की जरूरत है । शिक्षाविद् डॉ मदन कुमार सिन्हा ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन उच्च कोटि के विद्वान, दार्शनिक, शिक्षक, कुलपति, उपराष्ट्रपति, से राष्ट्रपति तक के पद पर आसीन होने के बाद भी बेहद सरल, मृदुभाषी, लोकप्रिय, एवम् राष्ट्र प्रेमी थे, जिनका लोहा अंग्रेजी हुकूमत, देश, विदेश के लोग मानते थे।प्रो अरुण कुमार प्रसाद ने कहा कि आज देश के सभी शिक्षक उनकी जयंती शिक्षक दिवस के रूप में मनाने पर अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं lजन गोष्ठी को प्रो विशवनाथ कुमार, प्रो डॉ अनिल कुमार सिन्हा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी,  डी एन पी शर्मा,सोमनाथ भारती, विनोद बनारसी, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान, सुजीत गुप्ता, रमेश शर्मा, राम प्रवेश सिंह, श्रीकांत शर्मा, आदि ने भी संबोधित करते हुए अपने विचार प्रकट किया।