लापरवाही,बारिश का पानी भरने से इंदरगढ़ पीएम हाउस मे 6 घंटे पानी में तैरता रहा शव
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दतिया।यह मामला इन्दगढ़ थाना क्षेत्र का है कि तेज बारिश के चलते गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात इंदरगढ़ अस्पताल के पीएम हाउस में पानी भर जाने के कारण वहां पोस्टमार्टम के लिए रखा शव पानी में उतराने लगा। करीब 6 घंटे तक शव पानी में ही पड़ा रहा। शुक्रवार सुबह जब मृतक के परिजन पीएम हाउस पहुंचे तो वहां शव पानी उतरता देखा है तो भड़क गए। इन्दगढ़अस्पताल स्टाफ की इस लापरवाही को लेकर उन्होंने वहां हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और तत्काल स्टाफ को भेजकर पीएम हाउस से शव को बाहर निकलवाकर उसे दूसरे कमरे में सुरक्षित रखवाया गया। अस्पताल प्रबंधन की इस गंभीर लापरवाही को लेकर काफी देर तक अस्पताल का माहौल हंगामेदार बना रहा। जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर शाम इंदरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र पर पीएम के लिए दो शव लाए गए थे, जिनमें एक शव खडोआ निवासी नरेंद्र प्रजापति पुत्र राजाराम प्रजापति का था। जिसकी मौत नहर के पास करंट लगने से डूब जाने से हो गई थी। उक्त युवक का शव लांच पुलिस अस्पताल लेकर आई थी। वही दूसरा शव धीरपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम थैली गुरुवार शाम चितारी जिला शिवपुरी निवासी अमजद खान पुत्र आसीन खान का था, जिसने अपनी ससुराल में बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मृतक अमजद पिछले माह शिवपुरी के चितारी ग्राम में आई बाढ़ में अपना सब कुछ नष्ट हो जाने के बाद अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ ग्राम थैली में ससुराल में रहने लगा था। धीरपुरा पुलिस ने मृतक अमजद का शव भी पीएम के लिए इंदरगढ़ अस्पताल भिजवाया था। रात हो जाने के कारण दोनों शव अस्पताल के पीएम हाउस में स्टाफ द्वारा रखवा दिए गए। पीएम हाउस में एकमात्र पत्थर की टेबल होने के कारण। एक शव टेबल पर और दूसरा वहां नीचे जमीन पर ही रख दिया गया था। देर रात अचानक हुई तेज बारिश के कारण पीएम हाउस में लबालब पानी भर गया और फर्श पर रखा शव पानी में उतराने लगा। करीब 6 घंटे तक शव पानी में ही पड़ा रहा। अस्पताल स्टाफ की ओर से उसे सुरक्षित रखवाने की जिम्मेदारी नहीं निभाई गई। जानकारी के मुताबिक पानी में खड़े होकर चिकित्सकों ने किया पीएम, डॉ.अवनीश त्रिपाठी व डॉ. सुनील वर्मा द्वारा एक फीट पानी में खड़े रहकर पीएम किया गया। पीएम में देरी को लेकर भी स्वजन आक्रोशित थे। उनका आरोप था कि अस्पताल स्टाफ पीएम समय पर करने की अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतता रहा। इस मामले में बीएमओ का कहना था कि पुलिस की ओर से पीएम फार्म समय पर नहीं भेजे जाने के कारण पीएम में देरी हुई। पीएम फार्म ही 10 बजे तक मिल सके, जिसके कारण दोपहर 1 बजे तक शवों के पीएम किए जा सके। इन्दगढ़ अस्पताल में अव्यवस्थाओं का इतना आलम है कि वहां शव को उठाने के लिए स्ट्रेचर तक स्वजनों को नहीं मिल सकी। जिसके कारण पीएम हाउस से शव को बाहर खींचकर निकालना पड़ा। उसके बाद किसी तरह स्वजन और स्टाफ ने मिलकर उसे दूसरे कमरे में सुरक्षित रखा।
डॉ.वीरसिंह खरे, बीएमओ कहना है
गुरुवार रात को एक साथ दो शव आ जाने के कारण यह स्थिति बनी। पीएम हाउस में बारिश का पानी भरने के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को बता चुके हैं। इसमें सुधार कराना आवश्यक है, जो अभी तक नहीं हो पाया है। पीएम फार्म समय पर नहीं पहुंचने के कारण पीएम करने में देरी हुई।