औरंगाबाद में राष्ट्रीय - लोक - अदालत संपन्न*

*औरंगाबाद में राष्ट्रीय -  लोक -  अदालत संपन्न*.          *अजय कुमार पाण्डेय* औरंगाबाद: ( बिहार )  *शनिवार दिनांक  - 11 सितंबर 2021 को औरंगाबाद में राष्ट्रीय  -  लोक - अदालत  के आयोजन  मौके पर सर्वप्रथम, प्रभारी, जिला एवं सत्र -  न्यायाधीश सह  जिला - विधिक -  सेवा -  प्राधिकार, अध्यक्ष,   माननीय, ओम प्रकाश सिंह, प्रधान - न्यायाधीश,  रामलाल शर्मा,  जिला -  विधिक -  सेवा  -  प्राधिकार, सचिव, प्रणव शंकर, अपर - मुख्य -  न्यायिक -  दंडाधिकारी, सौरभ कुमार सिंह ने संयुक्त रुप से सभागार में द्वीप प्रज्वलित कर विधिवत उदघाटन* किया! *जिसमें मौजूद सभी माननीय, न्यायाधीशों ने बारी - बारी से अपने - अपने मंतव्य देते हुए मौजूद मीडिया कर्मियों के समक्ष संबोधित करते हुए कहा कि बे - वजह काफी लंबे समय तक अपने एवं अपने परिजनों के विकास करने के बजाय न्यायालय के चक्कर में हमेशा पैसा खर्च कर केस लड़ने से बेहतर होगा कि किसी भी मामले में राष्ट्रीय - लोक -  अदालत के माध्यम से कम समय में ही सामाजिक जीवन का निर्वाहन करते हुए मामले का निष्पादन करा* ले! *जिससे अपने एवं परिजनों का भी सदैव विकास हो* सके! *इसके लिए माननीय, उच्च -  न्यायालय एवं माननीय, उच्चतम -  न्यायालय ने भी राष्ट्रीय -  लोक -  अदालत के माध्यम से ही पीड़ित /  पीड़िता को राहत देने के उद्देश्य से अधिक से अधिक मामले जल्द से जल्द निपटारा कराना चाह रही* है! *इसलिए पीड़ित / पिड़िता पक्षकारों को भी चाहिए कि एक कदम स्वयं बढे और दूसरा कदम इंश्योरेंस कंपनियां, बैंक, न्यायालय, इत्यादि भी हाथ बढ़ाकर सहयोग* करें! *जिससे पूरे भारतवर्ष में राष्ट्रीय -  लोक अदालत - आयोजन का मकसद सफल हो* सके! *इसके बाद लोग अपना - अपना जिंदगी भी खुशहाली के साथ बिता* सकें! *सर्वप्रथम शनिवार को राष्ट्रीय -  लोक - अदालत के उद्घाटन समारोह में मौजूद माननीय, न्यायाधीशों ने उपस्थित मीडिया कर्मियों को भी बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों ने भी औरंगाबाद जिले में हम लोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय - लोक -  अदालत के प्रचार - प्रसार में हमेशा काफी साथ दिया* है! *इसी का परिणाम है कि विगत 10 जुलाई 2021 को संपन्न,  राष्ट्रीय - लोक -  अदालत की तुलना में शनिवार दिनांक -  11 सितंबर 2021 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय - लोक - अदालत में लोगों ने काफी बढ़ -  चढ़कर भाग लिया* है! *अन्यथा इतनी अधिक संख्या में मामलों का निष्पादन करना संभव नहीं* था! *प्रभारी, जिला जज, माननीय, ओमप्रकाश सिंह द्वारा उद्घाटन समारोह में ही जोर देते हुए स्पष्ट कर दिया गया कि प्राधिकार के सचिव एवं प्राधिकार से संबंधित लोगो द्वारा लगातार 11 सितंबर 2021 को आयोजित होने वाली, राष्ट्रीय - लोक -  अदालत के लिए जोर - शोर से इसकी तैयारी की जा रही* थी! *कार्यक्रम के अध्यक्षीय संबोधन में माननीय, प्रधान -  न्यायाधीश, रामलाल शर्मा ने भी कहा कि राष्ट्रीय - लोक -  अदालत में आए किसी भी पक्षकारों को निराशा नहीं होनी* चाहिए! *बैंक, इंश्योरेंस के पदाधिकारी भी इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि कोरोनाकाल में पक्षकारों को आर्थिक समस्याओं का काफी सामना करना पड़ा* है! *इसलिए बैंक ऋण वाद तथा वाहन दुर्घटना वाद के निष्पादन में मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर वादों का निष्पादन* करवाएं! *जिला - विधिक - सेवा -  प्राधिकार, के माननीय, सचिव, प्रणव शंकर ने भी मानवता का परिचय देते हुए शनिवार को आयोजित, राष्ट्रीय -  लोक - अदालत में अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन कराने पर जोर* दिया! *अंत में धन्यवाद ज्ञापन के संबोधन में माननीय, अपर -  मुख्य -  न्यायिक -  दंडाधिकारी,. सौरभ कुमार सिंह ने भी मानवता का परिचय देते हुए अधिक से अधिक मामला निष्पादन कराने पर जोर देते हुए कार्यक्रम का समापन* किया! *साथ ही प्राधिकार, सचिव, प्रणव शंकर ने जिला  -  विधिक - संघ तथा अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी, विद्वान अधिवक्ता गणों के साथ  - साथ समस्त अधिवक्ता लिपिक को भी उनके अतुलनीय सहयोग के लिए धन्यवाद* दिया! *शनिवार को औरंगाबाद में आयोजित राष्ट्रीय -  लोक - अदालत के माध्यम से मोटर दुर्घटना से संबंधित 29 वादों में कुल  -  01 करोड़ 27 लाख रुपए का समझौता कराया* गया! *उक्त मोटर दुर्घटना वाद के निष्पादन में नेशनल इंश्योरेंस के प्रबंधक नवीन चंद्र दास तथा श्रीराम इंश्योरेंस के रीजनल मैनेजर, मोहम्मद इमरान, के0के0 शर्मा एवं कंपनी के अधिवक्ता, रंजनी बल्लभ सिन्हा तथा धनंजय शर्मा इत्यादि की भूमिका भी बेहद ही सराहनीय* रहा!                     *पारिवारिक मामले से संबंधित 15 वाद, घरेलू हिंसा से संबंधित 04 वाद, अपराधिक सुलहनीय मामले से संबंधित 191 वाद, अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से संबंधित 339 वाद तथा बैंक लोन से संबंधित 1,000 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारों के साथ कुल - 05 करोड़ रुपए का सेटलमेंट किया* गया! *जो पक्षकार सेटेलमेंट किए गए किस्तों को पार्ट वाइज किस्तों  में जमा* करेंगे! *जो पिछले दिनों आयोजित हुई राष्ट्रीय - लोक - अदालत के निष्पादन से 30% अधिक* है!  *इस जिले में अब तक का न्यायालय में लंबित वादों का भी रिकॉर्ड निष्पादन* हुआ! *लेकिन राष्ट्रीय - लोक - अदालत कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि चेक बाउंस के मामले में जिला - विधिक - सेवा - प्राधिकार, सचिव, प्रणव शंकर ने बहुत परिश्रम करते हुए प्रयास किया* था!  *प्राधिकार, सचिव, प्रणव शंकर द्वारा दो - तीन बार बैठके भी की गई* थी!  *जिसमें 400 से अधिक चेक बाउंस के वादों में दोनों पक्षकारों को विशेष समन भी भेजा गया* था, *तथा जिन अधिवक्ताओं के पास चेक बाउंस के अधिक वाद* थे! *उसमें अपेक्षित सफलता हाथ लगने के बजाय निराशा ही हाथ* लगी, *और मात्र एक ही चेक बाउंस वाद का निष्पादन हों* सका! *माप - तौल से संबंधित वादो में कुल - 03 वादों का निपटारा किया* गया! *जिसमें पक्षकारों से पांच  -  पांच हजार रुपए जुर्माना लिया* गया! *लेकिन वन विभाग एवं श्रम विभाग से संबंधित मामले में एक भी वादों का निपटारा नहीं किया* गया! *इसके अलावे ताज्जुब की बात है कि बिजली विभाग से संबंधित जो भी शिकायतें राष्ट्रीय - लोक - अदालत में* आई!  *उसके लिए पक्षकारों को कर्मा रोड स्थित बिजली विभाग में आने को कहा* गया! *जो चर्चा का विषय अभी भी बना हुआ* है!  *राष्ट्रीय - लोक - अदालत  के उद्घाटन समारोह का संचालन पैनल अधिवक्ता, अभिनंदन कुमार द्वारा किया* गया!  *परंतु जिला जज के निर्देशानुसार जिला  -  विधिक - सेवा  - प्राधिकार  -  सचिव, प्रणव शंकर ने जानकारी देते हुए  बताया है कि जो वाद इस राष्ट्रीय - लोक - अदालत में किसी कारण वश निष्पादित नहीं हो सका* है, *तथा पक्षकार अपने बाद इस राष्ट्रीय -  लोक -  अदालत में निष्पादित नहीं करवा पाए* हैं! *वे अपने वादों को आगामी 11 दिसंबर 2021 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय -  लोक - अदालत में निस्तारण करा सकते* हैं! *राष्ट्रीय - लोक - अदालत, कार्यक्रम की समाप्ति  पश्चात डीटेल्स जानकारी पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने भी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिया* है!