बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री, गया जिला श्री सैयद शाहनवाज हुसैन द्वारा जिले में बाढ़/अतिवृष्टि एवं अन्य आपदाओं से प्रभावित स्थिति की समीक्षा बैठक

बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री, गया जिला श्री सैयद शाहनवाज हुसैन द्वारा जिले में बाढ़/अतिवृष्टि एवं अन्य आपदाओं से प्रभावित स्थिति की समीक्षा बैठक
               गया, 14 सिंतबर, 2021, 
रिपोर्टः डीके पंडित
*माननीय मंत्री, उद्योग विभाग, बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री, गया जिला श्री सैयद शाहनवाज हुसैन द्वारा जिले में बाढ़/अतिवृष्टि एवं अन्य आपदाओं से प्रभावित स्थिति की समीक्षा बैठक करते हुए कहा की गया जिले में बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति नहीं है, परंतु अतिवृष्टि के कारण कुछ फसल प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि गया में और जिलों की अपेक्षा स्थिति अच्छी है। सरकार की योजनाओं में गया जिले की अच्छी प्रगति हो रही है।*
             माननीय प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि नगर निगम के हड़ताल के कारण साफ सफाई की समस्या हो रही है, जिसका समाधान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि *सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है, बावजूद इसके कुछ लोग पितृतर्पण करने गया आ सकते हैं।* माननीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि जो लोग पितृतर्पण करने गया आएंगे, वे गया से संबंधित सकारात्मक संदेश लेकर जा सके, यह आवश्यक है। लोगों के जेहन में गया कि अच्छी तस्वीर बने, इसके लिए साफ सफाई तथा आने वाले लोगों का सुविधायुक्त स्वागत किया जाए। उन्होंने निदेश दिया कि ज़िले में सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था हो, ताकि बाहर से आने वाले लोग गया के बारे में अच्छी धारणा लेकर जाए। उन्होंने कहा कि टीम बनाकर कार्य किया जाए तथा बाहर से आने वाले लोगों से अच्छा व्यवहार किया जाए ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। साथ ही 24×7 नियंत्रण कक्ष (कॉल सेंटर) की स्थापना का भी उन्होंने निर्देश दिया।
               माननीय मंत्री ने कहा कि जिले में उद्योग एवं व्यापार का नया वातावरण बन रहा है। बुनकरों के विकास एवं कल्याण हेतु योजनाएं बनाए जा रहे हैं। उन्होंने गया जिलावासियों से अनुरोध किया कि वह गया को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में अग्रणी बनाने हेतु कार्य करें। उन्होंने *मीडिया प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया कि वे जिले की सकारात्मक छवि को प्रमुखता से स्थान दें ताकि अन्य जिला एवं राज्य के बाहर गया की ऐतिहासिक, आध्यात्मिक एवं बढ़ते हुए गया के बारे में लोग अधिक से अधिक जान सकें।* उन्होंने निर्देश दिया कि सभी लोग एवं संबंधित पदाधिकारी अपनी जिम्मेवारी को समझ कर उसका निर्वहन करें। 
                माननीय मंत्री ने बैठक में कहा कि अतिवृष्टि के कारण कुछ फसलें बर्बाद हुई हैं, उनका सही सही मुआवजा किसानों को मिल सके, इसे सुनिश्चित किया जाए।
                जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह ने माननीय मंत्री, उद्योग विभाग तथा माननीय विधायक वजीरगंज, माननीय विधायिका, बाराचट्टी सहित उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि जिले में अच्छी वर्षा होने से धान की फसल अच्छी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पहले गया जिला सुखाड़ के रूप में जाना जाता था, परंतु माननीय मुख्यमंत्री, बिहार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली अभियान के कारण जिले में बहुत अच्छी वर्षा हो रही है। उन्होंने बताया कि जिले में फल्गु नदी का तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है। अभी जिले में बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि गुरुआ तथा बोधगया में जल जमाव के कारण कुछ फसल नुकसान हुए हैं, जिनका जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा आंकलन किया जा रहा है। लगभग 55 हेक्टेयर क्षेत्र में जल जमाव के कारण फसलें बर्बाद हुई हैं। बोधगया के बकरौर में सब्जी की खेती तथा गुरुआ के चिलौर में धान की फसल नुकसान हुए हैं। इन दोनों प्रखंडो में 33% से अधिक फसलों का नुकसान हुआ है। साथ ही टिकारी में बियर बांध में गेट नहीं लगने के कारण नदी का पानी अंदर आ गया, जिसके कारण फसल नहीं लगाया जा सका। 
                *जिला पदाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2021 में 113.91 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि वर्ष 2020 में 78.88 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी।* 
                जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि किसानों के बीच यूरिया का वितरण सही ढंग से हो रहा है, परंतु कुछ उवर्रक विक्रेताओं द्वारा कृत्रिम समस्या उत्पन्न करने के कारण 6 उवर्रक विक्रेताओं पर प्राथमिकी दर्ज किए गए हैं। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज यूरिया का 2 रैक आया है, जिसमे 3500 एमटी (मीट्रिक टन) यूरिया है। उन्होंने बताया की 38000 एमटी (मीट्रिक टन) यूरिया की मांग की गई है, जिसके विरुद्ध मात्र  27000 एमटी (मीट्रिक टन) यूरिया उपलब्ध कराया गया है। 11,000 एमटी (मीट्रिक टन) यूरिया की और आवश्यकता है। 
                जिला पदाधिकारी द्वारा माननीय मंत्री जी को बताया गया कि जिले में धान का 1,54,000 हेक्टेयर में अच्छादन किया गया है, जो 102% है। उन्होंने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान के कारण भूगर्भ जलस्तर 20.27 फ़ीट है। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जलजमाव तथा अधिक वर्षा के कारण 409 घर की क्षति हुई है। कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु के कारण 213 आश्रितों को मुख्यमंत्री राहतकोष तथा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 213 आश्रितों को अनुदान दिया गया है। 17 व्यक्ति का संपर्क पता नहीं होने के कारण अनुदान नहीं दिया जा सका है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में लगभग 15 लाख लोगों को टीका दिया जा चुका है, जो लगभग 50% है। जिले में 427 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। 
                *माननीय मंत्री ने सिविल सर्जन तथा अधीक्षक, मगध मेडिकल को निर्देश दिया कि कोरोना के तीसरे लहर से बचाव एवं सुरक्षा हेतु पूरी तैयारी रखें। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि जिले में लगभग 800 बेड की तैयारी है। साथ ही अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 500 से अधिक ऑक्सिजनयुक्त बेड हैं। जिले में 11 अगस्त से लेकर अब तक कुल 1,92,375 कोरोना जांच किए गए हैं, जिसमें तीन पॉजिटिव पाए गए हैं, जो महाराष्ट्र से आये हैं।*
                माननीय मंत्री द्वारा निर्देश दिया गया कि तर्पण हेतु आने वाले व्यक्ति, जो होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस में ठहरे हैं, उनका कोरोना जांच अवश्य करावें। 
                उप विकास आयुक्त द्वारा माननीय प्रभारी मंत्री तथा अन्य आगत अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा माननीय मंत्री सहित अन्य आगत अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। 
                बैठक में माननीय विधायक, वजीरगंज, माननीय विधायिका, बाराचट्टी, जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता, अधीक्षक एवं प्राचार्य, मगध मेडिकल, निदेशक, डीआरडीए, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी अंचलाधिकारी, जिला स्तरीय पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।