गया जिले में यूरिया की कमी को पूरा करने हेतु 3 रैक से गया ज़िले को 4,640 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध होगी

गया जिले में यूरिया की कमी को पूरा करने हेतु 3 रैक से गया ज़िले को 4,640 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध होगी।*
                गया, 22 सिंतबर, 2021, 
रिपोर्ट डीके पंडित
गयाबिहार
         ● *गया जिले में यूरिया की कमी को पूरा करने हेतु 3 रैक से गया ज़िले को 4,640 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध होगी।*
         ● *किसान आवश्यकता के अनुरूप ही यूरिया का क्रय करें।*
         ● *ज़िले में यूरिया की कोई कमी नहीं होगी, किसान परेशान न हों*
                
                 जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि जिले में किसानों को यूरिया की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। *अगले 7 दिनों में जिले में विभिन्न उर्वरक कंपनियों के द्वारा 4,640 मेट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की जाएगी।*
                वर्ष 2021 में अच्छे मानसून वर्षा के कारण गया जिले में सभी फसल विशेषकर धान का उत्पादन काफी अच्छा होने की संभावना है। इसके कारण विभिन्न उवर्रकों विशेषकर यूरिया की मांग काफी बढ़ गई है। किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न उर्वरक कंपनियों से लगातार यूरिया प्राप्त हो रहा है। 
                जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि *गया जिले में आईपीएल यूरिया कंपनी के रैक बिंदु पर पहुंचने की संभावित तिथि 25 सितंबर है तथा आईपीएल यूरिया कंपनी के द्वारा 1200 मैट्रिक टन यूरिया की मात्रा की आपूर्ति संभावित है।*
                *इसी प्रकार एनएफएल किसान यूरिया कंपनी द्वारा 27 सिंतबर 2021 को रैक बिंदु पर पहुंचने की संभावना है। इनके द्वारा संभावित 1,590 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराई जाएगी।*
                *केएफसीएल चांद छाप यूरिया कंपनी द्वारा दिनांक 28 सिंतबर को गया रैक बिंदु पर यूरिया पहुँचने की संभावना है। इनके द्वारा 1,850 मेट्रिक टन यूरिया आपूर्ति होने की संभावना है।* इस प्रकार एक सप्ताह के अंदर ज़िले में 4,640 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध होने की संभावना है। 
                *जिले में यूरिया यूरिया कि अब कोई कमी नहीं होने की संभावना है, क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में यूरिया जिले को प्राप्त होने वाली है।*
                जिला पदाधिकारी ने *जिले के किसानों से अपील किया है कि आवश्यक मात्रा में ही यूरिया की खरीद करें, अधिक खरीद कर संग्रह करने की आवश्यकता नहीं है।* खेतों में अधिक यूरिया के उपयोग से मिट्टी की संरचना प्रभावित हो सकती है। अतः किसान अपने आवश्यकता के अनुरूप ही यूरिया की खरीद कर उपयोग करें। 
                जिला प्रशासन किसानों के हित मे सदैव तत्पर है।