गुजरात तट ही ड्रग्स तस्करी का पसंदीदा रास्ता क्यों? जवाब दे मोदी - शाह की सरकार - कांग्रेस प्रवक्ता*

*गुजरात तट ही ड्रग्स तस्करी का पसंदीदा रास्ता क्यों? जवाब दे मोदी  - शाह की सरकार  - कांग्रेस प्रवक्ता*  *मगध ब्यूरो: अजय कुमार पाण्डेय*                                          गया: ( बिहार )  *गुजरात के मुंद्रा, बंदरगाह पर 3,000 किलोग्राम हीरोइन जिसका मूल्य बाजार में लगभग 20 हजार करोड़ रुपया आका गया* है! *जिसे पकड़े जाने पर कांग्रेस पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने केंद्र - सरकार पर निशाना साधते हुए मिडिया के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सवाल पूछा है कि आखिर पिछले कुछ सालों से गुजरात तट ही पाकिस्तान, ईरान, अफ़ग़ानिस्तान से भारत में मादक पदार्थों की तस्करी का पसंदीदा मार्ग क्यों बना हुआ* है? *सरकार और नाकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के नाक के नीचे इस तरह का ड्रग सिंडीकेट कैसे चल रहा* है? *अखिल - भारतीय - कांग्रेस -  कमिटी -  सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता, बिहार -  प्रदेश - कांग्रेस -  कमिटी प्रो0 विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो0 खान अली, जिला उपाध्यक्ष, युगल किशोर सिंह,,राम प्रमोद सिंह, शिव कुमार चौरसिया, महासचिव, विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, अशरफ इमाम, ओंकारनाथ सिंह, सुभाष चन्द्र, विनोद बनारसी, सुनील कुमार राम, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान, जय प्रकाश यादव, ने गया शहर के स्थानीय टॉवर चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री, अमित शाह से पूछा है कि आप दोनों के गुजरात से आने के बाद भी इस प्रकार के ड्रग सिंडीकेट को तोड़ने में असमर्थ क्यों* है? *आखिर विगत 18 माह से नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के पूर्णकालिक प्रमुख का पद खाली कयो* है? *कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों से भारत में मादक पदार्थों की तस्करी में भारी वृद्धि हुई* है! *जिससे भारत के युवाओं का वर्तमान और भविष्य दोनों खराब होने के साथ -  साथ आतंकवादी संगठनों के वित पोषण के लिए वित्त आसानी से उपलब्ध होता* है! *जिसे हर हाल में रोकने की आवश्यकता* है! *कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि मुंद्रा, बंदरगाह जो प्रधानमंत्री जी के चहेते पूंजीपति अडानी का* है? *वहां तीन टन हीरोइन का पकड़ाना विश्व के बड़े मादक पदार्थों की तस्करी* है। *कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री जी का सात बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित कराते हुए टि्वट कर जवाब भी मांगा गया* है।