दर्जा आदर्श पंचायत का, किंतु महा दलितों के गांव में जाने को सड़क

दर्जा आदर्श पंचायत का, किंतु महा दलितों के गांव में जाने को सड़क नहीं

 कीचड़मय सड़क के कारण पगडंडी बना सहारा

 रिपोर्ट: विनोद विरोधी


 बाराचट्टी (गया)। बाराचट्टी का झाझ पंचायत को आदर्श पंचायत का दर्जा मिला हुआ है ,किंतु यहां के महादलित गांव झांझी-चोरदाहा जाने के लिए बनी कच्ची सड़क कीचड़मय है ।जिसमें जलजमाव के कारण ग्रामीणों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। झाझ एवं पतलुका पंचायतों का सीमा पार करते हुए जाने वाली इस सड़क में करीब 1000 से अधिक की आबादी है ,किंतु सड़क की खराब स्थिति होने के फलस्वरूप स्थानीय ग्रामीण पगडंडियों का सहारा लेकर मुख्य मार्ग तक पहुंच पाते हैं। वहीं सूबे में सुशासन की सरकार द्वारा प्रत्येक गांव -टोले को सड़क से जोड़ने की योजना पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। स्थानीय प्रतिनिधि भी अपने कार्यकाल में कोई पहल नहीं कर पाए हैं जिसका खामियाजा आसन्न पंचायत चुनाव में भुगतना होगा। उल्लेखनीय यह भी है कि मौजूदा गया के जदयू सांसद विजय मांझी का पैतृक इलाका भी है तथा स्थानीय विधायिका ज्योति मांझी का भी कार्य क्षेत्र रहा है तथा दोनों महादलित परिवार से जुड़े रहे हैं। बावजूद इन महादलितों के तरफ कोई ध्यान नहीं दिए जाने से इनमें व्यापक असंतोष भी व्याप्त है। ग्रामीणों की शिकायत है कि प्रतिनिधियों द्वारा चुनाव के समय सड़क बनाने के लिए बड़े-बड़े वादे भी किए गए, लेकिन इस ओर कोई पहल कदमी नहीं हो सका है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस बरसात के मौसम में सड़क कीचड़मय हो जाने की अवस्था में प्रसव ग्रस्त महिलाएं अथवा गंभीर बीमारी उत्पन्न होने पर मरीजों को खाट पर ले जाना पड़ता है।फलत:कई बार लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। इधर इस बाबत भाजपा के पूर्व कार्यसमिति सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता रविशंकर प्रसाद ने जिलाधिकारी से इस सड़क की तत्काल निर्माण की मांग की है। ताकि स्थानीय लोगों की हो रही कठिनाइयों का समाधान किया जा सके ।अन्यथा बाध्य होकर ग्रामीण आंदोलन पर उतारू होंगे।