शिशु रोग विभाग में नवजात शिशु पुनर्जीविकरण कार्यशाला संपन्न

*शिशु रोग विभाग में नवजात शिशु पुनर्जीविकरण कार्यशाला संपन्न*

शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया में एक दिवसीय नवजात शिशु पुनर्जीविकरण कार्यशाला संपन्न हुई। यह कार्यशाला मध्य प्रदेश शासन और इंडियन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के सहयोग से संस्था के शिशु रोग विभाग द्वारा आयोजित की गई। विभागाध्यक्ष डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में जन्म के उपरांत सांस न ले पाने के कारण बड़ी संख्या में नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है जिनमें से 99 प्रतिशत बच्चों को एक सामान्य उपकरण अंबू बैग और मास्क के समय पर उपयोग द्वारा बचाया जा सकता है। इसी संबंध मे जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए 34 प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किया गया जिनमें चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ शामिल रहे। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए अधिष्ठाता डॉ राजेश गौर ने इस कार्यशाला को समाजोपयोगी बताया और संस्था के समस्त स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से इसका प्रशिक्षण  देने की प्रतिबद्धता जताई। कार्यशाला में डॉ ए के रावत, डॉ अनंत केतकर , डॉ प्रकाश वीर आर्य, डॉ प्रवीण गर्ग ने दिन भर नवजात शिशु के पुतले पर सजीव प्रशिक्षण दिया जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साह से भाग लिया।