नगर प्रखंड के बीथो शरीफ गांव में पोषण परिचर्चा

नगर प्रखंड के बीथो शरीफ गांव में पोषण परिचर्चा 
        गया, 27 सिंतबर, 2021
रिपोर्ट डीके पंडित
गयाबिहार
, नगर प्रखंड अंतर्गत बीथो शरीफ गांव में बड़ी सख्या में जीविका दीदियों ने पोषण परिचर्चा में भाग लिया। इस परिचार्च में भाग लेने पहुंचे जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक श्री मुकेश सासमल ने दीदियों को कोविड 19 का टीकाकरण करने के लिए के लिए प्रेरित किया।  साथ ही उन्होंने की अभी मास्क का प्रयोग छोड़ना नहीं है। सही पोषण, टीकाकरण, स्वच्छता, स्वच्छता और मास्क का प्रोयग ही हमें इस महामारी से बचाव के लिए जरुरी है।  
                 प्रबंधक स्वास्थ्य एवं पोषण शंभु प्रकाश ने दीदियों को कहा कि कोरोना ने हमारा जीवन और जीविकोपार्जन दोनों ही प्रभावित किया है। फिर भी हमें इससे सीखते हुए आगे बढ़ना है। स्वास्थ एवं सुरक्षित रहने के लिए सही पोषण अति महत्वपूर्ण है। अतः आपको जीविका मित्र द्वारा बताये गए दस आहार समहू को अपने भोजन में अवश्य शामिल करना चाहिए। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को भोजन की दो अतिरिक्त खुराक लेनी चाहिए। नवजात बच्चों के लिए शुरू के 1000 दिन अति महत्पूर्ण होते है। उन्हें छः माह तक केवल माँ का दूध ही देना चाहिए। छः माह बाद उन्हें घर में बना आहार जिसमें कम से कम पांच प्रकार के आहार समूह हों देना चाहिए। यह बच्चों के सही विकास के लिए जरुरी है।      
                 समुदाय के माध्यम से महिलाओं में स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण एवं व्यवहार परिवर्तन से संबंधित जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से जीविका द्वारा जगह-जगह पोषण परिचर्चा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके लिए हाल ही में जीविका जिला कार्यालय द्वारा 70 क्षेत्रीय समन्वयकों/ संकुल प्रभारियों का चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण कराया गया था। अब सभी प्रशिक्षत संकुल प्रभारी जीविका मित्रों द्वारा प्रशिक्षण कराया गया है। प्रशिक्षण के उपरांत जीविका मित्र, एमआरपी, सीएनआरपी, आदि द्वारा स्वयं सहायता समूहों और ग्राम संगठन के माध्यम से समुदाय में अन्य दीदियों के बीच स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता पर जागरकता फैलाने का कार्य किया जा रहा है। इसमें स्वच्छता एवं आहार विविधता से लाभ, व्यवहार परिवर्तन का अर्थ, शिशु को स्तनपान करने का महत्व, पूरक आहार, महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार,आदि के महत्व पर चर्चा होती है। स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता की जानकारी से लोगों के जीवन में कई सकारत्मक बदलाव आता है। इससे मातृत्व मृत्युदर में कमी आती है। आहार विविधता एवं व्यवहार परिवर्तन अपना कर पैसे की बचत एवं कुपोषण जनित रोगों से बचाव होता है। बीथो सरीफ गांव में यह पोषण परिचर्चा प्रतिज्ञा ग्राम सगठन द्वारा की गई। दीदियों ने इस कार्यक्रम में दस आहार समूह को समझने के लिए फल, सब्जी, अनाज, दाल, आदि का प्रयोग कर आकर्षक रंगोली भी बनाई थी। इस मौक पर जीविका के प्रशिक्षण प्रबंधक मनोज गिरि, बी पी एम संतोष कुमार, सामुदायिक समन्वयक सुधा एवं दर्पण संकुल स्तरीय संघ के प्रतिनिधि गणों ने भी भाग लिया।