महुआव पंचायत पर द्वितीय चरण, पंचायत - चुनाव में प्रशासन को सख्त नजर बनाने की है ज़रूरत

*महुआव पंचायत पर द्वितीय चरण,  पंचायत  - चुनाव में प्रशासन को सख्त नजर बनाने की है ज़रूरत                                   ( क्योंकि नवीनगर प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाली महुआव  - पंचायत का बूथ रहा है हमेशा से विवादित* )                                *अजय कुमार पाण्डेय* औरंगाबाद: ( बिहार ) *नवीनगर प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाली महुआव पंचायत का लगभग बूथ विवादित ही रहा* है! *जो पंचायत वासियों से भी छुपी हुई नहीं* है! *ज्ञात हो कि महुआव गांव  ( पंचायत ) स्थित मध्य विद्यालय के बूथ पर ही जब कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी, स्वर्गीय, रघुवंश प्रसाद सिंह हुआ करते* थे! *तब उस वक्त चुनाव बैलेट पेपर से ही कराया जाता* था! *उसी वक्त इसी महुआव बूथ पर विधानसभा  -  चुनाव के दिन प्रत्याशी के समर्थक द्वारा बैलेट पेपर फाड दिया गया* था!  *2006 के पंचायत  - चुनाव से पूर्व इसी महुआव विद्यालय पर विद्यालय शिलान्यास की राजनीति में महुआव पंचायत के पूर्व मुखिया रह चुके जनेश्वर यादव उर्फ जनेश्वर सिंह के साथ भी ग्रामीणों द्वारा काफी मार  - पीट कर दिया गया* था! *जिसमें मार - पीट करने वाले कई लोगों पर प्राथमिकी भी दर्ज कराया गया* था! *उस वक्त महुआव पंचायत के पूर्व मुखिया, जनेश्वर यादव के साथ नवीनगर के पूर्व राष्ट्रीय जनता दल विधायक, भीम यादव भी पहुंचे हुए* थे! *जो अपनी जान बचा कर महुआव गांव से निकल पड़े* थे! *जो राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के नेता, भीम यादव, वर्तमान गोह विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी* हैं! *ज्ञात हो कि जिस वक्त महुआव विद्यालय पर राजद नेता की मौजूदगी में पूर्व मुखिया, जनेश्वर यादव के साथ राजनीति में मार - पीट किया गया* था! *उस वक्त महुआव विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय ही* था! *जिसे उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय बनाए जाने की बात* थी! *ज्ञात हो कि इसी महुआव पंचायत से जब महुआव गांव निवासी, राधा विश्वकर्मा, पंचायत -  चुनाव में प्रत्याशी* थे  *तब विपक्षी ग्रामीण जनता ने ही पंचायत  -  चुनाव के दिन अपने ही गांव के बूथ पर जमकर मार - पीट कर दिया* था! *इसके बाद 2006 पंचायत  - चुनाव के दिन ही इसी महुआव बूथ पर विपक्षी द्वारा गोली भी चलाई गई* थी! *जिसके वजह से महुआव बूथ को कैंसिल करते हुए दोबारा मतदान कराया गया* था! *जिसमें बृजमोहन सिंह, प्रथम बार महुआव पंचायत का मुखिया बने* थे!  *क्योंकि उस वक्त विद्यालय शिलान्यास की राजनीति में हुयी मार - पीट के वजह से ही महुआव गांव के अधिकांश ग्रामीण जनता पूर्व मुखिया रह चुके जनेश्वर यादव से भी खफा* थे! *तथा महुआव बूथ पर जब दोबारा ( रि - इलेक्शन )   मतदान हुआ* था! *तब प्रशासन ने इस बूथ पर मतदान का सिर्फ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराकर लगभग 12:30 बजे दिन में ही मतदान बंद कराते हुए मतदान कर्मियों के साथ मत पेटी लेकर रवाना हो गया* था!  *जिसमें मतदान करने से काफी लोग वंचित रह गए* थे!  *इसी वजह से बृजमोहन सिंह मुखिया बने* थे! *अन्यथा इस सीट से मुखिया बनना आसान नहीं* था! *इसके अलावे काफी दिन पूर्व जब दशाहरा के वक्त ही विद्यालय प्रांगण में  ग्रामीणों द्वारा प्रतिवर्ष की तरह नाटक खेला जा रहा* था! *तब गांव के ही अपने आप को दबंग समझने वाला एक व्यक्ति ने नाटक खेलाने वाला डायरेक्टर के साथ दशाहरा के वक्त रात्रि में ही नाटक शुरू होने से पूर्व मार  - पीट कर दिया* था! *जिसके वजह से महुआव गांव के सभी ग्रामीण जनता एकमत होकर बौखला गए* थे, *और मार  - पीट करने वाले के विरुद्ध रात्रि में ही जमकर नारेबाजी करते हुए औरंगाबाद, पुलिस  -  कप्तान के पास पहुंच गए* थे! *क्योंकि महुआव गांव में हिंदुओं का महान पर्व दशाहरा के वक्त प्रतिवर्ष जो सांस्कृतिक आयोजन किया जाता* है! *उसका प्रशासन द्वारा भी काफी वर्षों से अनुज्ञप्ति प्राप्त* है! *इसलिए उस वक्त प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए मार  - पीट के दूसरे दिन  सुबह होते ही काफी संख्या में महुआव गांव पहुंच चुकी* थी! *तब दूसरे दिन रात्रि में पुनः प्रतिदिन की तरह नाटक खेला गया* था! *ज्ञात हो कि महुआव पंचायत अंतर्गत ही पड़ने वाली तेतरहड  -  तिवारीडीह दोनों गांवों के बीच  भी सदर  - अनुमंडल - पुलिस पदाधिकारी, अनूप कुमार के वक्त रविवार दिनांक  - 10 मई 2020 की सुबह - सुबह ही लगभग 7:00 बजे जमकर मार - पीट हुआ* था! *तब जानकारी मिलते ही संवाददाता ने तुरंत सदर  - अनुमंडल  -  पुलिस  -  पदाधिकारी, अनूप कुमार से मोबाइल पर. संपर्क स्थापित कर सूचित करते हुए जानकारी दिया* था! *इसके बाद सदर  - अनुमंडल  - पुलिस  -  पदाधिकारी ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थिति संभालने हेतु ओ0पी0 बड़ेन थाना प्रभारी, संजय कुमार तथा खैरा थाना प्रभारी, संजय कुमार को दूरभाष पर सूचित करते हुए घटनास्थल भेजा* था! *जिसमें तिवारीडीह गांव के लोगों ने प्लान बनाकर तेतहरड गांव में चढ़कर मार - पीट किया* था! *उसमें महिला के साथ भी मार  - पीट किया गया* था! *जिसमें घटित घटना के बाद उस वक्त संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर ओ0 पी0 बड़ेम, थाना प्रभारी, संजय कुमार ने बयान देते हुए कहा था कि लिखित आवेदन के आधार पर तेतरहड गांव की ओर से कुल  - 21 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया* है, *तथा तिवारीडीह गांव की ओर से कुल  -  25 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया* है! *यानी दोनों गांवों  को मिलाकर कुल  - 46 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया* है!  *ज्ञात हो कि दोनों गांवों के बीच इसके पूर्व भी शुक्रवार दिनांक  -  08 मई 2020 की रात्रि लगभग 10:00 बजे काफी विवाद हुआ* था!  *जिसका मुख्य कारण* था! *बारूण - नबीनगर एन0टी0पी0सी0 मुख्य पथ पर बसा तेतरहड गांव, देवी मंदिर के ठीक सामने पूरब दिशा में खाली पड़ी फील्ड की जमीन पर पोखरा खनन कार्य को* लेकर!     *जिसका दोनों गांवों के बीच हुयी मार  - पीट पश्चात संवाददाता द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुखता से खबर भी प्रकाशित /   प्रसारित किया गया* था! *उस वक्त दोनों गांवों में स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई* थी, *कि यदि मौके पर दोनों थाने की पुलिस नहीं* पहुंचती, *तो बहुत बड़ी अनहोनी घटना भी हो सकती* थी! *इससे इनकार नहीं किया जा* सकता! *इसलिए वर्तमान भी तेतहरड  - तिवारीडीह दोनों गांवों के बीच अंदर ही अंदर इसी मामले में विवाद बना हुआ* है! *इसके अलावे महूआव पंचायत में वर्तमान भी जो स्थिति दिखाई दे रही* है! *उसमें महुवाव, मझीयाव, तेतहरड  - तिवारीडीह, रघुनाथपुर इत्यादि गांवों के ग्रामीण जनता भी वर्तमान मुखिया की नीतियों से अंदर ही अंदर काफी खफा* है!  *इसी पंचायत अंतर्गत पड़ने वाली माधे, शिवनपुर, ससना गांव का बूथ भी विवादित ही माना जाता रहा* है! *ज्ञात हो कि महुआव पंचायत में वर्तमान ऐसे मुखिया प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में* है! *जिनका अपराधिक रिकॉर्ड भी प्रशासन के यहां प्रमुखता से दर्ज* है! *इसलिए औरंगाबाद, जिला -  प्रशासन / पुलिस - प्रशासन को भी चाहिए कि मामले को गंभीरता से लेते हुए नवीनगर प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाली महुआव पंचायत पर द्वितीय चरण में होने वाली पंचायत चुनाव के दौरान पैनी नजर*  बनाए, *ताकि निष्पक्ष चुनाव हो* सके!