कच्ची ,जहरीली अबैध शराब का अड्डा बना आदर्श गांव सिरसौद

*सिरसोद क्षेत्र में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद*

*कच्ची ,जहरीली अबैध शराब का अड्डा बना आदर्श गांव*

 करेरा अनुविभाग के अमोला थाना अंतर्गत आने वाले आदर्श गांव सिरसोद में इन दिनों अवैध शराब का कारोबार तेजी के फलता फूलता नजर आ रहा है| सिरसोद में विभिन्न स्थानों पर  अवैध शराब और कंजर व्हिस्की की बिक्री जारी है| यदि देखा जाए गली मोहल्ला और रास्तों में भी खुलेआम शराब बेचने का कारोबार तेजी से चल रहा है| न्यू बस स्टैंड सिरसोद क्षेत्र का शराब कारोबार के मामलों में हॉटस्पॉट बना हुआ है!  50 से अधिक ठिकानों पर शराब का कारोबार चल रहा है| किराना की दुकानों से लेकर होटल ढाबों तक  शराब का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है!जहां सुबह से शाम तक शराब पीने-खरीदने वालों का आवागमन रहता है।लोगों ने बताया कि क्षेत्र में हथकड़ एवं अवैध शराब का कारोबार दिन पर दिन बढ़ रहा है। इससे कई लोगों में हथकड़ शराब पीने लत लग गई है। इससे कई लोग बीमार हो चुके हैं। और कई मर चुके हैं| इस कारोबार को रोकने के लिए आबकारी विभाग की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है।ग्रामीण क्षेत्र में महुआ की कच्ची शराब का कारोबार थम नहीं रहा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध शराब के कारोबार की जानकारी प्रशासन को होने के बाद भी कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही।
अवैध शराब के कारण महिलाओं को भारी भरकम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है! गली मोहल्लों में उधार भी शराब बेच जा रही है| जिसको पीकर शराबी  लोग और कई महिलाओं के पति उनको परेशान करते हैं| मारपीट भी करते हैं| जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब होती जा रही है| जिसका खामियाजा परिवार वालों को भुगतना पड़ रहा है| इससे क्षेत्र में अशांति का माहौल और रात दिन झगड़े होते रहते हैं|

*चौराहे की दुकान भी चल रही आदर्श गांव में* 

*25 से अधिक गद्दियों से चल रहा है कारोबार*

 सिरसोद चौराहे के नाम से संचालित देसी शराब की दुकान भी आदर्श गांव  मे ही चलाई जा रही है| जबकि सिरसौद चौराहा घसारही पंचायत में आता है| यह भी नियमों के विरुद्ध है| यह दुकान सिरसौद हायर सेकेंडरी स्कूल और अस्पताल के पास होने के कारण स्कूली बच्चों और आने जाने वाले राहगीरों को शराबियों के कारण बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ता है| दुकान से प्रशासनिक अमले को अवैध रूप से मोटी रकम की वसूली होती है| जिससे इस दुकान को हटाने की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है|
यदि समय रहते समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कोई भी दुर्घटना घट सकती है!चौराहा दुकान जिसकी उप शाखाओं के रूप में गली मोहल्लों में 25 से अधिक ठिकानों पर शराब का कारोबार चल रहा है|