बैंकिंग से संबंधित जिला स्तरीय एवं सलाहकार समिति की बैठक


बैंकिंग से संबंधित जिला स्तरीय एवं सलाहकार समिति की बैठक
गया, 09 अक्टूबर 2021-
रिपोर्टः डीके पंडित
गयाबिहार
 जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैंकिंग से संबंधित जिला स्तरीय एवं सलाहकार समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिसमें विभिन्न बैंकों के वरीय पदाधिकारी एवं  जिला समन्वयक, विभिन्न उद्योगों/व्यवसाय, मगध चेंबर ऑफ कॉमर्स सहित अन्य उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों सहित अन्य पदाधिकारी एवं बैंकों के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

 बैठक में माननीय विधायिका बाराचट्टी श्रीमती ज्योति देवी तथा शेरघाटी  विधायिका श्रीमती मंजू अग्रवाल उपस्थित थे।

 बैठक में मुख्य रूप से जिले के हर पंचायत में एक बैंक शाखा खोलने एवं स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य को सामाजिक सुरक्षा के प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य 31 दिसंबर 2021 तक निर्धारित किया गया है। जिले में 2 विद्यालय (निजी अथवा सरकारी) का चयन कर शिक्षक एवं विद्यार्थियों को वित्तीय समावेश एवं वित्तीय साक्षरता के लिए जागरूक करने, पी०एम०ई०जी०पी० के अंतर्गत लक्ष्य का 80% उपलब्धि दिसंबर 2021 तक प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।

*बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत कर्रेंट अकाउंट की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है और लाभार्थी इस योजना के तहत बचत खाता भी खोल सकते हैं।*

 राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत दी जाने वाली राशि चार चरणों में यथा 3 लाख, 5 लाख, 8 लाख एवं 10 लाख तक बढ़ा दी गई है।

 *गया जिले में वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के तहत तिलकुट तथा  मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है।*  जिला पदाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी तथा जिला उद्यान पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक प्रखंड मशरूम उत्पादन को बढ़ावा एवं प्राथमिकता दिया जाए।  10 हजार महिलाओं को प्रेरित एवं जागरूक कर मशरूम उत्पादन कार्य में लगाया जाएगा। इस कार्य हेतु उन्हें प्रशिक्षित करने हेतु नाबार्ड एवं आर०सि०टी० के माध्यम से प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया गया।  जिला पदाधिकारी ने बैंकों को निर्देश दिया कि वे मशरूम व्यवसाय में कार्यरत लोगों और संगठनों को वित्तीय सहायता प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराएं साथ ही बैंकों को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक बैंक को एक-एक क्लस्टर का चयन कर उन्हें वित्तीय पोषण देना सुनिश्चित करें।

 बैठक में बताया गया कि जिले में 302 विभिन्न बैंकों के शाखा है तथा 463 सी०एस०पी० है।  एटीएम की संख्या 320 ,  बीसीए की संख्या  701 तथा पी०ओ०एस० की संख्या 2501 है।

*बैठक में मुख्य रूप से साख-जमानुपात( सी०डी० रेशियो) पर विस्तार से विचार विमर्श करते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी बैंकों निर्देश दिया कि वे इस अनुपात को बढावें ताकि  विभिन्न व्यवसाय करने वाले लोगों/व्यवसायियों को अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध कराया जा सके।* उन्होंने कम उपलब्धि वाले बैंको को यथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र, स्टेट बैंक, पीएनबी, आईडीबीआई, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, पीएसबी बैंक के प्रतिनिधियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे सी०डी० रेशियो हर हाल में बढ़ावें।  उन्होंने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया कि इन बैंकों के उच्च अधिकारियों को जिला पदाधिकारी के माध्यम से पत्र लिखें। उन्होंने कहा कि जिले के विकास में बैंकों का काफी योगदान है। इसे देखते हुए बैंक अपनी सक्रियता को बढ़ावे और योग्य तथा युवा उद्यमियों को अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध करावे ताकि गया जिला अधिक से अधिक विकास कर सके। गया जिला का सी०डी० रेशियो 39% है, जबकि राज्य का सी०डी० रेशियो 43% है।

 बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित अन्य उद्यमियों/व्यवसायियों ने भी सी०डी० रेशियो बढ़ाने का अनुरोध बैंकों से किया।

 सी०डी० रेशियो में इंडियन बैंक 82 प्रतिशत जो सबसे अच्छी उपलब्धि है। इसके अतिरिक्त एम०सी०सी०बी०  261. 42,  एच०डी०एफ०सी० 72.24, इंडसइंड बैंक 711.31 तथा उत्कर्ष एस०एफ०बी०  द्वारा 1322.59 है। बैठक में बताया गया कि प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों का सी०डी० रेशियो  बढ़ाने की आवश्यकता है।

 बैठक में कृषि, MSME, Other priority sector,  Total priority sector, Non priority sector  पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।  एग्रीकल्चर सेक्टर में गया का 12.15 उपलब्धि है, जबकि राज्य औसत 13.94% है। इसी प्रकार एम०एस०एम०ई० में गया जिले का 21.22 उपलब्धि है, जबकि राज्य औसत 23.23 है। Other priority sector  के क्षेत्र में गया जिले की स्थिति बहुत खराब है, जिसके लिए जिला पदाधिकारी ने कम उपलब्धि वाले बैंकों को चेतावनी भी दिया। राज्य औसत 14.70 है, उन्होंने इस अंतर को हर हाल में बढ़ाने का निर्देश दिया।  Total priority sector में जिले की उपलब्धि 14.43  जबकि राज्य औसत 16.88% है।  Non priority sector में गया की उपलब्धि 20.48 है, जबकि राज्य औसत 22.43 है।  *जिला पदाधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देश दिया कि इस माह में ऋण मेला (लोन कैंप) का आयोजन कर योग्य लाभार्थी को वित्त पोषण करें।*


 एनुअल क्रेडिट प्लान की समीक्षा में बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा 51.05,  पी०एस०पी० द्वारा 64.11 उपलब्धि प्राप्त किया गया है, जबकि अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों की उपलब्धि संतोषजनक नहीं पाई गई।  जिला पदाधिकारी द्वारा पीएनबी सहित अन्य बैंकों को इसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया।

 बैठक में एग्रीकल्चर तथा एलाइड एग्रीकल्चर क्षेत्र की समीक्षा के क्रम में अच्छी उपलब्धि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आई०सी०आई०सी०आई०  बैंक,  इंडसइंड बैंक द्वारा प्राप्त की गई।  इसी प्रकार एलाइड एग्रीकल्चर में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा 70.09,  बैंक ऑफ इंडिया 47.93 तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 47.05% उपलब्धि प्राप्त की गई, जबकि राज्य औसत उपलब्धि 27.55 है।

 बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा के०सी०सी० में उपलब्धि बढ़ाने का निर्देश बैंकों को दिया गया।  बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अच्छी उपलब्धि 95.03% प्राप्त की गई है।  इसी प्रकार एक्सिस बैंक द्वारा भी 44.44 उपलब्धि प्राप्त की गई। एम०एस०एम०ई०  में बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 130.98% डी०बी०जी०बी० द्वारा 52.71 उपलब्धि प्राप्त की गई है। जिला पदाधिकारी ने इसे अन्य बैंकों को बढ़ाने का निर्देश दिया गया।

 बैठक में पी०एम०ई०जी०पी० की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि पीएनबी द्वारा 3 आवेदन,  बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 6 आवेदन, केनरा बैंक द्वारा 5 आवेदन,  इंडियन ओवरसीज बैंक तथा एसबीआई द्वारा एक-एक आवेदन सहित कुल 18 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए वित्त पोषित किया गया। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिया गया कि वे प्राप्त सभी आवेदनों को अपने स्तर से स्क्रुटनी कर बैंकों को भेजें ताकि रिजेक्शन का दर कम हो सके।

 बैठक में नीलाम पत्र वादों की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि कुल 177 वादों का निष्पादन किया गया जिसमें 14634066 रुपये की राशि की प्राप्ति हुई।

 बैठक में माननीय विधायिका बाराचट्टी एवं शेरघाटी,  उप-विकास आयुक्त, एलडीएम, केनरा बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि, नीलाम पत्र वाद प्रभारी सह जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, एसडीसी बैंकिंग, विशेष कार्य पदाधिकारी सहित बैंकों के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधिगण,  विभिन्न व्यवस्थाओं/उद्यम से जुड़े प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।