बुध्दगया की समस्याओं के उन्मूलन को लेकर श्री नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार सरकार को ज्ञापन पत्र भेजा ।

बुध्दगया की समस्याओं के उन्मूलन को लेकर श्री नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार सरकार को ज्ञापन पत्र भेजा ।
        ---.     ---.    ----
 *कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए मुख्यमंत्री का हार्दिक आभार*
*बुध्दगया को स्मार्ट पर्यटक सिटी बनाया जाए*
रिपोर्टः डीके पंडित
गयाबिहार 
   *बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति,भारत के मुख्यालय महाबोधि मेडिटेशन सेंटर, बुध्दगया में पूज्य भिक्खु डां०संदामुनि महाथेरो की अध्यक्षता में विशेष आवश्यक बैठक बुलाई गई*।
      *बैठक की प्रस्तावना एवं कार्यवाही का संचालन "बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति,भारत"  के राष्ट्रीय समन्वयक एवं संगठक  आयुष्मान  अभय रत्न बौद्ध ने किया*। *आज की बैठक मैं बुध्दगया को अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार एक सुंदर शहर बनाने के लिए 12 सूत्रीय प्रस्ताव पारित कर बिहार सरकार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को भेजा गया।*
         *मुख्यमंत्री को भेजे गए 12 सूत्रीय प्रस्ताव में मुख्य रूप से*-------
1- *विश्व धरोहर महाबोधि महाविहार एवं समस्त देशी- विदेशी बुध्द विहारों मॉनेस्ट्री क्षेत्र बुध्दगया  में ध्वनि प्रदूषण (शोर) करने वाले उपकरण लाउडस्पीकर, बैन्ड,आतिशबाजी, पटाकों के ध्वनि प्रदूषण (शोर) को रोकने हेतु प्रदूषण मुक्त(Silence Zone) घोषित किया जाए।क्योंकि ध्वनि प्रदूषण से श्रवण हानि,मानसिक विकारों, अध्ययनरत विद्यार्थियों को जोखिम उठाना पड़ रहा है। मॉनेस्ट्री क्षेत्र में हो रहे ध्वनि प्रदूषण के कारण शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है। रातों को नींद नहीं आती है। इसलिए प्रदूषण कानूनों का सख्ती से पालन क्या जाए*।
2- *विश्व धरोहर महाबोधि महाविहार के ऊपर एवं आसपास फ्लाइंग जोन एवं ड्रोन कैमरा देखे जाते हैं इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से महाबोधि महाविहार के ऊपर से फ्लाइट एवं ड्रोन कैमरा का उड़ना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाना*।
3- *भगवान बुद्ध की तपोस्थली उरुवेला प्रागबोधि (डुंगेश्वरी)गया में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों एवं स्थानीय निवासियों की सुरक्षा हेतु "पुलिस चौकी"  की स्थापना करना*।
4- *भगवान बुद्ध की तपोस्थली उरुवेला प्रागबोधि, गया में दर्शनार्थ आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की सुविधा हेतु मॉडर्न मिनी टॉयलेट, मूत्रालय, पीने के लिए पानी आदि की जन सुविधाओं की व्यवस्था करना*।
5 - *भगवान बुद्ध की तपोस्थली उरुवेला प्रागबोधि (डुंगेश्वरी) गया में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की सुविधा हेतु  "राजगीरि शांति स्तूप की तरह"  तपोस्थली (डुंगेश्वरी पर्वत) पर चढ़ने के लिए "विद्युत चलित ट्रॉली या एक्सीलेटर सीढ़ियों" का निर्माण कराया जाए*।
6 - *विश्व धरोहर महाबोधि महाविहार के आस -पास एवं बुद्धगया मॉनेस्ट्री क्षेत्र में मांस, मछली, मुर्गा, बकरा की कटाई से भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली पर आने वाले देशी- विदेशी पर्यटकों एवं बौद्ध श्रद्धालुओं के मन में भारत के प्रति गलत संदेश जाता है इसलिए स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से मांस, मछली, मुर्गा, बकरा कटाई एवं बिक्री को विश्व धरोहर महाविहार सहित समस्त मॉनेस्ट्री क्षेत्र से 4 से 5 किलोमीटर दूर अन्यत्र बाजार स्थापित किया जाए*।
7 - *महाबोधि महाविहार के पीछे गांव ताराडीह जिसे स्थापित किया जा चुका है। यहां वर्ष 1980-81 की खुदाई में अशोक कालीन शिक्षालय, संघाराम, चौड़ी दीवारें, पक्का फर्श, बुद्ध की प्रतिमांए प्राप्त हुई थी। वर्ष 2000 में यहां सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च करके "गौतम वन पुरातत्व परिसर"  के रूप में इस क्षेत्र को विकसित करने की योजना भी बनाई और बाउंड्री वाल करा दी किंतु सुरक्षा एवं संरक्षण के अभाव में "गौतम वन पुरातत्व परिसर" की खाली पड़ी अरबों रुपए की जमीन पर स्थानीय निवासियों एवं असामाजिक तत्वों ने भू अतिक्रमण कर सरकारी संपत्ति को नष्ट किया है। हमारा आग्रह है कि बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन "गौतम बंद पुरातत्व परिसर"  की भूमि का संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण कराने की कार्य योजना बनाएं*।
 8 - *बुध्दगया की मुख्य सड़क दुमोहन से नोट नंबर-1, सुजाता बायपास रोड राजापुर,वाया बकरौर सुजाता गढ़ स्तूप होकर ,रत्ती विगहा नदी पुल से उरुवेला फॉरेस्ट प्रागबोधि गया तक जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण करा कर "फोरलेन" में बनाया जाए*.
9 - *भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बुध्दगया में देशी - विदेशी पर्यटकों एवं नागरिकों की जीवन सुरक्षा हेतु अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार  "सुपर स्पेशलिटी अस्पताल"  का निर्माण कराया जाए*।
10 - *बुद्धगया का योजनाबद्ध विकास एवं सौंदर्यीकरण किए जाने के लिए "बुध्दगया डेवलपमेंट प्लान"  बना कर बुद्धगया मॉनेस्ट्री क्षेत्र एवं आवासीय शेत्र को क्रमबद्ध लाइन वार सड़कों - गलियों का निर्माण एवं गंदा पानी निकासी नाले एवं नालियों का निर्माण करवा कर सड़कों गलियों के किनारे स्ट्रीट लाइट तथा पेड़ लगवाए जाएं*।
11 - *बुध्दगया की सड़कों के किनारे "दिल्ली की तरह" मॉडर्न मिनी टॉयलेट, लेडीज एंड जेंट्स के लिये एवं देशी- विदेशी पर्यटकों के लिए निर्माण कराया जाए, जो कि निशुल्क संचालित किया जाए तथा प्रत्येक "मॉडर्न मिनी टॉयलेट" पर राज्य पर्यटन विभाग या जिला प्रशासन,अथवा नगर पालिका बुध्दगया द्वारा सफाई सुरक्षाकर्मी नियुक्त किया जाए और बुध्दगया के जो "जन- सुविधा परिसर" खस्ताहाल बंद पड़े हैं उन्हें भी पुन: संचालित किया जाए*।      
 12 - *बुध्दगया की मॉनेस्ट्रीयों से बिजली विभाग कमर्शियल बिल वसूल कर आर्थिक उत्पीड़न किया जा रहा है जबकि देश के अन्य धर्मों के धर्म स्थलों के साथ ऐसा उत्पीड़न नहीं होता है। धार्मिक संस्थानों एवं मंदिरों से सामान्य बिल वसूल किया जाता है। अत: बिहार सरकार से हमारा आग्रह है कि बुद्धगया की बौद्ध मोनेस्ट्रीयों(मंदिरों)से सामान्य बिल वसूल किए जाने हेतु विद्युत विभाग को निर्देश दिए जाएं और कमर्शियल बिल वसूल करने से रोका जाए*।
        *बौद्ध संगठनों की.राष्ट्रीय समन्वय समिति, भारत के राष्ट्रीय समन्वयक अभय रत्न बौद्ध जी के अथक प्रयासों के फलस्वरूप "गया रेल जंक्शन से बुध्दगया होकर चतरा तक रेल मार्ग" को भारत सरकार द्वारा स्वीकृति दिलाने तथा "बुद्धगया से भगवान बुध्द की तपोभूमि प्रागबोधि उरुवेला" तक सीधा 8 किलोमीटर संपर्क मार्ग बनवाने के लिए एडवोकेट सुलेखाताई कुम्भारे पूर्व सदस्या राष्ट्रीय अलपसंख्यक आयोग, भारत सरकार का  "बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति, भारत  हार्दिक धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया*।

       *वर्ष 2014-15 से की जा रही मांग कि बुध्दगया में विशाल वातानुकूलित सभागार कन्वेंशन सेंटर एवं अथिति ग्रह का निर्माण कराये जाने की मांग को लेकर वर्ष 2015 बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर "चार दिवसीय सामूहिक धरना एवं प्रदर्शन बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति, भारत के तत्वाधान में किया गया था और श्री नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री बिहार सरकार को 13 सूत्रीय मांग पत्र ज्ञापन बोधि वृक्ष के नीचे सौंपा गया था*। *13 सूत्रीय मांग पत्र की मुख्य मांग लगभग 150 करोड़ की लागत से महाबोधि कन्वेंशन सेंटर का निर्माण जोकि वर्ष 2021 के अंत तक पूरा होने जा रहा है*। 
          *हम बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति भारत के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का हार्दिक आभार प्रकट करते हैं और अपेक्षा करते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार बुद्धगया को "स्मार्ट पर्यटक सिटी" बनाने के लिए हमारी अन्य मांगों पर भी ध्यान देकर संज्ञान में लेंगे*।
        *ज्ञापन पत्र की प्रति श्री फागू चौहान माननीय राज्यपाल बिहार सरकार, मुख्य सचिव बिहार सरकार श्री त्रिपुरारी शरण, बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री श्री नारायण प्रसाद, भारत सरकार के पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी एवं गया जिले के जिलाधिकारी श्री अभिषेक कुमार सिंह को आवश्यक कार्यवाही हेतु सूचनार्थ  भेजा गया*।
-----.    ----.    ----.   ------ 
        *भवतु सब्ब मंगलं*
 *धम्माकांक्षी*

*जे. एल. शक्ति राजन बौद्ध*
*राष्ट्रीय महासचिव*
*बौद्ध संगठनों की राष्ट्रीय समन्वय समिति, भारत*
*मुख्यालय*: *महाबोधि मेडिटेशन सेन्टर, बुध्दगया, जिला, गया-824231(बिहार)*
*केंद्रीय कार्यालय*: *बुध्द कुटीर,284/सी-1*, *स्ट्रीट नंबर*8 नेहरू नगर ,नई* *दिल्ली-110008*