कुदरत के कहर से लाखों की धान का फसल बर्बाद किसानों के समक्ष गंभीर संकट हुआ उत्पन्न

कुदरत के कहर से लाखों की धान का फसल बर्बाद 

किसानों के समक्ष गंभीर संकट हुआ उत्पन्न

 रिपोर्ट :विनोद विरोधी 

बाराचट्टी (गया)। बीते 3 दिनों तक सूबे में आए बारिश व  हवा ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है ।उनकी खेतों में लहलहाती धान की फसल गिर कर बर्बाद हो चुकी है, जिसे लेकर किसानों के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो गया है। बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बाराचट्टी एवं मोहनपुर प्रखंड के अनेक गांवों में लहलहाती फसल का भारी नुकसान हुआ है। जिससे किसान मर्माहत हैं ।डंगरा बाजार के निकट मुसरशब्दा गांव के रहने वाले किसान दिलचंद प्रसाद का कहना है कि इस कमरतोड़ महंगाई में बड़ी ही उम्मीद के साथ धान की फसल लगाई थी ।अनुकूल मौसम के कारण फसल भी अच्छी थी ।  पक कर तैयार हो चला था, लेकिन प्रकृति के सामने एक नहीं चल रही है ।देखते ही देखते धान की लहलहाती फसल गिर गए हैं ।जिसे फिलहाल काटना भी मुश्किल हो पा रहा है ।ऐसी परिस्थिति में भविष्य अंधकार में हो गया है ।बच्चे की पढ़ाई ,घर का खर्चा व अन्य जरूरतों को पूरा करना असंभव दिख रहा है। इधर स्थानीय समाजसेवी मनोज कुशवाहा का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना  साल में तीन किस्तों में ₹6000 तो मिल रहे हैं, लेकिन जहां लाखों का फसल नुकसान हुआ है। वहां इतनी छोटी सी सहायता का क्या होगा ?इस बाबत स्थानीय प्रखंड कृषि पदाधिकारी मोहनपुर से पूछे जाने पर बताया कि बारिश व तूफान से हुए धान की फसल के नुकसान का आकलन की जा रही है, रिपोर्ट आने के पश्चात उचित मुआवजा दी जाएगी।