*रफीगंज प्रखंड में कूल 66.80% प्रतिशत मतदान हुआ संपन्न* *अजय कुमार पाण्डेय* औरंगाबाद: ( बिहार ) *बुधवार दिनांक - 20 अक्टूबर 2021 को चौथे - चरण में रफीगंज प्रखंड अंतर्गत कुल 23 पंचायतों में संपन्न होने वाली पंचायत - चुनाव में अंतिम समय तक 66:80% मतदान* हुआ! *जिसमें पूरे प्रखंड अंतर्गत 23 मुखिया पद, 33 पंचायत - समिति पद, 03 जिला - परिषद, पद, 23 सरपंच पद, 327 ग्राम - पंचायत - सदस्य पद तथा 327 ग्राम - कचहरी - पंच पदों के लिए मतदान कराया* गया! *हालांकि ऐसे तो सुबह से ही निर्धारित समयानुसार प्रत्येक मतदान केंद्रों पर मतदान प्रारंभ करा कर निर्धारित समयानुसार ही प्रत्येक मतदान केंद्रों पर प्रशासन एवं मतदान कर्मियों द्वारा मतदान बंद करा दिया* गया! *लगभग प्रत्येक मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से ही मतदाताओं ने अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग* किया! *लेकिन चौथे - चरण चुनाव के दिन जब संवाददाता ने अपने सहयोगी रफीगंज संवाददाता अनिल कुमार विश्वकर्मा के साथ विभिन्न मतदान केंद्रों पर घूम - घूम कर निरीक्षण किया, तो पाया कि कुछ मतदान केंद्र पर अपने प्रत्याशी के समर्थक लगातार मतदान कराने में लगे हुए* हैं! *संवाददाता ने जब अपने सहयोगी रफीगंज संवाददाता के साथ सर्वप्रथम रफीगंज - कासमा रोड में पांडे कर्मा, बूथ पर लगभग 1:00 बजे दिन में पहुंचकर मतदान कर्मियों से डाले गए मत से संबंधित जानकारी ली, तो पीठासीन - पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 1:00 बजे दिन तक यहां कुल - 109 पुरुष तथा 171 मतदाताओं ने यानी कि कुल - 280 मतदाताओं में अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग किया* है, *तथा यहां कुल मतदाताओं की संख्या 628* है! *इसके बाद जब बघौरा पंचायत अंतर्गत चंन्द्राही बूथ पर पहुंचा, तो पीठासीन पदाधिकारी से पूछे जाने पर जानकारी देते हुए बताया कि दिन लगभग 1:40 बजे तक कुल 190 पुरुष तथा 190 महिलाओं को मिलाकर कुल 380 मतदाताओं ने अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया* है, *और यहां कुल मतदाताओं की संख्या 634* है! *लेकिन जब लगभग 2:00 बजे इगुनी बूथ पर पहुंचकर पीठासीन - पदाधिकारी से जानकारी ली, तो जानकारी देते हुए बताया कि यहां कुल मतदाताओं की संख्या 382* है! *जिसमें वर्तमान 2:00 बजे तक 161 पुरुष तथा 130 महिलाओं ने यानी कि कुल 291 मतदाताओं ने अपना - अपना मताधिकार का प्रयोग कर लिया* है! *उस वक्त इगुनी बूथ पर दो - चार मतदाता ही धीरे - धीरे जाकर अपने - अपने मतदान करते देखे* गए! *इसके बाद जब गेरुआ बूथ पर पहुंचकर पीठासीन - पदाधिकारी से जानकारी ली गई, तो जानकारी देते हुए बताया कि 1:00 बजे दिन तक कुल 177 पुरुष तथा 200 महिलाओं को मिलाकर 377 मत पड़े* हैं! *लेकिन लगभग 2:25 बजे तक मतदान कर्मियों द्वारा ही जानकारी दी गई कि गेरुआ बूथ पर 215 पुरुष तथा 234 महिला मतदाताओं को मिलाकर कुल 449 मत डाले जा चुके* हैं! *उस वक्त भी गेरुआ बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई* थी! *लेकिन ताज्जुब की बात है कि इसी गेरुआ बूथ पर जब एक महिला - पुरुष ( पति - पत्नी ) दोनों मतदाता साथ में ही पहुंचकर अपना - अपना मताधिकार का प्रयोग करना चाहा, तो मतदान केंद्र पर बैठे मतदान अभिकर्ताओं, मतदान कर्मी ने कहा कि आपका मतदान तो पहले ही हो चुका* है! *जबकि उसके पहले इन लोगों ने अपना मतदान ही नहीं किया* था! *महिला मतदाता रंजू देवी ने मौजूद सभी लोगों को अपना उंगली दिखाते हुए कहा कि भैया आप ही लोग देख लीजिए कि हम अभी अपना मतदान कहां किए* हैं! *मेरा किसी भी उंगली में आप लोग देख लीजिए, मतदान करने के समय लगाया जाने वाला निशान कहीं भी नहीं लगा हुआ* है! *इसके बावजूद भी मतदान केंद्र पर बैठे लोगों ने उस महिला को अपना मतदान करने के बजाय वापस लौटा दिया* था! *लेकिन जब मौके पर मौजूद संवाददाता ने इस बात की जानकारी पीठासीन - पदाधिकारी तथा मौके पर तुरंत पहुंचे कासमा थाना प्रभारी, राजगृह प्रसाद को दिया, तो मतदान से वंचित महिला को बुलाकर मतदान कराया और मतदान केंद्र पर बैठे पोलिंग - एजेंटो को कहा कि जब इस महिला मतदाता ने अपना मतदान ही नहीं किया है, तो इसका मतदान किसने कर* दिया? *तुम ही लोगों की मिलीभगत से न कोई मतदान कर के इसी गांव का यहां से चला गया* है? *क्योंकि तुम लोग तो स्थानीय* हो, *और तुम लोग सभी गांव वाले को पहचानते* हो? *तब फिर मतदान कैसे हो* गया? *ज्यादा बकवास मत करो, नहीं तो जेल भेज* देंगे! *उसी वक्त कासमा थाना प्रभारी, गेरुआ बूथ पर पहुंचे ही* थे! *गेरुआ बूथ पर पीठासीन - पदाधिकारी द्वारा कुल मतदाताओं की संख्या 797 बताया* गया! *इसके बाद बघौरा मतदान केंद्र पहुंचकर पीठासीन - पदाधिकारी से जब जानकारी ली गई, तो जानकारी देते हुए बताया कि 207 पुरुष तथा 194 महिलाओं ने अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग किया* है! *यानी कि कुल 401 पुरुष / महिला मतदाताओं ने अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग* किया! *पीठासीन पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बघौरा मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या 634* है! *इसके बाद जब बख्शी बिगहा स्थित पंचायत सरकार भवन पहुंचकर पीठासीन पदाधिकारी से जानकारी लिया गया तो जानकारी देते हुए बताया कि 3:00 बजे तक 187 पुरुष तथा 183 महिलाओं को मिलाकर कुल 370 मतदाताओं ने बूथ नंबर 325 पर अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग किया* है! *इस मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या 554* है! *इसके बाद गम्हरिया स्थित मतदान केंद्र पहुंचकर जब पीठासीन - पदाधिकारी से जानकारी लिया गया, तो जानकारी देते हुए बताया कि 185 पुरुष तथा 198 महिलाओं ने अपने अपने मताधिकार का प्रयोग किया* है! *इस मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या 626* है! *वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय गम्हरिया स्थित दूसरे मतदान केंद्र पर भी जब पीठासीन - पदाधिकारी से जानकारी लिया गया, तो जानकारी देते हुए बताया कि 214 पुरुष तथा 194 महिला मतदाताओं को मिलाकर कुल 408 मतदाताओं ने अपने - अपने मताधिकार का प्रयोग किया* है! *इस बूथ पर कुल मतदाताओं की संख्या 683* है! *वही पौथू - पंचायत, उत्तरी अंतर्गत पड़ने वाली बरपा, भारतीपुर, खरौना, पाठक बिगहा, सीमा गांव स्थित मतदान केंद्रों पर भी शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया तथा कोटवारा - पंचायत इत्यादि गांवों में भी मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो* गया! *लेकिन चौबड़ा - पंचायत के संबंध में बताया जाता है कि एक मुखिया प्रत्याशी, किशोर प्रसाद के साथ बड़गांव तथा चरकुपा गांव में भी अभद्र - व्यवहार किया गया* है! *वही प्राप्त जानकारी अनुसार चौबड़ा - पंचायत अंतर्गत ही चरकुपा गांव निवासी तथा पूर्व व्यापार - मंडल - अध्यक्ष, रफीगंज, शत्रुघ्न शर्मा की पत्नी विमला देवी के पक्ष में चरकुपा गांव के लगभग ग्रामीणों ने एकमत होकर मतदान कर* दिया! *क्योंकि चरकुपा गांव से पंचायत - समिति पद हेतु एक ही उम्मीदवार* थी! *इसी मुद्दे पर चौबड़ा - पंचायत के पंचायत - समिति, प्रत्याशी विमला देवी के पति - शत्रुघ्न शर्मा से जब मतदान समाप्ति पश्चात संवाददाता की अपने आवास पर ही मुलाकात हुई, तो संवाददाता के समक्ष हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इतना बुजुर्ग होने के बावजूद भी अंतिम समय में अपने पूरे पंचायत - वासियों के समक्ष हाथ जोड़कर अपनी पत्नी के लिए वोट मांगा* हूं! *इसी का परिणाम है कि पूरे चौबड़ा - पंचायत के हिंदू - मुस्लिम सभी वर्ग के लोगों ने मेरा सम्मान करते हुए मेरी पत्नी के नाम पर वोट दिया* है! *इसलिए मैं अपने पंचायत - वासियों के लिए मरते दम तक सेवा अवश्य करता ही* रहूंगा! *इसको मैं कदापि नहीं भूल* सकता!