केंद्र - सरकार द्वारा चलाई जा रही गरीब - कल्याण - योजना मामले में सांसद, जिलाध्यक्ष, जन - वितरण प्रणाली पर हो कार्रवायी - सल्लू खान*

*केंद्र  - सरकार द्वारा चलाई जा रही गरीब  - कल्याण  -  योजना मामले में सांसद, जिलाध्यक्ष, जन -  वितरण प्रणाली पर हो कार्रवायी  -  सल्लू खान*                   ( *सांसद को नहीं हैं प्रोटोकाल की जानकारी, भारतीय संविधान के बारे में पढ़ ले सांसद, सांसद झोला पर अपना फोटो छपवाकर गरीबों के बीच करते हैं अनाज वितरण* )
*अजय कुमार पाण्डेय* औरंगाबाद: ( बिहार )  *अखिल भारतीय  - कांग्रेस   - पार्टी के राहुल गांधी यूथ  - ब्रिगेड,  प्रदेश अध्यक्ष, मो0 शहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान तथा उनके सदस्यों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाते हुए कहा है कि सांसद, सुशील कुमार सिंह एवं भाजपा  - जिलाध्यक्ष सरकार  द्वारा चलाई जा रही गरीब  -  कल्याण  -  अन्  - योजना को सामाजिक कार्य न करते हुए प्रचार - प्रसार का माध्यम बनाया जा रहा* है, *क्योंकि गरीब  - कल्याण  - योजना हर गरीब का अधिकार* है! *जिसे सरकार द्वारा अन् योजनाओं के तहत इस योजनाओं को भी शामिल किया गया* है, *परंतु सांसद, सुशील कुमार सिंह इस योजना को बैनर व झोला पर अपना तथा प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का फोटो छपवाकर गरीबों को बांट रहे* हैं। *प्रधानमंत्री का फोटो तो समझ आता* है, *क्योंकि यह योजना सरकार के तरफ से ही गरीबों के लिए लाया गया* है!     *लेकिन सांसद तथा जिलाध्यक्ष का फोटो झोला पर छापना कैसा उचित* है? *साथ ही सरकार की योजनाओं पर किसी पार्टी विशेष का लोगों नहीं होना* चाहिए, *बल्कि उस पर सरकार  द्वारा किए जा रहे कार्य योजनाओं पर सरकार का लोगों होना* चाहिए। *जैसे कि सत्यमेव जयते, परंतु यहां गरीबों को इस योजना के तहत जो भी सामग्री बांटी जा रही* है! *उस पर सांसद का फोटो तथा भाजपा का कमल छाप का फोटो लगा हुआ* है। *इसे देखते हुए यूथ  - ब्रिगेड, राहुल गांधी के सदस्यों ने इसे प्रचार  -  प्रसार का माध्यम बताया* है! *सदस्यों ने आगे कहा है कि यह प्रोटोकॉल के खिलाफ* है।  *ऐसा भद्दा मजाक गरीबों के साथ एक सांसद तथा भाजपा के कुछ अन्य लोग कर रहे* हैं! *यह बहुत ही शर्म की बात* है!  *यह गरीबों के साथ मजाकिया व्यवहार* है। *साथ ही सरकारी योजनाओं को गरीबों तक सरकार के माध्यम से पहुंचाया जाना* चाहिए! *लेकिन यहां पार्टी बैनर और पार्टी विशेष लोगों का फोटो छपवाकर वितरण किया जा रहा है या एक सोची  -  समझी राजनीति तथा प्रचार  - प्रसार* है। *इस विषय पर लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा है कि आगे से जिला  - प्रशासन इस विषय पर कड़ी नजर* रखें, *और जो काम प्रोटोकॉल के खिलाफ किया जा रहा* है! *उसका सही इस्तेमाल करने की सलाह भाजपा पार्टी को* दें। *सल्लू ने कहा है कि बीते दिनों कोरोनाकाल में सांसद सुशील कुमार सिंह कहां* थे?   *दूर - दूर तक वह दिख ही नहीं रहे* थे, *और कोई भी अन् उनके द्वारा गरीबों तक नहीं पहुंचाया गया* था, *तो अब अचानक ऐसा क्या* हुआ?  *जो भुखमरी में साथ न आया* हो? *वह अब अपना प्रचार  - प्रसार करने के लिए झोला पर पार्टी लॉगों और अपना फोटो छपवाकर बांट रहे* हैं! *जब इनकी जरूरत* थी! *तब यह नजर नहीं* आए! *ऐसी घटिया राजनीति से अच्छा है कि लोग राजनीति से संयास ले* ले। *सल्लू ने बताया है कि इस विषय पर एक ज्ञापन डी0एम0 को भी सौंपा गया* है! **इस पर उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो हम सब जन आंदोलन* करेंगें!  *इस मौके पर मो0 जुल्फेकार, रंजन कुमार, पिंटू कुमार, दीपक कुमार, मो0 गयासुद्दीन, प्रकाश कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक कुमार, मो0 सैफुल्लाह, मो0 अकबर, पंकज कुमार सहित अन्य लोग भी मौजूद* रहे!