पटना में पत्रकार ,हुआ हमले का शिकार।

पटना में पत्रकार ,हुआ हमले का शिकार।
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    रिपोर्टः उससम्पादक 
डीके पंडित
पटना से 
 पटना,8 नवम्बर।राजधानी पटना में आज वरिष्ठ पत्रकार राम नरेश चौरसिया को हमलावरों ने मारपीट कर घायल कर दिया। श्री चौरसिया ने इस मामले में चौक थाना में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। भारती श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एस एन श्याम की पहल पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों ने इसमें  सज्ञान लिया।वरिष्ठ पत्रकार राम नरेश चौरसिया ने इस मामले में चौक थाना में लिखित आवेदन देकर पटना सिटी के सिद्धि विनायक शॉप एंड केमिकल्स लिमिटेड के कर्मचारी रंजीत कुमार, पवन कुमार और गोलू को नामजद किया है।
       राज्य के अन्य जिलों के बाद छोड़ दें तो पटना में पिछले 2 माह से पत्रकारों को अपराधिक वारदातों का शिकार होना पड़ रहा है। दानापुर में प्रेस छायाकार संतोष कुमार के घर भीषण चोरी हुई। पाटलिपुत्रके राजीव नगर में अजय सिंह के घर चोरों ने धावा बोलकर गहने जेवरात इत्यादि चुरा लिया। 2 दिन पूर्व नौबतपुर में भी एक पत्रकार के घर भीषण चोरी की सूचना है।
      इस मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि पत्रकारों के साथ जब कोई आपराधिक वारदात होता है तो पटना पुलिस के वरीय पदाधिकारी से लेकर कनीय अधिकारी तक खुशी से झूमने लगते हैं। क्योंकि जिन्हें वे सबक नहीं सिखा पाते उन्हें अपराधी सबक सिखा देते हैं। कार्रवाई के मामले में पटना पुलिस बिल्कुल फिसड्डी नजर आती है ।संतोष के घर  चोरी के मामले में  कोतवाली थाने में पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा से आग्रह किया गया था कि इस मामले में थोड़ा सज्ञान लिया जाए ।परंतु नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। चौरसिया वरिष्ठ  पत्रकार हैं ।संप्रति वे आज हिंदी दैनिक पटना में कार्यरत है। उन पर हमला होना और उन्हें लहूलुहान किया जाना निश्चित रूप से लोकतंत्र का काला दिन है।
   बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार ,सचिव प्रभात कुमार और संगठन सचिव अमित कुमार ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार करने और उन पर सख्त कार्रवाई की मांग सरकार से की है। में पत्रकार ,हुआ हमले का शिकार।
---रिपोर्टः---दिनेश कुमार पंडित
सुत्रोके अनुसार 
 पटना,8 नवम्बर।राजधानी पटना में आज वरिष्ठ पत्रकार राम नरेश चौरसिया को हमलावरों ने मारपीट कर घायल कर दिया। श्री चौरसिया ने इस मामले में चौक थाना में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। भारती श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एस एन श्याम की पहल पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों ने इसमें  सज्ञान लिया।वरिष्ठ पत्रकार राम नरेश चौरसिया ने इस मामले में चौक थाना में लिखित आवेदन देकर पटना सिटी के सिद्धि विनायक शॉप एंड केमिकल्स लिमिटेड के कर्मचारी रंजीत कुमार, पवन कुमार और गोलू को नामजद किया है।
       राज्य के अन्य जिलों के बाद छोड़ दें तो पटना में पिछले 2 माह से पत्रकारों को अपराधिक वारदातों का शिकार होना पड़ रहा है। दानापुर में प्रेस छायाकार संतोष कुमार के घर भीषण चोरी हुई। पाटलिपुत्रके राजीव नगर में अजय सिंह के घर चोरों ने धावा बोलकर गहने जेवरात इत्यादि चुरा लिया। 2 दिन पूर्व नौबतपुर में भी एक पत्रकार के घर भीषण चोरी की सूचना है।
      इस मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि पत्रकारों के साथ जब कोई आपराधिक वारदात होता है तो पटना पुलिस के वरीय पदाधिकारी से लेकर कनीय अधिकारी तक खुशी से झूमने लगते हैं। क्योंकि जिन्हें वे सबक नहीं सिखा पाते उन्हें अपराधी सबक सिखा देते हैं। कार्रवाई के मामले में पटना पुलिस बिल्कुल फिसड्डी नजर आती है ।संतोष के घर  चोरी के मामले में  कोतवाली थाने में पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा से आग्रह किया गया था कि इस मामले में थोड़ा सज्ञान लिया जाए ।परंतु नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। चौरसिया वरिष्ठ  पत्रकार हैं ।संप्रति वे आज हिंदी दैनिक पटना में कार्यरत है। उन पर हमला होना और उन्हें लहूलुहान किया जाना निश्चित रूप से लोकतंत्र का काला दिन है।
   बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार ,सचिव प्रभात कुमार और संगठन सचिव अमित कुमार ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार करने और उन पर सख्त कार्रवाई की मांग सरकार से की है।