जल-जीवन-हरियाली अभियान, मद्य निषेध कार्यक्रम, कब्रिस्तान/मंदिर की घेराबंदी, कोविड-19 टीकाकरण एवं जांच की समीक्षा,

जल-जीवन-हरियाली अभियान, मद्य निषेध कार्यक्रम, कब्रिस्तान/मंदिर की घेराबंदी, कोविड-19 टीकाकरण एवं जांच की समीक्षा,
गया, 08 नवम्बर 2021-
रिपोर्टः डीकेपंडित गया बिहार
 *जिला पदाधिकारी  श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में साप्ताहिक अंतर-विभागीय समन्वयक बैठक में मुख्य रूप से लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम, जल-जीवन-हरियाली अभियान, मद्य निषेध कार्यक्रम, कब्रिस्तान/मंदिर की घेराबंदी, कोविड-19 टीकाकरण एवं जांच की समीक्षा, विशेष केंद्रीय सहायता योजना, पर्यटन का विकास, बौद्ध महोत्सव का आयोजन,धान अधिप्राप्ति सहित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिए गए।*

बैठक में जिला पदाधिकारी  द्वारा जिला स्तर के पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि वे जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, सी०पी०ग्राम/ सी०एम० डैशबोर्ड से संबंधित शिकायतों का निष्पादन प्राथमिकता स्तर पर करना सुनिश्चित करें। जिला पदाधिकारी ने पदाधिकारियों को निदेश दिया कि वे शिकायतकर्ता से व्यक्तिगत रूप से मिलकर, उनकी समस्याओं का विस्तार से जाने तथा उसका निष्पादन करने का प्रयाश करें ताकि जिला प्रशासन की स्वच्छ छवि के प्रति विश्वास एवं भरोसा का संदेश जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम मात्र शिकायत निष्पादन का नहीं है बल्कि जिला प्रशासन द्वारा कराए जा रहे जन कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों का फीडबैक प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है।

 बैठक में कोविड-19 टीकाकरण एवं कोरोना जांच की समीक्षा करते हुए सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि जिले के प्रमुख एवं बड़े घाटों पर कोविड-19 टीकाकरण का कार्य किया जाएगा। उन्होंने निदेश दिया कि 10 दिनों तक लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा ताकि छठ में बाहर से आने वाले लोग भी टीका ले सके। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं टीकाकरण से जुड़े संबंधित पदाधिकारियों/चिकित्सकों को निदेश दिया कि महादलित टोला में डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान चलावे। उन्होंने बताया कि 9 टू 9 टीकाकरण कार्यक्रम चलता रहेगा। विदित हो कि पूरे जिले में 29 नाइन टू नाइन टीकाकरण स्थल है। जहां प्रात 9:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक टीका लगाया जा रहा है। सभी प्रखंडों में एक-एक, जिला स्तर पर  5  नाइन टू नाइन टीकाकरण केंद्र है। जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया कि कोरोना जांच की रफ्तार को भी बढ़ाया जाए ताकि बाहर से आने वाले लोगों की भी जांच सुनिश्चित किया जा सके।

 बैठक में जल-जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा के क्रम में निदेश दिया गया कि जिओ टैगिंग कार्य में संबंधित विभाग के पदाधिकारी/अभियंता तेजी लावे ताकि जिले की रैंकिंग में और अधिक सुधार हो सके। बैठक में बताया गया कि कृषि विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं अन्य विभाग  द्वारा जिओ टैगिंग में अच्छी प्रगति की गई है। परंतु लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग,लघु सिंचाई ग्रामीण विकास विभाग इत्यादि  विभाग द्वारा जिओ टैगिंग कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता है। जिला पदाधिकारी ने संबंधित विभाग के पदाधिकारी को इस संबंध में निदेश दिया।

 बैठक में विशेष केंद्रीय सहायता योजना (SCA) की समीक्षा के क्रम में निदेश दिया गया कि जो योजना पूर्ण है और राशि बची हुई है, उसे शीघ्र वापस कर दें। साथ ही अगर किसी विभाग को राशि की आवश्यकता है तो मांग कर लें। बैठक में डी०सी० विपत्र की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि अधिकतर विभागों द्वारा डी०सी० विपत्र जमा कर दिया गया है। खेल पदाधिकारी, सहायक निदेशक उद्यान, जिला मत्स्य पदाधिकारी आदि विभाग के पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि वे शीघ्रता से डी०सी० विपत्र जमा करें।

 जिले में पर्यटन विकास को बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता की समीक्षा की गई। अपर समाहर्ता को निदेश दिया गया कि वे पर्यटन के लिए आवश्यकता के अनुरूप भूमि को चिन्हित करने में प्राथमिकता दें।

 बैठक में बौद्ध महोत्सव के आयोजन पर भी विचार-विमर्श किया गया। बौद्ध महोत्सव-2022 के आयोजन तिथि के निर्धारण  हेतु अगले सप्ताह में एक बैठक का आयोजन करने का निदेश जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया। 

 बैठक में उप-विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता लोक शिकायत, भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, डी०पी०एम० मनरेगा, सहायक आयुक्त मद्य निषेध, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पी०एच०ई०डी०, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्तागन, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा सहित अन्य पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे।