आजादी का अमृत महोत्सव हे स्वामी विवेकानंद जयंती

राजीव कन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल मैं सरस्वती शिशु मंदिर के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई जिसमें स्वामी विवेकानंद जी का पूजन कर पुष्पांजलि समर्पित की गई और दीप प्रज्ज्वलित किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य अनिल पांडे नेकी एवं मुख्य अतिथि श्री शिवम यादव रवि प्रकाश शर्मा महेश प्रजापति अजय पाल सिंह उमेश कुशवाहा एवं हर्ष वर्धन स्वामी विवेकानंद जीने हमारे देश को तो पहचान दिलवाई विश्व स्तर तक वह अविस्मरणीय है आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं हमारे देश के जन-जन तक पहुंचाने का उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब लोग उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारें आत्मसात करें तभी सच्ची आजादी को हम पहचानेंगे उसके महत्व को जानेंगे हमारे देश में ऐसे अनेक बलिदानी हैं जिन्होंने अपना सर्वस्व देश की स्वतंत्रता के लिए निछावर कर दिया और हम उनका नाम तक नहीं जानते ऐसे हुतात्मा ओं को स्मरण करना बालवीर बलदानिया को पहचान दिलाना जन-जन तक उनके संदेश पहुंचाना उनकी वीरता को पहुंचाना ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है स्वामी विवेकानंद जिन्होंने हमारा देश गुलाम हुआ करता था तब विश्व स्तर पर शिकागो धर्म सम्मेलन में हमारे देश को नई पहचान दिलवाई जब हमारा ना ध्वज ध्वज था ना पहचान थी हमारा देश गुलाम था हमारी संस्कृति को हमारे विचारों को हमारे धर्म को हमारे ध्वज को हमारे देश को विश्व स्तर तक पहचान दिलाने में जो उस समय उनका योगदान रहा उसे भुलाया नहीं जा सकता है उनके उस समय के योगदान के परिणाम स्वरुप हम और आप आज अपनी धर्म और संस्कृति को आगे बढ़ाने में पोषक बन रहे हैं समस्त बाल वीर बलिदानी जैसे बिठूर की मैना जिसने 13 वर्ष की आयु में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अपने पिता का नाम और पता नहीं पता या भले ही उसको अपने प्राण त्याग ने पड़े ऐसे ही ऐसे ही पंजाब के कुकर जिन्होंने अपना बलिदान दिया ऐसे बाल वीर बलिदानी हो के जीवन से हमें प्रेरणा लेना चाहिए और देश सेवा करने की देश पर बलिदान होने की देश पर अपने प्राण न्योछावर करने की कोई उम्र नहीं होती हम सभी को अपने देश के लिए सर्वस्व निछावर करने का भाव लोगों में उत्पन्न हो ऐसे सभी नगर और देशवासियों के बच्चों में देश के प्रति समर्पण और देश प्रेम की भावना जागृत हो यही सच्ची श्रद्धांजलि स्वामी विवेकानंद के प्रति होगी इतिहास गवाह है हमारे राष्ट्र के निर्माण में वीर बालकों का भी महत्वपूर्ण योगदान है जिसे भुलाया नहीं जा सकता है कार्यक्रम के अंत में कल्पना मैडम ने सभी का आभार व्यक्त किया