आमोल पुलिस चौकी प्रभारी ने नहीं सुनी पीड़ित की फरियाद*

*आमोल पुलिस चौकी प्रभारी ने नहीं सुनी पीड़ित की फरियाद*

*पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई शिकायत*

*चौकी प्रभारी ने पीड़ित पर बनाया सीएम हेल्प लाइन बन्द कराने का दबाव*

*लाला परिहार आमोलपठा*

मध्य प्रदेश सरकार आदिवासी मजदूर लोगों के लिए कई शासकीय योजनाओं का संचालन करते हुए  सहानुभूति बरत रही है। दूसरी ओर कई लापरवाह  अधिकारियों के द्वारा आज भी क्षेत्र में आदिवासियों का शोषण होने का मामला दिखाई देता है। शिवपुरी जिले के अमोला थाना अंतर्गत आमोलपठा पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम थरखेडा में एक गरीब आदिवासी परिवार के साथ शुक्रवार को लाठी व लात घूंसो से मारपीट कर दी गई। घटना के बाद पीड़ित परिवार पुलिस चौकी पहुंचा तो पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की। जानकारी के अनुसार दिनेश आदिवासी अपने खेत पर मूंगफली की फसल उखाड़ने के लिए किसी दूसरे युवक का डीजल पंप बैल गाडी पर ले जा रहा था। तभी उसे चरन सिंह उर्फ कलई ठाकुर ने रास्ते में रोक लिया  और बोला कि मेरा किराये पर डीजल पंप ले जा क्योकिं मुझे रूपय की जरूरत है। इस पर दिनेश ने बोला कि मैं जिसका हर बार लाता हूं, उसी का पंप ले जाऊंगा। इसी बात पर से कलई ठाकुर ने पीड़ित की लाठियों से मारपीट कर दी। इतना ही नहीं दूसरे दिन सुबह चरन सिंह घर आ धमका और दिनेश की पत्नी व बच्चों से भी मारपीट की। पीड़ित परिवार अमोलापठा चौकी पहुंचा तो वहां पर उसकी कोई सुनवाई नही हुई। तब पीड़ित ने शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने पर चौकी प्रभारी ने फरियादी एवं उसकी पत्नी को रिपोर्ट लिखने की कार्यवाही का आश्वासन देकर पुलिस चौकी बुला कर सीएम हेल्प लाइन बन्द कराने का दबाव बनाया पीड़ित पति, पत्नि को काफी देर तक चौकी परिसर में बिठाकर भगा दिया। बाद में
 पीड़ित ने एसपी से मामले में कार्यवाही करने की गुहार लगाई।

आमोलपठा पुलिस चौकी पर पदस्थ प्रभारी पर अपने कार्य के प्रति पहले भी कई मामलों में लापरवाही के आरोप क्षेत्र के पीड़ितों द्वारा लगाए गए हैं परंतु चौकी प्रभारी राणा पर वरिष्ठ अधिकारी मेहरबान बने हुए हैं कई लापरवाही के मामले सामने आने पर भी चौकी प्रभारी के प्रति कोई कार्यवाही नहीं की जा रही इस चौकी क्षेत्र में अधिकतर गरीब कमजोर लाचार लोगों का शोषण होता हुआ दिखाई देता है।