गर्मी के मौसम में शहरी एवं दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के समाधान हेतु बैठक

गर्मी के मौसम में शहरी एवं दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के समाधान हेतु बैठक 
             गया, 21 फरवरी, 2023,
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
 समाहरणालय सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने गया जिले में गर्मी के मौसम में शहरी एवं दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के समाधान हेतु बैठक की गई। बैठक में मुख्य रूप से छुटे हुए बसावट में नल जल योजना के क्रियान्वयन की स्थिति, क्रियाशील नल जल योजना की स्थिति, अपूर्ण नल जल योजना की कार्य योजना एवं किसी भी सरकारी फंड से लगाए गए सार्वजनिक चापाकल जो वर्तमान में खराब है, उसकी सर्वे एवं मरम्मत की स्थिति पर विस्तार से समीक्षा की गई। 
          इस वर्ष गर्मी के मौसम में किसी भी टोले में /कस्बे में पानी की कोई समस्या ना हो, इसके लिए अभी से ही माइक्रो लेवल पर सर्वेक्षण करवाने का निर्देश ज़िला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया है।
             जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जिले के सभी प्रखंडों में किसी भी सरकारी फंड से लगाए गए हो। सार्वजनिक चापाकलो जो वर्तमान में बंद पड़े हैं, उसकी सूची तैयार करे। उन्होंने कहा कि माननीय सांसद गण,  विधायक गण, विधानपार्षद गण से उनके क्षेत्र में सार्वजनिक खराब चापाकलों को सूची मांगी गई है उसके साथ उन्होंने सभी माननीय मुखिया, प्रखंड प्रमुख, सहित अन्य जितने भी जनप्रतिनिधि हैं, सभी को कहा कि उनके क्षेत्र में खराब पड़े चापाकलो का सूची अपने क्षेत्र के प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध करवा दें। सार्वजनिक बंद पड़े चापाकल का संरक्षण हेतु एक विशेष प्रकार का प्रपत्र तैयार किया गया है उसी विहित प्रपत्र में पूरी जानकारी भरकर के 28 फरवरी तक हर हाल में प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध करवाएं। तथा 15 मार्च तक उसे मरामति पूरी की जा सके।
              उन्होंने निर्देश दिया कि चापाकल मरम्मति गैंग दल जब फील्ड में जाएंगे तो उस क्षेत्र के संबंधित मुखिया एवं माननीय प्रखंड प्रमुख को भी निश्चित तौर पर सूचित करेंगे कि उनके क्षेत्र में आज सार्वजनिक चापाकलो की मरम्मत की जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सार्वजनिक चापाकल मरम्मत का सोशल ऑडिट भी उसी समय किया जाना है। चापाकल मरम्मत के बाद स्थानीय 2-4 लोगों से हस्ताक्षर एवं प्रमाण पत्र भी प्राप्त करना है, कि चापाकल को मरम्मत की गई है।
         जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचइडी को निर्देश दिया कि अपने अधीनस्थ सभी असिस्टेंट इंजीनियर जूनियर इंजीनियर तथा अन्य कर्मियों को पूरे जिम्मेदारी के साथ लगातार फील्ड में रखते हुए पेयजल समस्याओं को नजर रखें।
             नल जल योजना के संबंध में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि मार्च 2023 के अंतिम तक पीएचइडी की सभी योजनाएं, सभी वार्डों में फंग्शनल बनाएं। जिस वार्ड में नल जल बंद है उसे सर्वेक्षण कराएं तथा पेयजल को इस गर्मी के मौसम के पहले दुरुस्त करा दे। इस गर्मी में कोसिस करे की किसी भी कस्बे में पानी की दिक्कत न हो। जिला पदाधिकारी ने यह भी कहा कि सभी प्रखंडों में पंचायती राज विभाग के टेक्नीशियन असिस्टेंट द्वारा नल जल योजना के इस स्थिति का सर्वे कराया गया है। सर्वे में कुल 277 योजनाएं जो पीएचईडी के हैं वह बंद पाए गए हैं। उन्होंने कार्यपालक अभियंता पीएचडी को सख्त हिदायत या की बंद पड़े योजनाओं को अगले 15 दिनों में युद्ध स्तर पर ठीक करवाना सुनिश्चित करें साथ ही उन्होंने सभी माननीय जनप्रतिनिधियों को भी कहा कि यदि आपके क्षेत्र में नल जल योजना इसी कारण से बंद है तो उसकी सूची अपने प्रखंड विकास पदाधिकारी को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाएं।
             उन्होंने कहा कि ज्यादातर मोटर एवं मोटर स्टार्टर जलने की सूचना मिलती है, जिसके कारण पेजल बंद रहता है। उन्होंने निर्देश दिया कि इस गर्मी में पूरी तत्परता से छोटी-छोटी समस्याओं को मरम्मत करवाते हुए जलापूर्ति सुचारू रखें।
             उन्होंने कहा कि जहां भी नल जल योजना का अधूरा काम हुआ है या आधा काम कर कर के संवेदक भाग गया है, वैसी योजनाओं पर विशेष ध्यान देते हुए संवेदक से सुनिश्चित करवाएं कि मार्च अंतिम तक कार्य पूर्ण कर ले।
             जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने स्तर से भी प्रत्येक सप्ताह पेयजल समस्या का समीक्षा करते रहें।