नीतीश कुमार की सरकार अपराधियों को दे रही संरक्षण: अभाविप*


*नीतीश कुमार की सरकार अपराधियों को दे रही संरक्षण: अभाविप*
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार 
बिहार में आए दिन हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गया ने गया शहर के टावर चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बिहार के नीतीश कुमार की सरकार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है जिस प्रकार बिहार में अपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हुआ वह चिंता का विषय है गया शहर में भी अपराधी बेखौफ हत्या एवं लूटपाट कर रहे हैं एक महीने में अपराधियों ने गया जिले में बड़े-बड़े घटनाओं को अंजाम दिया है यहां तक की नीतीश कुमार के सरकार में शामिल लोगों को भी अपराधियों ने नहीं छोड़ा है दिनदहाड़े कई घटनाओं को अंजाम अपराधी दे रहे हैं जिससे शहर समेत पुरी गया जिला के नागरिक दहशत में हैं जो चिंता का विषय है।

वहीं गया महानगर मंत्री मैक्स अवस्थी ने कहा है कि बिहार में हो रहे लगातार अपराधिक घटनाओं पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। नीतीश कुमार कि विकासपुरुष की छवि अब विनाशपुरूष के रूप में उजागर हुई है, नीतीश कुमार राजद जैसे अराजक दल के साथ जब भी गए हैं न केवल बिहार का विकास बेपटरी हुआ, बिहार कि छवि भी ध्वस्त हो गई हैं। करीब छह महीने से नीतीश कुमार राजद की वैशाखी से अपनी कुर्सी को बचाए जरूर है, मगर इस छोटी अवधि में ही बिहार एक बार फिर तेजी से ‘जंगलराज’ का आकार लेता जा रहा है।

वहीं जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में अपराधी कोहराम मचाए हुए हैं। इस सरकार अपराधियों को संरक्षण देकर समाज को भयभीत कर रहा है। जो बिहार के वर्तमान स्थिति को अराजकता में धकेल रहा है। यहां आपराधिक घटनाओं में संलिप्त दोषियों पर कार्रवाई करने में पुलिस शिथिलता बरत रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. हत्या, लूट, अपहरण का उद्योग का नींव रखना अपराधी द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है जिसे नेस्तनाबूद करना होगा पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. बिहार सरकार और उनके मंत्रियों को सरकार बचाने और अनाप शनाप बोलने से फुर्सत नहीं है.

नगर सहमंत्री साजन चंद्रा ने कहा कि बिहार में राजनीतिक ऊहापोह और अस्थिरता की भी स्थिति है। परिणामतः प्रशासन किंकर्त्तव्यमूढ और दिशाहीन है। राजनैतिक नेतृत्व के बीच जारी खींचतान की वजह से वरिष्ठ अधिकारियों की निष्ठाएं बंट गई है। गया, पटना ,छपरा, सीवान, फतुहा, कांटी, जेठुआ ,समस्तीपुर आदि की घटनाएं बता रही है कि सरकार का इकबाल खत्म हो चुका हैं। अपराधी दिन-दहाड़े अपराध की घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी पुलिस की पकड़ से बच जा रहे हैं। बिहार एक बार फिर तेजी से विकासहीनता और अराजकता के दौर में जा रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री का कुर्सी प्रेम दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है।

विगत दो दिन पूर्व गुरारू के मनोज चंद्रवंशी की अपहरण कर हत्या कर दिया जाना सरकार और पुलिस प्रशासन कि निष्क्रियता को दर्शाता है. पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्रवाई करें।


इस मौके पर प्रदेश सहमंत्री सूरज सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पशुपतिनाथ उपमन्यु, विभाग संयोजक प्रवीण कुमार यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सत्यम कुशवाहा, अनिरूद्ध सेन, सुधांशु भारद्वाज, आदित्य आकाश, सौरभ सिंह, रितिक रोशन, रोहम राज, पवन कुमार मिश्रा, प्रशांत कुमार अंकित सागर, विनायक सिंह, आदित्य सागर आदि मौजूद थे.