आस्था के महा पर्व चार दिवसीय छठ पूजा का उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन।


आस्था के महा पर्व चार दिवसीय छठ पूजा का उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन।
आस्था के महा पर्व चार दिवसीय छठ पूजा का उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया। व्रती महिलाओं ने सूर्य की पहली किरण के साथ ही अर्घ्य दिया और अपना 36 घंटे का व्रत पूरा किया। पुलिस लाइन सिंगरा स्थान सरोवर छठ घाट पर सुबह से ही व्रतियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। स्वक्षता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताने का यह पर्व सादगी का संदेश भी देता है।
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
पुलिस लाइन सिंगरा स्थान सरोवर छठ घाट पर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया, सुबह चार बजे से ही छठ ब्रती का आना शुरू हो गया। सुबह सरोवर पर हल्की सिहरावन का एहसास होने के बावजूद महिलाएं पानी में कई घंटों तक खड़ी रहीं। लेकिन आस्था की गरमाहट इस हल्की सिहरावन पर भारी पड़ गई । लगभग साढ़े तीन घण्टे के इंतजार के बाद छठ व्रती ने भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दिया। क्यो कि इस छठ घाट पर पहाड़ो के बीच से सुर्य भगवान हल्के विलंब से दिखते है।

पुलिस लाइन सिंगरा स्थान सरोवर छठ घाट समिति के सरक्षक व वार्ड 33 के वार्ड पार्षद ओम प्रकाश सिंह एवं समिति के अध्यक्ष रामदेव पासवान ने बतलाया कि सुबह सूर्योदय हुआ तो पानी में खड़े श्रद्धालुओं के चेहरों पर भी लालिमा बिखर गई। सूर्य को अर्घ्य दिया गया, फिर कलश और वेदी का विसर्जन कर व्रत पूरा हुआ। आशीर्वाद और प्रसाद का दौर अर्घ्य देने के बाद घाट पर किया गया और बड़ों से आशीर्वाद लेने का सिलसिला शुरू हुआ। महिलाओं ने सूर्य देव और छठी मैया से मनोकामना पूर्ति हेतु प्रार्थना की। इस छठ घाट पर काफी व्यवस्था रहने के कारण गयावासियों का यह घाट पहली पंसद बनी रहती है। हम सभी अगले वर्ष और तैयारी के साथ श्रद्धालुओ का स्वागत करेगे।

इस मौके पर सूरज सिंह,बड़ा बाबू,धारी यादव,गुड्डू सिंह आदि मौजूद रहे।