अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टॉक वार्ड का जायजाःडीएम


अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टॉक वार्ड का जायजाः
डीएम।
         गया, 18 अप्रैल 2023, 
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टॉक वार्ड का जायजा जिला पदाधिकारी गया डॉक्टर त्यागराजन एसएम द्वारा किया गया। यहां कुल 50 बेड को फंक्शनल कराया गया है, ताकि हीटवेव से संबंधित कोई भी मरीज आने पर उन्हें क्विक इलाज मुहैया हो सके।
         हीट स्टॉक वार्ड में कुल 100 बेड उपलब्ध है। यहां कुल 75 एयर कंडीशन लगाए गए हैं। इस पूरे वार्ड को वातकुलीन रखा गया है ताकि क्रिटिकल कंडीशन में हीटवेव से पीड़ित मरीज को पूरी अच्छे तरीके से उपचार किया जा सके।
         जिला पदाधिकारी ने हीट वेब से पीड़ित मरीजों को कैसे उपचार किया जाता है मरीज को पहले कहां लाया जाएगा तथा क्या-क्या एस ओ पी पालन कराया जाएगा इसका पूरी जानकारी लिया।
         निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने साफ सुथरा में कमी देखते हुए और बेहतर बनाने का निर्देश दिए। टॉयलेट की नियमित सफाई करवाने का निर्देश आउटसोर्सिंग एजेंसी को दिया। उन्होंने वार्ड में लगाए गए वाटर कूलर पेयजल व्यवस्था को देखते हुए उन्हें पर्याप्त ग्लास एवं निर्बाध बिजली रखने का निर्देश दिए ताकि ठंडा पानी मिल सके। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बेड पर स्लाइन स्टैंड अनिवार्य रूप से रखें ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें स्लाइन वाटर चढ़ाने में दिक्कत ना हो। उन्होंने निर्देश दिया कि डीप फ्रीजर तथा पर्याप्त आइस पैक इसी वार्ड में रखें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दवा की उपलब्धता की जांच की कौन-कौन सी दवाएं उपलब्ध है इन सभी को देखा तथा एक्सपायरी डेट की भी जांच की।
         उन्होंने निर्देश दिया कि गर्मी के पीक सीजन अर्थात हीटवेव के दौरान लगाए गए एयर कंडीशन को पूरी मेंटेनेंस रखने हेतु अस्पताल प्रबंधन द्वारा भी एक टीम सेपरेट रखें ताकि एयर कंडीशन खराब होने पर उसे तुरंत मरम्मत कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि रोस्टर बनाते हुए डॉक्टर जीएनएम तथा एएनएम की प्रतिनियुक्ति रखें साथ ही जो डॉक्टर तथा एएनएम इमरजेंसी ड्यूटी में लगाए जाएंगे उन्हें अच्छी तरीके से एस ओ पी के अनुसार ब्रीफिंग अगले 2 दिनों के अंदर करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी संबंधित चिकित्सकों को नामित करते हुए उनका लिस्ट तैयार करें। ऑक्सीजन फ्लो मीटर नियमित रूप से जांच करते रहें।
          अंत में उन्होंने निर्देश दिया कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से अस्पताल परिसर के विभिन्न बिंदुओं पर शुद्ध शीतल पेयजल हेतु मटका लगवाना सुनिश्चित करें तथा खराब पड़े आर ओ वाटर को मरम्मत करवाएं।