किसानों ने सिंचाई के लेकर साधनों के पुनजीवित किए जाने पर करेंगे पैदल मार्च*

*किसानों ने सिंचाई के लेकर साधनों के पुनजीवित किए जाने पर करेंगे पैदल मार्च*
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार।
गया। प्रखंड के परंपरागत सिंचाई के साधनों की दुर्दशा न तो सरकार के अधिकारियों से छिपी हुई है नहीं जनप्रतिनिधियों से बावजूद इसके जीर्णोद्धार के कोई सार्थक कदम नहीं उठाए गए हैं। कुछ समाजिक कार्यकर्ताओं ने इस दिशा में अधिकारियों से पइन पोखर को अतिक्रमण मुक्त कराने को गुहार लगाई, यहां तक कि सीओ के जनता दरबार से लेकर जिलाधिकारी के जनता दरबार तक फ़रियाद लगाई। इसके लिए एक माह पूर्व किसानों ने एतिहासिक नेयामतपुर आश्रम अनिश्चितकालीन महाधरना भी दिया था। उदाहरण के तौर पर प्रखंड के एरकी पंचायत के ओर गांव का बड़ी पोखर, लोदीपूर पंचायत के कहींल गांव मे पइन का अतिक्रमण, खनेटा गांव के पईन को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर जिलाधिकारी ने आदेश भी जारी किया है। फिर भी अंचलाधिकारी अजित कुमार लाल डीएम के आदेश को नजरअंदाज कर रहे हैं ।
इसको लेकर मंगलवार को नेयामतपुर आश्रम में पंडित यदुनंदन शर्मा सेवा आश्रम ट्रस्ट के सदस्यों की एक बैठक आयोजित किया गया। जिसमें परम्परागत सिंचाई के साधनों के जीर्णोद्धार के नाम जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत अरबों रुपये खर्च किए जाने के बाद भी किसानों और आम लोगों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार दर्जनों गुहार लगाने के बावजूद समस्या निदान नहीं होने नाराज लोगों ने राजभवन मार्च का निर्णय लिया है। जिसके माध्यम से राज्यपाल को गुहार लगा कर सभी सिंचाई के साधनों को पुनर्जीवित करने की मांग की जाएगी। मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष रविशंकर कुमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष धनंजय शर्मा, ट्रस्ट के संरक्षक सदस्य रामप्रवेश सिंह, कुनाल किशोर, मुन्ना शर्मा आदि लोग मौजूद थे।