मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टोक वार्ड का जायजाःडीएम

मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टोक वार्ड का जायजाःडीएम  
 रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार                                                                  गया। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में बनाए गए डेडीकेटेड हिट स्टोक वार्ड का जायजा जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा किया गया। यहां कुल 50 बेड को पूरी तरह फंक्शनल रखा गया है, ताकि हीटवेव से संबंधित कोई भी मरीज आने पर उन्हें क्विक इलाज मुहैया हो सके। इसके साथ साथ जैसे ही मरीज की संख्या में इजाफा होगा, वैसे ही वेडो को फंक्शनल रखा जाएगा। अस्पताल के डेडीकेटेड वार्ड में बेड की कोई कमी नहीं है पर्याप्त संख्या में भीड़ उपलब्ध है।
         जिला पदाधिकारी ने कहा कि अगले 5 दिनों तक गर्म हवा/ लू/ हीटवेव चलने का पूर्वानुमान आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी की गई है। इसे देखते हुए पूरा स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में काम करे। सभी व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त रखें। कहीं से भी कोई हीटवेव के मरीज आने पर उसे तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए इलाज करें। आने वाला 7 से 10 दिन चुनौतीपूर्ण भरा रहेगा। सभी स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी/ कर्मी पूरी मुस्तैदी से अलर्ट मोड में रहकर कार्य करें।
         हीट स्टॉक वार्ड में कुल 100 बेड उपलब्ध है। यहां कुल 75 एयर कंडीशन लगाए गए हैं। इस पूरे वार्ड को वातकुलीन रखा गया है ताकि क्रिटिकल कंडीशन में हीटवेव से पीड़ित मरीज को पूरी अच्छे तरीके से उपचार किया जा सके।
         जिला पदाधिकारी ने हीट वेब से पीड़ित मरीजों को कैसे उपचार किया जाता है मरीज को पहले कहां लाया जाएगा तथा क्या-क्या एस० ओ० पी० पालन कराया जाएगा, इसका पूरी जानकारी लिया।
          उन्होंने निर्देश दिया कि डीप फ्रीजर तथा पर्याप्त आइस पैक इसी वार्ड में रखें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दवा की उपलब्धता की जांच की कौन-कौन सी दवाएं उपलब्ध है.
          उन्होंने निर्देश दिया कि रोस्टर बनाते हुए डॉक्टर, जीएनएम तथा एएनएम की प्रतिनियुक्ति रखें साथ ही जो डॉक्टर तथा एएनएम इमरजेंसी ड्यूटी में लगाए जाएंगे, उन्हें अच्छी तरीके से एस० ओ ०पी० के अनुसार उपचार करे इसे लेकर बैठक कर उन्हें पूरी जानकारी दे। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी संबंधित चिकित्सकों को नामित करते हुए उनका लिस्ट तैयार करें। ऑक्सीजन फ्लो मीटर नियमित रूप से जांच करते रहें। हर दिन नियमित 3 पालियों में चिकित्सक मौजूद रहे इसके लिए रोस्टर बनाकर उसे प्रदर्शित करें।
          अंत में उन्होंने निर्देश दिया कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से अस्पताल परिसर के विभिन्न बिंदुओं पर शुद्ध शीतल पेयजल हेतु मटका लगवाना सुनिश्चित करें तथा खराब पड़े आर ओ वाटर को मरम्मत करवाएं। उन्होंने कहा कि ओपीडी में इलाज करने आ रहे मरीजों के सहूलियत के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें।
          निरीक्षण के दौरान अधीक्षक मगध मेडिकल अस्पताल, प्राचार्य मगध मेडिकल अस्पताल, डीपीएम स्वास्थ्य निलेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।