एफवाईयूपी, सीबीसीएस, फीस वृद्धि और डोमिसाइल को लेकर आइसा का भूख हड़ताल*


*एफवाईयूपी, सीबीसीएस, फीस वृद्धि और डोमिसाइल को लेकर आइसा का भूख हड़ताल*
*गरीबों को शिक्षा से दूर करने का मसौदा है नई शिक्षा नीति 2020– आइसा*
*कोर्स में बदलाव को लेकर छात्रों में असमंजस– आइसा

रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार

 गया।केंद्र सरकार द्वारा लाया गया नई शिक्षा नीति 2020 के तहत FYUP (चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम), CBCS एवं राज्य सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा में डोमिसाइल नीति के हटाने के विरोध में छात्र संगठन आइसा द्वारा राज्यव्यापी दो दिवसीय भूख हड़ताल के आह्वान पर मगध विश्वविद्यालय मुख्यालय परिसर में दो दिवसीय भूख हड़ताल की शुरुआत हुई।

भूख हड़ताल पर आइसा राज्य परिषद सदस्य मो. शेरजहां और आइसा औरंगाबाद के अवि कुमार बैठे हैं। भूख हड़ताल आज सुबह 11 बजे शुरू हुगआ और 5 जुलाई को शाम 4 बजे समाप्त होगा।

इस मौके पर राज्य परिषद सदस्य मो. शेरजहां ने बताया कि केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति 2020 की आड़ में गरीब वंचित परिवार को शिक्षा से दूर करने का साजिश रच रही है। पहले से ही बहुत से छात्र मैट्रिक या इंटर कर पैसा के अभाव में अपना पढ़ाई छोड़ देते थे अब उच्च शिक्षा को महंगा होने से और भी छात्र प्रभावित होंगे और शिक्षा से दूर होंगे।

वहीं आइसा नेता सोनू कुशवाहा ने कहा कि शिक्षक बहाली में जिस प्रकार बार बार संशोधन करके डोमिसाइल नीति को खत्म कर बहाली प्रक्रिया को जटिल और बिहारी छात्र के हक अधिकार को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, ये कहीं से भी जायज नहीं है।

वहीं आइसा नेता अभी कुमार ने बताया कि FYUP और CBCS के आ जाने से सभी कोर्स के फीस में बेतहाशा वृद्धि हुई है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर केंद्र सरकार अपना एजेंडा थोप रही है।

कार्यक्रम में आइसा औरंगाबाद जिलाध्यक्ष योगेंद्र कुमार, इंकलाबी छात्र के संयोजक दीपक कुमार दांगी, विकाश यादव, कुणाल किशोर, अभिषेक कुमार, अशोक यादव, पंकज कुमार, रविंद्र कुमार समेत दर्जनों छात्र उपस्थित रहे।
मांग
शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करो।
नई शिक्षा नीति 2020 को खारिज करो।
चार वर्षीय स्नातक कोर्स (FYUP) वापस लो।
स्नातक कोर्स में बेतहाशा फीस वृद्धि वापस लो।