जीबीएम कॉलेज में सेहत केन्द्र का भव्य शुभारंभ*

*जीबीएम कॉलेज में सेहत केन्द्र का भव्य शुभारंभ*

*सेहत केन्द्र में छात्राएँ अपनी  स्वास्थ्य समस्याएँ निःसंकोच साझा कर सकेंगी: प्रधानाचार्य*
रिपोर्टः डां डीकेपंडित गयाबिहार
गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. जावैद अशरफ के संरक्षण तथा एनएसएस प्रोग्राम अॉफिसर डॉ प्रियंका कुमारी के संयोजन में कॉलेज में युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य स्वास्थ्य समिति के सहयोग से नवनिर्मित सेहत केन्द्र का उद्घाटन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम अध्यक्ष प्रधानाचार्य प्रो. जावैद अशरफ़, मुख्य अतिथि गया के सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह, बीएसएसीएस(युवा), यूनिसेफ के कन्सल्टेंट संजय कुमार,  पीएफआई की प्रोग्राम एनालिस्ट मिताक्षी, सेहत केन्द्र की नोडल अधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी, नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी एवं कॉलेज की जन संपर्क अधिकारी- सह-मीडिया प्रभारी डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन द्वारा हुआ। तत्पश्चात छात्रा अमीषा भारती, स्वाति, प्रगति तथा अंजलि ने डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में हारमोनियम पर जीबीएम कॉलेज के कुलगीत 'गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय युग की शान। सा विद्या या विमुक्तये की पावन वैष्णव तान..' तथा स्वागत गीत 'स्वागतम, शुभ स्वागतम, बार-बार गूंजे ये वचन' की सुमधुर प्रस्तुति दी। आगंतुक अतिथियों  का स्वागत प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ़ ने पौधा, महाविद्यालय पत्रिका तथा डायरी देकर किया। डॉ प्रियंका कुमारी ने सेहत केन्द्र के संचालन के पीछे निहित उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। 

सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह ने किशोरों के स्वास्थ्य पर अपने विचार रखते हुए कहा कि सेहत केन्द्रों में युवाओं को पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभाव, गैर-संचारी रोग, एचआईवी, एड्स, रक्तदान के महत्व के बारे में जानकारियाँ दी जायेंगी। युवतियों को लिंग आधारित भेदभाव का विरोध करना चाहिए तथा अपना तथा अपने परिजनों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ ने छात्राओं को कॉलेज में संचालित स्वास्थ्य केन्द्र का भरपूर लाभ उठाने का निर्देश दिया। कहा कि जो छात्राएं अपने घर में अपने परिजनों से स्वास्थ्य समस्याएं साझा करने में संकोच करती हैं, वे सेहत केन्द्र   में आकर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकती हैं। 

यूनिसेफ के कन्सल्टेंट संजय कुमार ने कहा कि सेहत केन्द्र का उद्देश्य युवाओं को प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। उन्हें लैंगिक समानता तथा जीवन कौशलों से रूबरूं करवाना है।प्रोग्राम एनालिस्ट मिताक्षी ने कहा कि कम उम्र में शादी हो जाने से महिलाओं के स्वास्थ्य तथा करिअर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। युवतियों एवं महिलाओं को जनसंख्या नियंत्रण की युक्तियों को जानने के साथ अपने स्वास्थ्य को सही रखने हेतु पोषणयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ शगुफ्ता अंसारी ने किया।

मीडिया प्रभारी डॉ रश्मि ने बताया कि उद्घाटन समारोह के पूर्व प्रातः इसी संबंध में पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था। साथ ही, प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ ने एएम कॉलेज,गया के अमित एवं नवनीत पांडे, एसएमएसजी कॉलेज, शेरघाटी के प्रियांशु कुमार एवं अंजलि कुमारी तथा सीयूएसबी, गया के उत्कर्ष वत्स तथा शिवम सिन्हा को बिहार स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, पटना द्वारा आयोजित डिस्ट्रिक्ट लेवल रेड रिबन क्विज-2022 में क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय आने पर पुस्तकें प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने बिहार स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, पटना द्वारा आयोजित युवा संचार -2020 के तहत अॉनलाइन क्विज प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त जीबीएम की नमन्या और ईशा शेखर को भी प्रमाण पत्र तथा शील्ड प्रदान किये तथा प्रथम तथा द्वितीय स्थानों पर आये संस्थानों को पुरस्कार भिजवा दिये। कार्यक्रम में समस्त कॉलेज परिवार की उपस्थिति रही। यूनिसेफ के कन्सल्टेंट संजय कुमार जी की उपस्थिति रहे।  उनकी जगह कार्यक्रम को श्री संजय कुमार ने संबोधित किया.