मुहर्रम पर्व, भूमि विवाद, अवैध खनन इत्यादि के संबंध में बैठक*

*मुहर्रम पर्व, भूमि विवाद, अवैध खनन इत्यादि के संबंध में बैठक*                     रिपोर्टः डीकेपंडित                                                                                      गया।जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक  आशिष भारती की संयुक्त अध्यक्षता में मुहर्रम पर्व, भूमि विवाद, अवैध खनन इत्यादि के संबंध में बैठक किया गया। मुहर्रम को शांतिपूर्ण एवं सौहार्द के वातावरण में मनाने तथा विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के साथ बैठक कर कई आवश्यक निर्देश दिए गए।*
       वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष मोहर्रम पर्व 29 एवं 30 जुलाई को मनाया जा रहा है। गया शहरी क्षेत्र से लगभग 100 से ऊपर ताजिया निकलने की संभावना है।
       जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिस तरह रामनवमी के त्योहार में विधि व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था संधारण में एस ओ पी पालन किया गया था उसी प्रकार मुहर्रम पर्व में भी s.o.p. का पूरी तरह पालन करावे। किसी भी स्थिति में डीजे का प्रयोग नहीं किया जाएगा। डीजे पर पूर्णता पाबंदी रखी गई है इसके लिए सभी थानाध्यक्ष डीजे संचालकों के साथ बैठक करते हुए निरोधात्मक कार्यवाही कर ले। मुहर्रम पर्व के अवसर पर निकलने वाले जुलूस को ध्यान में रखते हुए सभी थाना रूट वेरीफाई कर ले ताकि उसी रास्ते से ही जुलूस निकाला जा सके। इसके साथ ही ताजिया के ऊंचाई को भी आकलन कर लें ताकि रास्ते में बिजली तार या अन्य चीजों से टच न हो सके। उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी हाल में नए रूट से जुलूस नहीं पार करवाया जाएगा पुराने जो भी सत्यापित रूट है उसे पुनः दोबारा सत्यापित करा ले। जुलूस मार्ग में पड़ने वाले सड़को के सत्यापन ल अभी से ही आकलन कर लें यदि कहीं खराब हालत में सड़क है तो उसे समय रहते समतल करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने अपने क्षेत्र के अति संवेदनशील तथा अतिसंवेदनशील स्थानों को चिन्हित करते हुए लगातार आसूचनाओं का संग्रहण करें तथा फ्लैग मार्च करते रहे। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्र में शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर ले। उन्होंने कहा कि यदि कहीं सीसीए की आवश्यकता है तो उसका प्रस्ताव भेजे ताकि सीसीए के विरूद्ध हैवी अमाउंट का  बाउंड डाउन तथा निरोधात्मक कार्रवाई किया जा सके। सभी वरीय पदाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी अलर्ट एवं एक्टिव रूप में कार्य करें। सभी पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पूर्व में घटित घटनाओं के विरुद्ध जो भी प्राथमिकी दर्ज हुई है उसके आलोक में कठोर कार्रवाई करें।
       
         वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पूर्व वर्षों के लाइसेंस धारी को ही इस वर्ष लाइसेंस निर्गत किया जाएगा। बिना लाइसेंस के एक भी जुलूस ना निकले इसे सभी थाना अध्यक्ष सुनिश्चित करावे। उन्होंने कहा कि किन-किन स्थानों पर वीडियो ग्राफर की आवश्यकता है, किन स्थानों पर ड्रोन की आवश्यकता है, वॉच टावर की आवश्यकता इत्यादि की सूची अविलंब उपलब्ध करा दें ताकि संबंधित स्थानों पर व्यवस्था मुहैया कराया जा सके। उन्होंने सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में फ्लैग मार्च अच्छी तरह से कर लें तथा संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर ले। उन्होंने कहा कि संप्रदायिक घटना की संभावना के आलोक में अपने क्षेत्र में धारा 107 के अधीन निरोधात्मक कार्रवाई तेजी से करें।
         इसके उपरांत जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने बारी-बारी से सभी अनुमंडल पदाधिकारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा थानाध्यक्ष से अपने-अपने क्षेत्र में मोहर्रम की तैयारी के संबंध में जानकारी प्राप्त किया।
    अवैध खनन के संबंध में जिला पदाधिकारी ने कहा कि खनन विभाग के अपर मुख्य सचिव के अध्यक्षता में कुछ दिन पहले हुई बैठक में निर्देश दिया गया था कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने क्षेत्र में होने वाले अवैध खनन को रोकने हेतु निर्माण करवाये जाने वाले चेकपोस्ट की सूची उपलब्ध करावे ताकि चेकपोस्ट का निर्माण करवाया जा सके।