स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, आजाद हूं, आजाद रहूंगा, आजाद ही मरूंगा, कहने वाले दोनो महापुरुषों की जयंती मनाई*

*स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, आजाद हूं, आजाद रहूंगा, आजाद ही मरूंगा, कहने वाले दोनो महापुरुषों की जयंती मनाई*
रिपोर्टः डीकेपंडित 
   गया।  दो महान स्वतंत्रता सेनानियो बाल गंगाधर तिलक एवम् चंद्रशेखर आजाद की जयंती स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण , कांग्रेस सेवादल बोर्ड कार्यालय में मनाई गई।
     सर्व प्रथम दोनो महामानवों के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।
         कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू ने किया तथा संचालन कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक टिंकू गिरी ने किया।
         जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की यह प्रकृति का महज संयोग ही कहा जाएगा की आज ही के दिन बाल गंगाधर तिलक एवम् चंद्रशेखर आजाद की जयंती है। बाल गंगाधर तिलक जिनका नारा स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है जो सभी क्रांतिवीर स्वतंत्रता सेनानियो के दिलो,दिमाग में कौंधते रहता था, जिसे आत्मसात कर ही भारतवासी आजादी प्राप्त किए थे।
       चंद्रशेखर आज़ाद जिनके नाम से ही अंग्रेजी हुकूमत की रूह कांपती थी, जिन्होंने अंग्रेज मजिस्ट्रेट के सामने बड़े ही बहादुरी से अपना नाम भी आजाद बताया था , जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर सैकड़ों कोड़े मारा गया था।
          बाल गंगाधर तिलक एवम् चंद्रशेखर आजाद दोनो गरम दल के नेतृत्वकर्ता थे, जिन्होंने बहुत ही बहादुरी से अंग्रेजी हुकूमत से लड़ने का काम किया था।
         कार्यक्रम को पूर्व विधायक मो खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, अमित कुमार उर्फ रिंकू सिंह, शिव कुमार चौरसिया, मो अजहरुद्दीन, मो समद, खालिद अमीन, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय आदि ने अपने, अपने विचार रखे।
         नेताओ ने इन दोनो महा पुरुषो के जीवनी को प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक,उच्च, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रति वर्ष मानने की मांग सरकार से किया गया।